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जान‍िए, समाज के किन किन क्षेत्रों में काम करते हैं राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक

RSS Meeting in Hyderabad राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) के स्वयंसेवक आज समाज के उन सभी क्षेत्रों में काम कर रहे हैं जहां देश (Country) व समाज (Society) के हित में जरूरत है। देश की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए भी काम किया जाता है।

By Sanjay KumarEdited By: Published: Thu, 06 Jan 2022 01:53 PM (IST)Updated: Fri, 07 Jan 2022 11:16 AM (IST)
जान‍िए, समाज के किन किन क्षेत्रों में काम करते हैं राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक
समाज के लगभग हर क्षेत्रों में काम करते हैं आरएसएस के स्वयंसेवक

रांची, (संजय कुमार)। RSS Meeting in Hyderabad : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) के स्वयंसेवक आज समाज के उन सभी क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, जहां देश (Country) व समाज (Society) के हित में जरूरत है। चाहे वह शिक्षा का क्षेत्र (Education Sector) हो या सेवा (Service) का। हिंदुओं (Hindus) के हित की बात हो या देश की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए काम करने की जरूरत हो। जरूरत महसूस की गई तो स्वयंसेवकों ने भारतीय जनसंघ (Bharatiya Jana Sangh) के नाम से राजनीतिक दल (Political Party) का गठन भी कर लिया, जो बाद में भाजपा (BJP) के रूप में परिवर्तित हो गया।

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समविचारी संगठनों में कुछ अखिल भारतीय स्तर पर कर रहे हैं काम

इन समविचारी संगठनों के गठन के पीछे आरएसएस के द्वितीय सरसंघचालक माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर का बहुत बड़ा योगदान रहा।

अधिकतर समविचारी जिसे अनुषांगिक भी हम कहते हैं उसका भी गठन उन्हीं के समय हुआ। इन समविचारी संगठनों में कुछ अखिल भारतीय स्तर पर काम कर रहे हैं, तो कुछ किन्हीं एक से दो राज्यों में ही काम कर रहे हैं।

यहां उन संगठनों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी जा रही है

  • विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान

यह शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत देश की सबसे बड़ी अशासकीय संस्था है। इसकी स्थापना 1977 में मुरलीधर दत्तात्रेय देवरस द्वारा की गई। वैसे प्रथम सरस्वती शिशु मंदिर की स्थापना 1952 में गोरखपुर में की गई। अभी पूरे देश में लगभग 25000 औपचारिक और अनौपचारिक विद्यालय चल रहे है।

  • भारतीय मजदूर संघ

23 जुलाई 1955 को भोपाल में दत्तोपन्त ठेंगड़ी द्वारा स्थापित यह देश का सबसे बड़ा केंद्रीय मजदूर संगठन है। इसका नारा है, देश के हित में करेंगे काम, काम के लेंगे पूरे दाम। अभी देश के सभी राज्यों में काम है। दो करोड़ के लगभग सदस्य हैं। यह संगठन अधिकार के साथ कर्तव्य की भी बात करता है। भगवा ध्वज को झंडा के रूप में अपनाया है।

  • भारतीय किसान संघ

इसकी स्थापना चार मार्च 1979 में दत्तोपन्त ठेंगडी ने की थी। इसका उद्देश्य भारतीय किसानों का समग्र विकास है। किसानों के बीच सभी राज्यों में काम है।

  • अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद

आरएसएस के द्वितीय सरसंघचालक श्री गुरुजी की प्रेरणा से 13 जून 1948 को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की स्थापना की गई। 9 जुलाई 1949 को इसका निबंधन कराया गया। 9 जुलाई को ही प्रतिवर्ष स्थापना दिवस मनाया जाता है। यह विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है। इसका ध्येय वाक्य है ज्ञान, शिल और एकता। यह संगठन छात्रों में राष्ट्रभक्ति जगाकर राष्ट्र निर्माण के कार्य में लगा है। वर्तमान में पूरे देश में 33 लाख से अधिक इसके सदस्य हैं। सभी प्रांतों के लगभग सभी महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों, केंद्रीय विश्वविद्यालयों आदि में संगठन का काम है।

  • अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद

इसकी स्थापना 1992 में दिल्ली में की गई थी। यह देश भर के अधिवक्ताओं को एक साथ लाने का मंच है।

  • अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत

1974 में पुणे में बिन्दुमाधव जोशी द्वारा स्थापित यह संगठन उपभोक्ता अधिकारों व जागरूकता के लिए काम करता है।

