COVID-19 Vaccination: रांची के RIMS में जिसको मन उसको दे दिया कोरोना टीका, सारे नियम हवा में...
COVID-19 Vaccination रिम्स में कोविन पोर्टल पर निबंधन तथा सूची में नाम नहीं होने के बावजूद कुछ चिकित्सकों को कोरोना टीका लगाया गया। सोमवार को टीका लेनेवाले की सूची में नाम शामिल नहीं होने के बावजूद अधीक्षक डा. विवेक कश्यप तथा कई चिकित्सकों को कोरोना का टीका लगा दिया गया।
रांची, राज्य ब्यूरो। COVID-19 Vaccination, Coronavirus Vaccination स्वास्थ्य विभाग ने राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में कोरोना टीकाकरण के क्रम में नियम तोडऩे को गंभीरता से लिया है। विभाग के प्रधान सचिव डा. नितिन मदन कुलकर्णी ने इसे लेकर रिम्स के निदेशक डा. कामेश्वर प्रसाद को पत्र लिखकर पूछा है कि किस परिस्थिति में कोविन पोर्टल पर निबंधन तथा सूची में नाम नहीं होने के बावजूद कुछ चिकित्सकों को कोरोना टीका लगाया गया। उन्होंने नियम तोडऩेवाले पदाधिकारियों एवं कर्मियों की पहचान कर जिम्मेदारी तय करते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैं। साथ ही की गई कार्रवाई की जानकारी भी मांगी है।
दरअसल, रिम्स में सोमवार को टीका लेनेवाले की सूची में नाम शामिल नहीं होने के बावजूद संस्थान के अधीक्षक डा. विवेक कश्यप तथा कई अन्य चिकित्सकों को कोरोना का टीका लगा दिया गया। स्वास्थ्य सचिव ने इसपर काफी नाराजगी जाहिर की है। बता दें कि कोरोना का टीका उसे ही लग सकता है जिसका नाम कोविन पोर्टल पर निबंधित है। साथ ही जिला प्रशासन की अनुशंसा पर राज्य सरकार द्वारा केंद्र को नाम भेजे जाते हैं, जिनसे सौ-सौ लोगों का रैंडम चयन एक दिन पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
इसके बाद चयनित लाभुकों को टीकाकरण का मैसेज भेजा जाता है तथा अगले दिन संबंधित अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में टीकाकरण का सत्र आयोजित होता है। टीकाकरण से पहले भी कोविन पोर्टल पर लाभुकों के डाटा का मिलान किया जाता है तथा उससे पहचान प्रमाणपत्र भी लिए जाते हैं। इसके बाद ही टीकाकरण की अनुमति मिलती है। रिम्स में टीकाकरण के पहले दिन अधीक्षक व कुछ अन्य चिकित्सकों के मामले में यह प्रक्रिया नहीं अपनाई गई।
तीसरे दिन भी लक्ष्य के विरुद्ध 56 फीसद को ही लगे टीके
राज्य में कोरोना टीकाकरण अभियान के तीसरे दिन भी मंगलवार को लक्ष्य के विरुद्ध लगभग 56 फीसद स्वास्थ्य कर्मियों को ही टीके लगे। तीसरे दिन राज्य के विभिन्न जिले में कुल 2,735 लोगों को टीके लगे, जबकि 48 केंद्रों पर 4,892 स्वास्थ्य कर्मियों के टीकाकरण का लक्ष्य था। राज्य में तीन दिनों के अभियान में अबतक कुल 8,795 को पहली डोज लग चुकी है।
बताया जाता है कि टीकाकरण के लिए एक दिन पहले मैसेज भेजे जाने से परेशानी हो रही है। कुछ लोगों को समय पर मैसेज नहीं मिल पा रहा है। हालांकि, अब फोन से भी लाभुकों को जानकारी दी जा रही है। अस्पतालों में सफाई कर्मियों के बीच जागरूकता की भी कमी है। टीके को लेकर लोगों में बेवजह संशय भी है, जबकि अभी तक टीका लगने से किसी को कोई खास समस्या नहीं आई है। गिने-चुने मामले में ही हल्का रक्तचाप बढऩे, चक्कर आने या बुखार की समस्या आई है। आधे घंटे में टीका लेने वाले स्वस्थ भी हो गए हैं। टीका लेने वाले चिकित्सक भी बता रहे हैं कि टीका लेने से कोई भी परेशानी नहीं हो रही है।
टीका लेने से वंचित रहने वाले को बाद में लगेगा टीका
वैसे स्वास्थ्य कर्मी जो निश्चित सत्र में टीका नहीं ले पाते हैं, उनके टीकाकरण के लिए बाद में टीकाकरण की व्यवस्था की जाएगी। ऐसे में सभी स्वास्थ्य कर्मियों को निर्धारित समय पर ही टीका लेने की सलाह दी जा रही है।
इस जिले में इतना हुआ टीकाकरण
- बोकारो : 140
- चतरा : 115
- देवघर : 136
- धनबाद : 78
- दुमका : 106
- पूर्वी ङ्क्षसहभूम : 130
- गढ़वा : 70
- गिरिडीह : 148
- गोड्डा : 129
- गुमला : 130
- हजारीबाग : 149
- जामताड़ा : 96
- खूंटी : 35
- कोडरमा : 99
- लातेहार : 62
- लोहरदगा : 107
- पाकुड़ : 50
- पलामू : 174
- रामगढ़ : 100
- रांची : 171
- साहिबगंज : 96
- सरायकेला खरसावां : 120
- सिमडेगा : 151
- प. सिंहभूम : 143
कुल : 2,735
कब कितना टीकाकरण
- 16 जनवरी : 3,096
- 18 जनवरी : 2,964
- 19 जनवरी : 2,735