सदर अस्पताल को मिला पैक्ड सेल्स रखने का लाइसेंस
डे केयर सेंटर शुरू करने की राह हुई आसान, हीमोग्लोबिनोपैथी प्रोजेक्ट के तहत ओरमांझी में शिविर आज।
जागरण संवाददाता, रांची : सदर अस्पताल को पैक्ड सेल्स रखने की अनुमति मिल गई है। तकनीकी कारणों से इसमें अभी देरी हो रही थी, लेकिन शुक्रवार को स्टेट डायरेक्टर, ड्रग ने अनुमति दे दी। अभी तक सदर अस्पताल में ब्लड स्टोर करने की व्यवस्था थी। इसके साथ ही अस्पताल में डे केयर सेंटर शुरू करने की राह आसान हो गई है।
हीमोफीलिया के मरीजों का हो पाएगा इलाज :
डे केयर सेंटर में हीमोफीलिया, सिकल सेल एनीमिया एवं थैलेसीमिया से ग्रसित रोगियों का इलाज हो पाएगा। सेंटर पर रोगी सुबह में आएंगे और शाम तक चले जाएंगे। यहां चिकित्सक उपलब्ध रहेंगे। रक्त के साथ दवा भी मिलेगी।
एक्सट्रा ब्लड यूनिट का रखा जाएगा संग्रह :
डॉ. विमलेश सिंह ने बताया कि फिलहाल सदर अस्पताल रक्त के लिए रिम्स के ब्लड बैंक पर निर्भर है। लेकिन इमरजेंसी केस के लिए सदर अस्पताल सीआरपीएफ, संगठनों और एनजीओ के माध्यम से रक्त संग्रह कर रिम्स से पैक्ड सेल्स की आपूर्ति कराएगा। जिसे सदर अस्पताल में रिजर्व करके रखा जाएगा। फिर जरूरत होने पर वहां से उपयोग किया जा सकेगा।
छह माह पहले शुरू हुई हीमोग्लोबिनोपैथी यूनिट :
सदर अस्पताल में छह माह पहले हीमोग्लोबिनोपैथी यूनिट शुरू हुई है। जिसके प्रभारी डॉ. विमलेश सिंह बनाए गए हैं। हीमोग्लोबिन से संबंधित दोष की पहचान के लिए यह विभाग बना है। इसके तहत ओरमांझी में पहला शिविर 11 बजे कस्तूरबा गांधी विद्यालय में लगाया जा रहा है। इसमें सिविल सर्जन डॉ. शिव शंकर हरिजन, डॉ. विमलेश सिंह सहित सदर अस्पताल की पूरी टीम शामिल होगी। सदर अस्पताल को पैक्ड सेल्स रखने की अनुमति मिल गई है। तकनीकी कारणों से इसमें अभी देरी हो रही थी, लेकिन शुक्रवार को स्टेट डायरेक्टर, ड्रग ने अनुमति दे दी। अभी तक सदर अस्पताल में ब्लड स्टोर करने की व्यवस्था थी। इसके साथ ही अस्पताल में डे केयर सेंटर शुरू करने की राह आसान हो गई है।