कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने के लिए स्कूल तैयार, अभिभावकों ने जताई चिता
राज्य सरकार के आदेश से छह अगस्त से सरकारी गैर सरकारी तथा जैक से मान्यता प्राप्त स्कूलों को खोल जा रहा है।
जासं, रांची: राज्य सरकार के आदेश से छह अगस्त से सरकारी, गैर सरकारी तथा जैक से मान्यता प्राप्त सभी माध्यमिक स्कूलों को खोला जा रहा है। जिले के सभी स्कूलों ने इसकी तैयारी शनिवार से ही शुरू कर दी थी। स्कूलों ने अपने क्लास रूम से लेकर स्टाफ रूम और कारिडोर तक को सैनिटाइज कराया। इसके साथ ही प्राइवेट स्कूलों में रोज स्कूल को सैनिटाइज करने की व्यवस्था की जा रही है। जगह-जगह शारीरिक दूरी और कोविड नियमों के पालन के लिए बोर्ड भी लगाए जा रहे हैं। स्कूल प्रबंधकों ने बताया कि स्कूल आने वाले बच्चों के माता पिता से लिखित सहमति लेने के बाद ही बच्चों को स्कूल आने दिया जाएगा। इसके साथ ही, बच्चों को मास्क के साथ सैनिटाइजर का प्रयोग करना जरूरी होगा। स्कूलों का कहना है कि वो अपने स्कूलों में केवल ऐसे शिक्षकों को क्लास लेने की इजाजत देंगे जिन्होंने वैक्सीन का दोनों डोज लिया है। माता-पिता ने जताई चिता:
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के बीच अभिभावक स्कूल खोलने के आदेश पर चिता जता रहे हैं। अभिभावकों का कहना है कि सरकार के आदेश में बच्चों को स्कूल में लंच ले जाने की मनाही है। ऐसे में बच्चों को सुबह आठ बजे स्कूल भेजने के लिए कम से कम 7.30 बजे घर से निकलना पड़ेगा। वहीं दोपहर 12.30 बजे से पहले बच्चे घर नहीं पहुंचेंगे। ऐसे में बच्चों को पांच घंटे भूखा रहना होगा। वहीं पिछली बार स्कूल खुलने के बाद कई बच्चे संक्रमित हो गए थे। ऐसे में माता पिता इस बार भी अपने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चितित हैं।
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क्या कहते हैं प्राचार्य
विभाग के द्वारा दिए आदेश के बाद उपायुक्त के द्वारा अभी तक प्राइवेट स्कूलों को खोलने की इजाजत नहीं मिली है। हालांकि अगर उपायुक्त के द्वारा आदेश दिया जाता है तो हम भी गाइडलाइन का सख्ती से पालन करते हुए स्कूल खोलने पर विचार करेंगे।
- एसके मिश्रा, प्राचायऱ्, डीएवी पुंदाग स्कूल खोलने का आदेश अभी प्राप्त नहीं हुआ है। मगर स्कूल खोलना पड़ा तो आफलाइन के साथ आनलाइन क्लास की व्यवस्था भी की जाएगी। साथ ही सैनिटाइजेशन और सरकार के गाइडलाइन का सख्ती से पालन होगा।
सुरज शर्मा, प्राचार्य, आक्सफोर्ड स्कूल सरकार से स्कूलों को खोलने का आदेश प्राप्त हो गया है। मगर बड़ी मुश्किल ये है कि स्कूल और कक्षा में शारीरिक दूरी और कोविड गाइड लाइन का पालन हो जाएगा। मगर स्कूल के बाहर बच्चों को इनका पालन करने के लिए जागरूक करना बड़ी जिम्मेदारी है।
- धनंजय कुमार सिंह, प्राचार्य, उत्क उच्च वि पिस्का बच्चों को कक्षा के बाहर नियंत्रित करना बड़ी जिम्मेदारी होगी। इसके साथ मास्क और सैनिटाइजर के इस्तेमाल के लिए बच्चों को प्रेरित करना होगा।
देवानाथ प्रसाद, सरकारी शिक्षक
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अभिभावक
बिना वैक्सीनेशन कराए नौवीं से बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खोलने की अनुमति और 18 वर्ष से ऊपर के छात्रों को लेकर कोचिग सेंटर खोलने का राज्य सरकार का आदेश अव्यावहारिक है।
- अनिल माथुर, अभिभावक स्कूल व कोचिग सेंटर खोलने के निर्णय का वे विरोध नहीं कर रहे हैं। लेकिन वैश्विक महामारी के कहर से बचाव के लिए छात्रों व स्कूल स्टाफ की सुरक्षा के इंतजाम होने चाहिए।
- सोनी, अभिभावक
पिछली बार स्कूल खुलने के बाद कई बच्चे कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए थे। बच्चों के पढ़ाई की चिता हमें भी है। मगर बिना वैक्सीन के स्कूल भेजना संभव नहीं है।
- शिव शंकर मिश्रा, अभिभावक
सरकार के गाइडलाइन का अगर पालन किया गया तो बच्चों को चार से पांच घंटों तक भूखे पेट रहना पड़ेगा। ऐसे में इस फैसला व्यवहारिक नहीं लग रहा है। सरकार को इसपर विचार करना चाहिए।
रेनू, अभिभावक
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बच्चों की राय
इतने दिनों बाद स्कूल जाने के लिए उत्साहित हूं। मगर कोरोना संक्रमण के कारण डर भी लग रहा है। अगर स्कूल खूला तो जाना पड़ेगा।
स्लोक, छात्र
अब आनलाइन क्लास में भी सारी चीजें समझ में आ रही है। एक वर्ष में शिक्षकों की गाइडलाइन में हमने अपने पढ़ने के तरीके को काफी सुधारा है।
उत्कर्ष, छात्र