Jharkhand News: फंदे से झूलता मिला SBI मैनेजर का शव, रांची में रहता है परिवार
SBI Manager Garhwa News Jharkhand Ranchi News बताया गया कि शुक्रवार की रात से ही उनकी पत्नी उनके मोबाइल पर फोन कर रही थी। रांची के बूटी मोड़ के निकट चंदन कुमार का परिवार फ्लैट में रहता है। चंदन भारतीय स्टेट बैंक के श्रीबंशीधर नगर शाखा में मैनेजर हैं।
श्री बंशीधर नगर (गढ़वा), जासं। भारतीय स्टेट बैंक के श्रीबंशीधर के मुख्य शाखा प्रबंधक (चीफ मैनेजर) चंदन कुमार का शव शनिवार को किराये के आवास में फांसी के फंदे पर पंखे से झूलता हुआ पाया गया। फांसी का फंदा दुपट्टा का था। पुलिस फांसी के फंदे से शव को उतारकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है। साथ ही इसकी सूचना स्वजनों को दे दी गई है। सूचना मिलने के बाद चंदन कुमार के मित्र व सहकर्मी रांची से गढ़वा के श्री बंशीधर नगर के लिए चल दिए हैं।
चंदन कुमार रेलवे स्टेशन के निकट प्रोफेसर ब्रह्मदेव सिंह के आवास में पत्नी के साथ किराये पर रहते थे। चंदन कुमार मूल रूप से भागलपुर बिहार के रहने वाले थे। भागलपुर के नारायणपुर में उनकी ससुराल है। वर्तमान में रांची के चेशायर रोड में अपने फ्लैट में रहते हैं। शनिवार को बैंक में अवकाश था। चंदन की पत्नी व बेटी गत गुरुवार को रांची चली गई थी। चंदन को भी दशहरे की छुट्टी में रांची जाना था। एसबीआइ में चलने वाला वाहन का चालक सह मालिक पंकज कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि शुक्रवार की शाम करीब 6:30 बजे साहब को किराये के आवास पर छोड़कर चला गया था।
शनिवार को दिन के करीब 2:30 बजे साहब की पत्नी ने फोन कर कहा कि साहब से बात नहीं हो पा रही है। जाकर बात कराओ। यहां आया तो काफी देर तक दरवाजा पर आवाज लगाता रहा। साथ ही बेल भी बजाया, पर अंदर से कोई आवाज नहीं आई। मुख्य दरवाजा अंदर से बंद था। बतौर पंकज, अंदर से आवाज नहीं आने के बाद मकान मालिक की अनुमति से रेलिंग के सहारे खिड़की खोलकर अंदर गया तो देखा कि साहब फांसी पर झूल रहे हैं। तत्काल इसकी सूचना मकान मालिक व अशोक कुमार के माध्यम से पुलिस को दी।
घटना की सूचना मिलते ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रमोद कुमार केशरी, पुलिस निरीक्षक राकेश कुमार, थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार घटना स्थल पर पहुंचे और मामले की छानबीन में जुट गए। इस संबंध में एसडीपीओ प्रमोद कुमार केशरी व थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार ने कहा कि मामले में फिलहाल कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
बताया जाता है कि चंदन की पत्नी रात से ही लगातार फोन कर रही थी। पर कोई फोन रिसीव नहीं कर रहा था। मकान मालिक से भी बात कराने के लिए बोली थी। मकान मालिक के बेटे ने काफी देर तक मैनेजर के रूम का दरवाजा पीटा एवं बेल भी बजाया, पर अंदर से कोई आवाज नहीं आई थी।