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रेल टिकट के अवैध कारोबार मामले में एक गिरफ्तार, लैपटाॅप-मोबाइल व प्रिंटर जब्त Koderma News

IRCTC Railway Ticket Booking आरपीएफ पोस्ट कोडरमा के अधिकारी एवं पुलिस बल के सदस्यों ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से हिरोडीह थाना क्षेत्र के टिकोडीह गांव निवासी रामकृष्ण महथा के पुत्र राजेंद्र कुमार को इस मामले में गिरफ्तार किया है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 12:18 PM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 12:30 PM (IST)
रेल टिकट के अवैध कारोबार मामले में एक गिरफ्तार, लैपटाॅप-मोबाइल व प्रिंटर जब्त Koderma News
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए एक अपराधी की प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर। फाइल फोटो

झुमरीतिलैया (कोडरमा), जासं। लॉकडाउन में ग्रामीण क्षेत्रों में रेलवे टिकट के अवैध कारोबार का धंधा चल पड़ा है। इसी सप्ताह कोडरमा आरपीएफ ने गिरिडीह जिले के बिरनी थाना क्षेत्र से दो टिकट के दलालों को गिरफ्तार किया था। पुन: आज बुधवार को आरपीएफ कोडरमा ने एक टिकट दलाल को गिरिडीह जिले के हिरोडीह थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है।

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आरपीएफ पोस्ट कोडरमा के अधिकारी एवं बल सदस्यों ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से हिरोडीह थाना क्षेत्र के टिकोडीह गांव निवासी रामकृष्ण महथा के पुत्र राजेंद्र कुमार को इस मामले में गिरफ्तार किया। मंगलवार को उनके आवास पर छापामारी के लिए गई पुलिस टीम ने राजेन्द्र कुमार के श्रीकृष्ण टेलीकाॅम व बुक स्टाॅल की जांच की। इस दौरान राजेंद्र ने बताया कि इसी दुकान से वे कभी-कभी रेलवे का ई-टिकट भी बनाते हैं।

उसका लॅपटाॅप चेक करने पर पुलिस ने पाया कि राजेंद्र के पर्सनल यूजर आइडी पर कुल 8 अदद ई-टिकट बरामद किया। इसमें अग्रिम यात्रा हेतु 1 अदद ई-टिकट जिसका पीएनआर 6804910583 तथा 7 पूर्व में की गई यात्रा का ई-टिकट जिसका पीएनआर (1) 634-2092642 (2) 654-2034181 (3) 674-2425404 (4) 644-2605076 (5) 674-2685046 (6) 634-2290909 (7) 654-2750705 बरामद किया।

बरामद ई-टिकट के बाबत पूछने पर राजेंद्र ने बताया कि उपरोक्त सभी टिकट जरूरतमंद यात्रियों के लिए बनाया गया था। इसके बदले में प्रत्येक यात्रियों से कमीशन के रूप में 400 से 500 रुपये मिले। ई-टिकट बनाने हेतु अवैध साॅफ्टवेयर के बाबत चेक करने पर राजेन्द्र कुमार के लैपटाॅप में डाउनलोड किया हुआ रियल मैंगो साफ्टवेयर पाया गया। इसके बाबत पूछने पर उसने बताया कि 20-25 दिन पहले उसने इसे यूट्यूब देखकर डाउनलोड किया।

इसका इस्तेमाल रेलवे का ई-टिकट बनाने में नहीं किया गया है, लेकिन साफ्टवेयर को अवैध रूप से डाउनलोड किया गया। पुनः अवैध साफ्टवेयर की अग्रिम जांच हेतु स्थानीय थाना को सूचित किया। मामले का सत्यापन पूर्ण होने के पश्चात पुलिस टीम ने राजेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही लैपटाॅप, मोबाइल व प्रिंटर को जब्त किया। पुलिस के अनुसार राजेंद्र ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया है।


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