सरयू राय ने कहा, कांग्रेस को वापस ले लेना चाहिए अपना राज्यसभा उम्मीदवार
सरयू राय ने कहा है कि झारखंड की राजनीति को एक स्वस्थ और सकारात्मक दिशा में ले जाने के लिए कांग्रेस को चाहिए कि वह अपना प्रत्याशी वापस ले ले।
रांची, राज्य ब्यूरो। जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक और पूर्व मंत्री सरयू राय ने कहा है कि झारखंड की राजनीति को एक स्वस्थ और सकारात्मक दिशा में ले जाने के लिए कांग्रेस को चाहिए कि वह अपना प्रत्याशी वापस ले ले। झारखंड से राज्यसभा के लिए खाली हुई दो सीटों के लिए दो ही उम्मीदवार उतारे जाने चाहिए थे। तीसरे उम्मीदवार के नामांकन भरने से गलत संदेश जाता है। मीडिया से बातचीत में सरयू राय ने एक बार फिर दोहराया कि राज्यसभा चुनाव में किसी तीसरे प्रत्याशी के खड़ा होने की जरूरत नहीं थी।
सरयू राय से मिले दीपक प्रकाश, मांगा समर्थन
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा प्रत्याशी दीपक प्रकाश ने रविवार को निर्दलीय विधायक सरयू राय से उनके आवास पर मुलाकात कर उनसे समर्थन मांगा। दीपक प्रकाश के साथ प्रदेश महामंत्री सांसद सुनील सिंह और बोकारो विधायक विरंची नारायण भी थे। करीब आधे घंटे की इस औपचारिक मुलाकात के दौरान भाजपा की ओर से पुराने संबंधों की दुहाई भी दी गई। राय ने साफगोई से कहा कि वे जमशेदपुर में अपने शुभचिंतकों से बातचीत के बाद ही कुछ कहने की स्थिति में होंगे।
राज्यसभा चुनाव के बहाने भाजपा अपने पुराने नेताओं से संबंध मधुर करने की दोहरी रणनीति पर काम कर रही है। बरकट्ठा के निर्दलीय विधायक अमित यादव पुरानी खटास भूल भाजपा के साथ खड़े भी हो गए हैं। उन्होंने बतौर प्रस्तावक दीपक प्रकाश के नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। आजसू के साथ आने और अमित यादव के जुडऩे के बाद भाजपा के पास चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त आंकड़ा हो गया है। बावजूद इसके सरयू राय से वोट की गुहार लगाना स्पष्ट बताता है कि भाजपा उन्हें अब भी अपने साथ देखती है।
कांग्रेस में लोकतंत्र नहीं, पार्टी का टूटना तय : दीनदयाल
कांग्रेस के अंतर्कलह पर कटाक्ष करते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता दीनदयाल बर्णवाल ने कहा कि कांग्रेस में लोकतंत्र नहीं है। वहां तानाशाह की तरह व्यवहार किया जाता है। आम कार्यकर्ता को छोड़ दीजिए, विधायकों का भी मान-सम्मान नहीं रहता है। ऐसे में कांग्रेस का टूटना तय है। बर्णवाल ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में शिबू सोरेन और दीपक प्रकाश का जाना तय है और अब सवाल सिर्फ कांग्रेस और जेएमएम के आपसी संबंध का है। कांग्रेस को अब 18 मत मिलेंगे या 8 यह नहीं कहा जा सकता, क्योंकि कई विधायक इतने नाराज हैं कि सदन में अनुपस्थित रह सकते हैैं और कई विधायक क्रॉस वोटिंग भी कर सकते हैैं।
वर्णवाल ने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह नेतृत्व विहीन हो गई है, जनता से दूर है और अब तो विधायकों से भी दूर हो चुकी है। बर्णवाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का अकेले 50 लाख मतों से ज्यादा लाकर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनने का गौरव प्राप्त किया वही गठबंधन समेत सभी दल मिलाकर 52 लाख मत ला सके। कांग्रेस तो 12 लाख मतों पर सिमट गई। भाजपा अंक गणित में जरूर पीछे हुई है, लेकिन मतदाताओं ने हमें सबसे ज्यादा प्यार भी दिया और विश्वास भी किया। कांग्रेस तो भाग्य के भरोसे सरकार में आई और अब खेल कर रही है।