शिक्षा के साथ सेवा कार्य में भी विद्या भारती अग्रणी, 8 लाख लोगों के बीच वितरित किया आर्सेनिक एल्बम 30
Rashtriya Swayamsevak Sangh Vidya Bharati. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक रामदत्त चक्रधर ने कहा कि हम सभी को कोरोना योद्धा होने के साथ स्वदेशी का आग्रही भी बनना होगा।
रांची, जासं। मन को स्वच्छ रखने का सर्वोत्तम उपाय सेवा करना है। रामायण, महाभारत या गीता हर धार्मिक ग्रंथ में सेवा को सर्वोच्च स्थान दिया गया है। प्रकृति का हरेक कार्य परोपकार के लिए होता है। उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक रामदत्त चक्रधर ने शनिवार को विद्या विकास समिति झारखंड एवं हीरालाल नारसरिया मेमोरियल ट्रस्ट के तत्वाधान में सेवा करनेवाले कोरोना वारियर्स के सम्मान में आयोजित कोरोना योद्धा सम्मान समारोह को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि रक्तदान, अन्नदान, श्रमदान एवं शिक्षा दान में संघ के विद्या भारती एवं विविध संगठनों ने समर्पित भाव से सेवा का कार्य किया है। उसी का एक उदाहरण आर्सेनिक एल्बम 30 दवा का वितरण भी है। हम सभी को कोरोना योद्धा होने के साथ स्वदेशी का आग्रही भी बनना होगा, तभी कोरोना हारेगा-देश जीतेगा जैसे भाव को हम सभी पूरा कर पाएंगे।
वहीं विद्या भारती उत्तर-पूर्व क्षेत्र के संगठन मंत्राी ख्यालीराम ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता समाज के बीच हिम्मत के साथ विपरीत परिस्थितियों में भी डटे रहते हैं। इस महामारी के समय विद्या भारती परिवार ने जरूरतमंदों के लिए अनेक प्रकार से निःस्वार्थ सेवा भाव से कार्य किया है जो सराहनीय है। विद्या विकास समिति, झारखंड के अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने अपने अध्यक्षीय आशीर्वचन में विद्या भारती के कार्यकर्ताओं के सेवा कार्याें की सराहना की।
आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक रामदत्त चक्रधर।
विद्या विकास समिति के प्रदेश मंत्री एवं हीरालाल नारसरिया ट्रस्ट के अध्यक्ष रामअवतार नारसरिया ने सम्मान समारोह की भूमिका रखते हुए कहा कि 24 जिला के 219 प्रखंड के 8,46,480 व्यक्तियों के बीच आर्सेनिक एल्बम 30 का वितरण सुदूर जनजातीय क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी सेवा बस्तियों में किया गया। डाॅक्टर अमरनाथ पाठक के निर्देशन में लगातार 25 दिनों तक 35 कार्यकर्ताओं ने दवा बनाने का कार्य किया।
इसे झारखंड के अंतर्गत चलनेवाले 235 सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, 607 सरस्वती शिक्षा केंद्र एवं 105 सरस्वती संस्कार केंद्रों के 3982 कार्यकर्ताओं ने समर्पण भाव से लगकर इस कार्य को पूर्ण किया। इस कार्य के लिए सम्मान स्वरूप प्रमाण पत्र तथा उपहार भेंट किया गया। इस कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत परिचय एवं धन्यवाद ज्ञापन विद्या विकास समिति झारखंड के प्रदेश सचिव मुकेश नंदन तथा संचालन डाॅ. रमेशमणि पाठक ने किया। कार्यक्रम को सपफल बनाने में अमरकांत झा, अखिलेश कुमार, नीरज लाल, तुलसी ठाकुर, डाॅ रामकेश पांडेय, मनोज कुमार सहित सभी पूर्णकालिक एवं कार्यालय कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा।