सरयू राय ने CID में कागजात नष्ट किए जाने की आशंका जताई, मुख्य सचिव को लिखा पत्र; पढ़ें पूरी चिट्ठी
Jharkhand. झारखंड के पूर्व मंत्री सरयू राय झारखंड विधानसभा चुनाव में झारखंड के कार्यवाहक मुख्यमंत्री रघुवर दास को हराकर चर्चा में आए।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड के कार्यवाहक मुख्यमंत्री रघुवर दास को झारखंड विधानसभा चुनाव में हराकर चर्चा में आए पूर्व मंत्री सरयू राय ने सीआइडी में अहम कागजात व फाइलें नष्ट किए जाने की आशंका जताई है। उन्होंने इस संबंध में मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा है कि पुलिस विभाग के स्पेशल ब्रांच और सीआइडी में अहम कागजात नष्ट किए जा रहे हैं।
अहम कागजात और फाइलें नष्ट करने की आशंका जताई सरयू राय ने
झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को झारखंड विधानसभा चुनाव में हराकर चर्चा में आए पूर्व मंत्री सरयू राय ने आशंका जताई है कि अपराध अनुसंधान विभाग, विशेष शाखा समेत कुछ महत्वपूर्ण विभागों में अहम कागजात और फाइल नष्ट किए जा सकते हैैं। इस बाबत उन्होंने गुरुवार को एक पत्र राज्य के मुख्य सचिव डा. डीके तिवारी को लिखा है। उन्होंने जिक्र किया है कि एक से अधिक विश्वसनीय एवं उच्चस्तरीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि पुलिस विभाग के स्पेशल ब्रांच एवं सीआइडी विभाग में महत्वपूर्ण सूचनाओं से संबंधित कागजात और फाइलों को छांटकर नष्ट किया जा रहा है।
सीआइडी, स्पेशल ब्रांच, भवन निर्माण, ऊर्जा विभाग सरयू के निशाने पर
सरयू राय के मुताबिक जिन कागजातों और फाइलों को छांटकर नष्ट किया जा रहा है, उनमें गृह विभाग के अंतर्गत आने वाले इन विभागों में रखी गई अनौपचारिक सूचनाएं एवं जांच प्रतिवेदन शामिल हैं। इसी प्रकार भवन निर्माण विभाग, पथ निर्माण विभाग एवं ऊर्जा विभाग में भी महत्वपूर्ण सूचनाओं से संबंधित फाइलों को नष्ट किया जा रहा है। उन्होंने मुख्य सचिव से इन सूचनाओं के आलोक में आवश्यक कार्रवाई की अपेक्षा जताई है। अनुरोध किया है कि मंत्रिमंडल निगरानी विभाग के अधीन कार्यरत एसीबी आदि से संबंधित मामलों के निष्पादन की कार्रवाई नहीं हो। नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की तिथि 29 दिसंबर निर्धारित की गई है, इसलिए मुख्यमंत्री सचिवालय कार्यालय को तत्काल प्रभाव से मात्र कार्यवाहक कार्यालय तक ही सीमित रहने का निर्देश दिया जाना चाहिए और किसी प्रकार के नीतिगत विषयों पर निर्णय लेने से परहेज करना चाहिए।
सरयू राय को ममता बनर्जी का आमंत्रण
सरयू राय को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फोन कर जीत की बधाई दी है। गुरुवार को दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई। ममता बनर्जी ने उन्हें कोलकाता आने का निमंत्रण दिया है, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। पश्चिम बंगाल सरकार के वित्त एवं उद्योग मंत्री डा. अमित मित्रा ने भी सरयू राय को जीत पर बधाई दी है।
सरयू राय के आरोपों की जांच हो : भाजपा
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने पूर्व मंत्री सरयू राय द्वारा लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष जांच कराने की मांग मुख्य सचिव से की है। प्रतुल ने कहा कि जो आरोप सरयू राय ने लगाए हैं वे बहुत गंभीर हैं, इन आरोपों की उच्च स्तरीय जांच होनी ही चाहिए। बता दें कि राय ने आरोप लगाकर कहा था कि सीआईडी, स्पेशल ब्रांच, भवन निर्माण विभाग, ऊर्जा विभाग जैसे अनेक विभागों में फाइलों को नष्ट करने का कार्य चल रहा है। प्रतुल ने कहा कि अगर जांच में कोई भी अधिकारी दोषी पाया जाए तो उस पर तत्काल प्रभाव से एफआइआर दर्ज करके कानून सम्मत कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन अगर आरोप निराधार निकलता है तो इस विषय पर भी मुख्य सचिव को उचित कार्रवाई करनी चाहिए। प्रतुल ने कहा कि पिछले कुछ समय से कुछ वरिष्ठ राजनीतिज्ञों के द्वारा आरोप लगाए जा रहे हैं, जिसकी जांच के बावजूद पुष्टि नहीं हो पा रही थी।
मुख्य सचिव को लिखा पत्र, सख्त निगरानी की मांग
सरयू राय ने पत्र में लिखा है कि एक से अधिक विश्वसनीय एवं उच्चस्तरीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि पुलिस विभाग के स्पेशल ब्रांच एवं सीआइडी विभागों में महत्वपूर्ण सूचनाओं से संबंधित कागजातों और फाइलों को छांटकर नष्ट किया जा रहा है। इसमें गृह विभाग के अंतर्गत आने वाले इन विभागों में रखी गई अनौपचारिक सूचनाएं एवं जांच प्रतिवेदन शामिल हैं। इसी प्रकार भवन निर्माण विभाग, पथ निर्माण विभाग एवं उर्जा विभाग में भी महत्वपूर्ण सूचनाओं से संबंधित फाइलों को नष्ट किया जा रहा है।
उन्होंने मुख्य सचिव से इन सूचनाओं के आलोक में आवश्यक कार्रवाई की अपेक्षा जताई है। उन्होंने अनुरोध किया है कि मंत्रिमंडल निगरानी विभाग के अधीन कार्यरत एसीबी आदि से संबंधित मामलों के निष्पादन की कार्रवाई नहीं हो। नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की तिथि 29 दिसंबर निर्धारित की गई है। इसलिए मुख्यमंत्री सचिवालय कार्यालय को तत्काल प्रभाव से मात्र कार्यवाहक कार्यालय तक ही सीमित रहने का निर्देश आपके स्तर से दिया जाना चाहिए और किसी प्रकार के नीतिगत विषयों पर निर्णय लेने से परहेज करना चाहिए।
सरयू राय के आरोपों की डीजी मुख्यालय ने की जांच
पूर्व मंत्री सह वर्तमान में जमशेदपुर पूर्वी सीट से निर्दलीय विधायक सरयू राय के आरोपों की जांच के लिए डीजी मुख्यालय पीआरके नायडू सीआइडी मुख्यालय पहुंचे थे। सरयू राय ने सरकार से जुड़े गोपनीय दस्तावेज को नष्ट करने की शिकायत मुख्य सचिव से की थी। मुख्य सचिव के निर्देश पर डीजीपी कमल नयन चौबे ने डीजी मुख्यालय को जांच का आदेश दिया था। डीजी मुख्यालय पीआरके नायडू ने सीआइडी मुख्यालय में पूरे मामले की जांच की। उन्हें किसी तरह की अनियमितता या दस्तावेज नष्ट किए जाने के सबूत नहीं मिले हैं।