कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंंह के भाजपा में शामिल होने पर अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कही बड़ी बात
jharkhand political कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंंह के भाजपा में शामिल होने के बाद यहां की राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि पार्टी विधायक एकजुट हैं। हेमंत सरकार पर कोई खतरा नहीं है।
रांची, राज्य ब्यूरो। पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और झारखंड के कांग्रेस प्रभारी रह चुके आरपीएन सिंंह ने मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। वह भाजपा में शामिल हो रहे हैं। उनके इस्तीफे से झारखंड की राजनीति का तापमान बढ़ गया है। राजनीति के गलियारों से लेकर सड़क तक इस्तीफे की ही चर्चा हो रही है।
राजनैतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा : आरपीएन
आरपीएन सिंंह ने इस्तीफा की सूचना साझा करते हुए सोशल साइट पर लिखा है - आज, जब पूरा राष्ट्र गणतन्त्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनैतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूं।
जय हिंद। आरपीएन सिंह ने अपने ट्वीट में संकेत दिया है कि वह भाजपा में शामिल हो रहे हैं।
झारखंड में कांग्रेस बिना पतवार वाली नाव बन गई
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि आरपीएन सिंंह यूपी के पडरौना से विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। भाजपा उन्हें टिकट दे सकती है। हालांकि अभी इस बात की घोषणा नहीं हुई है। भाजपा में यह चर्चा चल रही है। उधर, आरपीएन सिंह के भाजपा में चले जाने से झारखंड में कांग्रेस बिना पतवार वाली नाव बन गई है।
नया प्रभारी कौन बनेगा, चल रही पार्टी में चर्चा
कौन होगा झारखंड प्रदेश कांग्रेस का नया प्रभारी, कांग्रेस दफ्तर में अब इसी पर चर्चा चल रही है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान नया नाम तय करेगा। झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के लिए जिन नामों पर चर्चा चल रही है उनमें बीके हरिप्रसाद, तारिक अनवर आदि के नाम शामिल हैं।
आरपीएन सिंह ने गलत फैसला लिया : राजेश ठाकुर
उधर, झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि आरपीएन सिंह ने गलत फैसला लिया है। उनका यह निजी निर्णय है। इससे पार्टी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। प्रभारी का आना-जाना लगा रहता है। अन्य प्रभारी भी पूर्व में आए और अपने-अपने तरीके से काम किया। पार्टी ने आरपीएन सिंह को काफी मान-सम्मान दिया। उनके भाजपा में जाने से झारखंड सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। कांग्रेस से झामुमो का गठबंधन बना रहेगा। किसी व्यक्ति से गठबंधन नहीं है। कांग्रेस के सारे विधायक एकजुट हैं।
प्रभारी के पार्टी छोड़ने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा
झारखंड में कांग्रेस के कई विधायक आरपीएन सिंह के संपर्क में हैं। राजनीतिक उथलपुथल की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। हालांकि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि सभी विधायक एकजुट हैं। प्रभारी के पार्टी छोड़ने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
जाने वाले को कौन रोक सकता है, जो जाना चाहेगा चला जाएगा : बंधु तिर्की
मालूम हो कि झारखंड कांग्रेस के कुछ विधायकों से जब दैनिक जागरण ने संपर्क किया तो उन्होंने तुरंत कोई प्रतिक्रिया देने से इन्कार किया। विधायकों ने कहा कि इसपर बोलने के लिए वे अधिकृत नहीं हैं।मालूम हो कि झारखंड कांग्रेस के चार कार्यकारी अध्यक्षों में तीन कार्यकारी अध्यक्ष सीधे आरपीएन सिंंह के संपर्क में रहते थे। कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि जाने वाले को कौन रोक सकता है, आगे भी जो जाना चाहेगा चला ही जाएगा।
भाजपा में आरपीएन सिंंह का स्वागत है : अर्जुन मुंडा
उधर, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और नरेंद्र मोदी सरकार में आदिवासी मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने बयान जारी कर कहा है कि भारतीय जनता पार्टी में आरपीएन सिंह का स्वागत है।
कांग्रेस कार्यालय पर सुबोध समर्थकों ने मनाया जश्न
उधर, कांग्रेस नेता सुबोध कांत सहाय के समर्थकों ने आरपीएन सिंंह के इस कदम को कांग्रेस के लिए संजीवनी करार दिया। कहा कि उनके हट जाने से कांग्रेस मजबूत होगी। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर पटाखों के साथ कार्यकर्ताओं ने जश्न भी मनाया।
यह उनका व्यक्तिगत निर्णय : पूर्णिमा नीरज सिंंह
उधर, झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंंह ने कहा कि आरपीएन सिंह जी के ट्वीट से जानकारी मिली है। यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है। इसमें बहुत ज्यादा तो कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन हो सकता है उन्होंने दूरगामी परिणाम को देखते हुए यह निर्णय लिया है। कांग्रेस झारखंड में मजबूत स्थिति में है और रहेगी। आगे क्या होने वाला है यह तो भविष्य ही तय करेगा। बहुत लोग इसके कई मायने निकाल रहे हैं, कोई सकारात्मक तो कोई नकारात्मक। यह आगे देखने को मिल ही जाएगा।
विधायक अंबा प्रसाद ने किया आरपीएन के कांग्रेस छोड़ने का स्वागत