SAIL Bonus 2020 : कोरोना काल में भी सेल कर्मचारियों को मिलेगा 16,500 रूपए का बोनस, इस तारीख को खाते में आएगी राशि
SAIL Bonus 2020 स्टील अथारिटी आफ इंडिया के द्वारा अपने कर्मचारियों को 16500 रूपए का बोनस देने की घोषणा की गयी है। इस बोनस का लाभ बोकारो स्टील प्लांट सहित सेल के विभिन्न प्लांटों में कार्यरत लगभग 56 हजार कर्मचारियों को बोनस का लाभ मिलेगा।
रांची (जासं) । स्टील अथारिटी आफ इंडिया के द्वारा अपने कर्मचारियों को 16,500 रूपए का बोनस देने की घोषणा की गयी है। इस बोनस का लाभ बोकारो स्टील प्लांट सहित सेल के विभिन्न प्लांटों में कार्यरत लगभग 56 हजार कर्मचारियों को बोनस का लाभ मिलेगा। कंपनी के द्वारा ये बोनस 21 अक्टूबर तक कामगारों के खाते में डाल दी जाएगी। सेल के चेयरमैन अनिल चौधरी ने ये घोषणा नेशनल ज्वाइंट कमेटी फॉर स्टील(एनजेसीएस) की वर्चुअल बैठक में की। बैठक में मौजूद सेंट्रल यूनियन के प्रतिनिधियों ने सेल प्रबंधन से 17,000 से अधिक बोनस देने की मांग की। दो घंटे तक चली वार्ता के बाद अंत में 16,500 रुपए बोनस भुगतान पर सहमति बनी।
बैठक में यूनियन नेताओं के साथ सेल के वरीय अधिकारियों की कई बार नोकझोंक भी हुई। वहीं सेल के विभिन्न प्लांटों में कार्यरत ट्रेनी के साथ-साथ सलेम, भद्रावती, एलॉय, कॉरपोरेट कार्यालय के कामगारों को 14,500 रुपए बोनस के रूप में देने पर सहमति बनी। गौरतलब है कि इससे पहले भी 13 अक्टूबर को एनजेसीएस की वर्चुअल बैठक हुई थी। इस बैठक में सेल चेयरमैन ने कामगारों को एकमुश्त बोनस के रूप 15,500 रुपए देने की घोषणा कर उठकर चले गए थे। इसके बाद यूनियन नेताओं ने सेल चेयरमैन के निर्णय का विरोध करते हुए आंदोलन की चेतावनी दे डाली थी। यूनियन के द्वारा प्लांटों में कामबंदी और विरोध की योजना को देखते हुए कंपनी ने दुबारा बोनस के लिए बैठक का आयोजन किया।
वर्चुअल बैठक में इंटक से जी संजीवा रेड्डी, वीरेंद्र चौबे, एटक से डी आदिनारायण, सीटू से विश्वरूप, एचएमएस से राजेन्द्र सिंघा, डीके पांडेय मौजूद थे। वहीं प्रबंधन की ओर से सेल चेयरमैन एके चौधरी, निदेशक वित्त अमित सेन, निदेशक कॉमर्शियल सोमा मंडल, ईडी पर्सनल केके सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। बैठक के बाद इंटक के जी संजीवा रेड्डी ने बोनस को कामगारों के लिए संतोषजनक बताया। उन्होंने कहा कि प्रबंधन के द्वारा 15,500 का बोनस हम किसी हाल में स्वीकार करने वाले नहीं थे। मजदूर और कामगार वर्षभर जी तोड़ मेहनत बेहतर बोनस की आस में करते हैं। ऐसे में संस्थान को उनका हक देना ही था।