स्कूली बच्चों ने घर-घर जाकर लोगों से कहा, मत करें प्लास्टिक का इस्तेमाल
रांची दैनिक जागरण द्वारा चलाए जा रहे अभियान से नो टू प्लास्टिक और स्वच्छता अपनाएं और पॉलीथिन को कहें न के तहत बुधवार को प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करने को लेकर वृहद पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया गया।
जागरण संवाददाता, रांची : दैनिक जागरण द्वारा चलाए जा रहे अभियान से नो टू प्लास्टिक और स्वच्छता अपनाएं और पॉलीथिन को कहें न के तहत बुधवार को प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करने को लेकर वृहद पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया गया। बच्चों को शपथ दिलाने से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके बाद रैली निकाली गई। रैली बूटीमोड़ स्थित वॉर मेमोरियल से निकलकर सैनिक कॉलोनी से होते हुए कई बस्तियों में गई इसके बाद वापस वॉर मेमोरियल पहुंची। करीब तीन किलोमीटर की इस रैली में लोगों के घरों से प्लास्टिक लेकर उन्हें थैले दिए गए। इस अभियान में निर्मला कॉन्वेंट और डीएवी नंदराज स्कूल के बच्चों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। इस दौरान निर्मला कॉन्वेंट स्कूल के बच्चे महात्मा गांधी की वेश भूसा में लोगों के बीच जाकर पॉलीथिन उपयोग न करने और उससे होने वाले नुकसान की जानकारी दी। प्लास्टिक का इस्तेमाल किस तरह से लोगों को तबाह कर रहा और इसका उपयोग आने वाले समय में कितना घातक हो सकता है यह लोगों के बीच जाकर समझाया। रैली में बच्चों ने बांटे कपड़े के थैले, लोगों को दिलाई शपथ
रैली के दौरान स्कूली बच्चों ने सैनिक कॉलोनी में लोगों के घरों में जाकर घर में मौजूद प्लास्टिक को एकत्र किया। बदले में उन्होंने लोगों को कपड़े के थैले दिए। इस दौरान बच्चों ने लोगों को स्वच्छता और प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने की शपथ भी दिलाई। दैनिक जागरण के वरीय महाप्रबंधक (झारखंड) मनोज गुप्ता ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि बच्चों को कम उम्र में ही प्लास्टिक के दुष्परिणामों की जानकारी दी जाए कि यह कितना हानिकारक है। बच्चों को इसकी जानकारी देने से वे आगे अपने घर परिवार और समाज को इसके प्रति जागरूक करेंगे। बच्चों ने नारे लगाकर लोगों को किया जागरूक
रैली के दौरान बच्चों ने प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने को लेकर जमकर नारे लगाए। बच्चों ने सड़क पर चल रहे राहगीरों को रोक रोक कर उन्हें प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने की सलह दी। रैली में दोनों स्कूल से करीब 200 से ज्यादा बच्चे शामिल हुए। इस दौरान शिक्षकों ने बच्चों को काफी प्रेरित किया। शिक्षकों में मुख्य रूप से निशा, वी त्रिवेदी, अलोलिका, सुलक्षणा, रतिलाल, सीमा, अरुण, स्वाति और शशि शामिल रहें।