  • संस्कार भारती

ललित कला के क्षेत्र में राष्ट्रीय चेतना जागृत करने के उद्देश्य से इसकी स्थापना वर्ष 1981 में लखनऊ में की गई।

  • सेवा भारती

1979 में स्थापित संघ का यह प्रकल्प मुख्यत:- आदिवासी क्षेत्रों में कार्य करता है। शिक्षा, संस्कार, स्वरोजगार और मतांतरण से रक्षा आदि इसके प्रमुख कार्य हैं।

देश के अधिकतर राज्यों में सेवा भारती के माध्यम से सेवा का काम चलता रहता है। राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय सेवा भारती काम करती है।

  • लघु उद्योग भारती

भारत में सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के लिए काम करने वाली संस्था के रूप में पंजीकृत है। 1994 में स्थापना हुई। भारतीय आवश्यकताओं के लिए उपयुक्त लघु उद्योगों की कठिनाइयां दूर कर उन्हें विकास के सफल उपक्रम बनने में सहायता देने के लिए मुख्य रूप से लघु उद्योग भारती की स्थापना की गई है।

  • क्रीड़ा भारती

1992 में क्रीड़ा से निर्माण चरित्र का, चरित्र से निर्माण राष्ट्र का ध्येय वाक्य लेकर इसकी स्थापना की गई। युवाओं को शारीरिक व मानसिक खेलों का प्रशिक्षण देती है।

  • संस्कृत भारती

संस्कृत को पुन: बोलचाल की भाषा बनाने के लिए कार्य करने वाली सांस्कृतिक संस्था। 1996 में स्थापना हुई। समय समय पर संस्था की ओर से प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाता है।

  • विज्ञान भारती

1992 में जबलपुर में स्थापित यह संस्था स्वदेशी विज्ञान के विकास के लिए कार्य करती है।

  • भारत विकास परिषद

बाबा साहब के आदर्शों पर सभी क्षेत्रों में भारत के विकास पर काम करने वाली संस्था है। 1963 में स्थापना की गई।

  • विश्व हिंदू परिषद

इसकी स्थापना जन्माष्टमी के दिन 1964 में मुंबई में की गई। इसका ध्येय वाक्य है, जो धर्म की रक्षा करता है, धर्म उसकी रक्षा करता है। इनके द्वारा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चलाया गया आंदोलन सबसे बङा आंदोलन था। अभी घर वापसी के लिए विहिप अभियान चला रही है।

राम मंदिर निर्माण के लिए चलाए गए निधि संग्रह अभियान के समय देश के 5.25 लाख गांवों में पहुंचने में विहिप के कार्यकर्ता सफल हुए थे। आगामी तीन वर्षों में सभी गांवों तक पहुंचने की योजना है।

  • स्वदेशी जागरण मंच

यह संघ का आर्थिक संगठन है और स्वदेशी उद्योगों और संस्कृति के विकास के लिए जागरूक करता है। स्वदेशी अपनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करता है।

  • दीनदयाल शोध संस्थान

1972 में नानाजी देशमुख ने ग्रामीण विकास से जुड़ी इस संस्था की स्थापना चित्रकूट में की। पं. दीनदयाल उपाध्याय के विचारों को फलीभूत करना इसका उद्देश्य है।

  • वनवासी कल्याण आश्रम

देश के करोड़ों वनवासियों के कल्याण को समर्पित संस्था 1952 में आरंभ की गई। इसकी स्थापना बाला साहब देशपांडेय ने की । आज देश के सभी आदिवासी बहुल जिलों में इनका काम है। शिक्षा से लेकर स्वरोजगार तक के लिए यह संस्था काम करती है। मतांतरण को रोकने में इसका बड़ा योगदान है। छत्तीसगढ़ के जशपुर में इसका मुख्यालय है।

  • राष्ट्रीय सिख संगत

1986 में स्थापित यह संस्था गुरु ग्रंथ साहब के संदेशों को पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में प्रचारित करने का कार्य करती है।

  • अखिल भारतीय साहित्य परिषद

इसे 1966 को नई दिल्ली में स्थापित किया गया। यह भारतीय भाषाओं का देशव्यापी संगठन है।

  • राष्ट्र सेविका समिति

महिलाओं के बीच काम करने के लिए लक्ष्मीबाई केलकर जिन्हें मौसी जी के नाम से जानते हैं आरएसएस के संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार के परामर्श से 1936 में विजयादशमी के दिन राष्ट्र सेविका समिति की स्थापना की थी।

  • भारतीय जनता पार्टी

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने नेहरू मंत्रिमंडल से त्यागपत्र देकर एक राष्ट्रवादी राजनीतिक दल की स्थापना के लिए तत्कालीन सरसंघचालक श्री गुरु जी से कार्यकर्ता की मांग थी । कुछ संघ कार्यकर्ता इसी पक्ष में थे। 1951 में विधिवत रूप से भारतीय जनसंघ की स्थापना की गई।

डॉक्टर मुखर्जी इसके अध्यक्ष बने और पंडित दीनदयाल उपाध्याय महासचिव बने । बाद में 1980 में जन संघ के सदस्यों ने अटल बिहारी वाजपेई के अध्यक्ष अध्यक्षता में भारतीय जनता पार्टी का गठन किया।

  • विवेकानंद केंद्र

कन्याकुमारी के पास विवेकानंद शिला पर स्वामी विवेकानंद का भव्य स्मारक निर्मित करने के लिए गठित विवेकानंद जन्म शताब्दी समारोह समिति 1963 में ही विवेकानंद केंद्र नामक संस्था का उद्भव हुआ। इसके संस्थापक संघ के पूर्व सरकार्यवाह एकनाथ रानाडे थे।

  • भारतीय शिक्षण मंडल

शिक्षा के क्षेत्र में भारतीय जीवन मूल्यों की स्थापना और राष्ट्र विरोधी प्रवृत्तियों के लिए भारतीय शिक्षण मंडल का गठन किया गया।

  • पूर्व सैनिक सेवा परिषद

पूर्व सैनिकों के पुनर्वास में सहायता करने तथा उनकी देशभक्ति अनुशासन का उपयोग देश हित में करने के लिए पूर्व सैनिक सेवा परिषद का गठन किया गया।

  • सहकार भारती

उत्पादक वितरण और ग्राहक के संबंधों पर समन्वय करने के लिए सहकारिता के क्षेत्र में काम करने के लिए सरकार भारती का गठन किया गया।

  • आरोग्य भारती

लोगों के रहन सहन और स्वस्थ रहने के तरीके बताने के लिए इसका गठन किया गया। आप बीमार ही न हो, इसके लिए यह संगठन काम कर रही है।

  • एनएमओ

नेशनल मेडिकल आर्गेनाइजेशन डाक्टरों का राष्ट्रीय संगठन है।

  • प्रज्ञा प्रवाह

बौद्धिक स्तर पर काम करने के लिए राष्ट्रवाद से जुड़े चिंतकों का संगठन है।

  • भारतीय इतिहास संकलन

इतिहास पुनर्लेखन का काम इनका है।

  • सीमा जागरण

देश के सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास से जुड़ा यह संगठन है।

  • सक्षम

देश में दिव्यांगों के कल्याण के उद्देश्य को लेकर इस संगठन की स्थापना की गई।

  • शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास

भारत की प्राचीन और संस्कारित शिक्षा पद्धति की स्थापना इसका उद्देश्य है।

  • गौ संवर्धन

गौ के संवर्धन और संरक्षण के लिए इससे जुड़े लोग काम करते है।

  • सामाजिक समरसता मंच

समाज में आपसी भाईचारा बनाए रखने, हम सब हिंदू एक हैं इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

  • बालगोकुलम

इसके माध्यम से बच्चों में संस्कार व शैक्षिक चेतना का संचार किया जाता है।

  • ग्राम विकास

इसके माध्यम से गांवों के विकास, जैविक खेती को बढाने आदि की योजना बनाई जाती है।

  • कुष्ठ रोग निवारण समिति

यह संगठन कुष्ठ रोगियों के कल्याण के लिए काम करती है।

  • विकास भारती

इस संस्था की स्थापना 1983 में झारखंड के गुमला के बिशुनपुर में की गई। जनजाति समाज के उत्थान के लिए यह संस्था सक्रिय रूप से कार्यरत है।

विहिप राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा -  "हमें गर्व है कि हम संघ के स्वयंसेवक हैं।"

विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने स्वयंसेवक द्वारा आज समाज के सभी क्षेत्रों में काम करने को लेकर ट्वीट करते हुए कहा कि "हमें गर्व है कि हम संघ के स्वयंसेवक हैं। वैश्विक जीवन के हर क्षेत्र में रचा वसा है संघ"।


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