रिम्स में इलाज के लिए भटक रहे कैंसर मरीज, 4 माह से खराब पड़ा है रेडियोथेरेपी मशीन Ranchi News
Jharkhand RIMS Ranchi News रिम्स में लीनियर एक्सीलेटर मशीन खराब होने के कारण रेडियोथेरेपी नहीं हो पा रही है। मरीजों को निजी संस्थानों में मोटी राशि देकर इलाज कराना पड़ रहा है। रिम्स में निशुल्क इलाज होता है।
रांची, जासं। रिम्स आने वाले कैंसर के मरीजों की पीड़ा कम नहीं हो रही है। झारखंड ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों से भी यहां सैकड़ों मरीज रोजाना इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इलाज ठीक ढंग से नहीं होने के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रिम्स प्रबंधन की लापरवाही के कारण अब तक रिम्स के रेडियोथेरेपी विभाग का लीनियर एक्सीलेटर मशीन पिछले 4 महीने से खराब पड़ा है। इसके बावजूद अब तक इस दिशा में कोई पहल शुरू नहीं की गई है।
सर्जरी के बाद कई मरीजों को रेडिएशन देने की जरूरत पड़ती है। ऐसे में अधूरे इलाज के बीच उनका संपूर्ण इलाज फ्री में नहीं हो पाता है। रेडिएशन नहीं मिलने के कारण उन्हें मजबूरी में दूसरे संस्थान का सहारा लेना पड़ता है और लाखों रुपये खर्च करने पड़ते हैं। दूसरी तरफ रेडियोथेरेपी में सीटी स्कैन की मदद ली जाती है। लेकिन सिटी स्कैन मशीन का भी कुछ यही हाल है। विभाग का मशीन पिछले कुछ सालों से खराब पड़ा है। विभाग ने खुद भी प्रबंधन को इस मामले में अवगत कराया था, बावजूद इसके प्रबंधन ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई। रिम्स में रोजाना 15 से 20 मरीज ऐसे रोज आते हैं जिन्हें रेडियोथेरेपी की आवश्यकता पड़ती है।
जानकारी के अभाव में वे रिम्स तो जरूर पहुंच जाते हैं लेकिन जब उन्हें इसकी जानकारी मिलती है तो मायूस होकर वापस लौटना पड़ता है। ऐसा कई दफा हुआ है। लेकिन मरीजों का दर्द प्रबंधन के कानों तक अब तक नहीं पहुंचा है। रिम्स में रेडियोथेरेपी के लिए मरीजों को किसी भी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। यह सेवा बिल्कुल निशुल्क है। लेकिन जब से रिम्स में मशीन काम नहीं कर रही है तब से मरीजों को निजी संस्थानों में जाकर मोटी रकम खर्च करनी पड़ रही है।
'मशीन मेंटेनेंस के दौर में है। इस संबंध में संबंधित कंपनी से संपर्क साधा गया है और मशीन को जल्द दुरुस्त कराने को कहा गया है। वही सीटी स्कैन मशीन के लिए जेम्स पोर्टल पर डाला गया है। जल्द ही लीनियर एक्सीलेटर मशीन की सेवा मरीजों को मिलने लगेगी। इस मामले को लेकर रिम्स प्रबंधन सक्रिय है।' -वाघमारे प्रसाद कृष्ण, एडिशनल डायरेक्टर, रिम्स।