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Jharkhand: रिम्स ने 10 महीने से नहीं किया एजेंसी को भुगतान, मरीजों को कैसे मिलेगा 150 का खाना

रिम्स में मरीजों के भोजन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए पूर्व की प्रतिदिन के हिसाब से निर्धारित राशि को बढ़ाकर 150 रुपए करने का एजेंडा जीबी में पास हुआ है। इससे भर्ती मरीजों को वर्तमान से बेहतर गुणवत्ता पूर्ण खाना मिल सकेगा। प्रोसीडिंग्स के बाद जल्द....

By Vikram GiriEdited By: Published: Sat, 17 Oct 2020 04:05 PM (IST)Updated: Sat, 17 Oct 2020 04:05 PM (IST)
Jharkhand: रिम्स ने 10 महीने से नहीं किया एजेंसी को भुगतान, मरीजों को कैसे मिलेगा 150 का खाना
रिम्स ने 10 महीने से नहीं किया एजेंसी को भुगतान। जागरण

रांची (जागरण संवाददाता) । रिम्स में मरीजों के भोजन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए पूर्व की प्रतिदिन के हिसाब से निर्धारित राशि को बढ़ाकर 150 रुपए करने का एजेंडा जीबी में पास हुआ है। इससे भर्ती मरीजों को वर्तमान से बेहतर गुणवत्ता पूर्ण खाना मिल सकेगा। प्रोसीडिंग्स के बाद जल्द इस प्राइस रेट के हिसाब से मरीजों को खाना मिलना भी शुरू हो जाएगा। लेकिन इधर, किचेन की समस्या बरकरार है। किचन संचालक ने गुरुवार को रिम्स प्रबंधन को लेटर लिख एक बार ओर बकाया भुगतान के लिए अनुरोध किया है। किचन प्रबंधन द्वारा रिम्स प्रबंधन को सौंपे गए पत्र में कहा गया है कि पिछले 10 महीने से करीब 5 करोड़ का बकाया हो गया है।

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पेमेंट भुगतान में हो रहे विलंब के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई राशन सप्लाई करने वालें डिस्ट्रीब्यूटर का भी काफी बकाया हो गया है। डिस्ट्रीब्यूटर तक ने राशन सप्लाई को लेकर हाथ खड़े कर दिए है। ऐसे में प्रबंधन भी ध्यान नहीं देगी तो मरीजों को भोजन देने में परेशानी हो सकती है। फंड के आभाव में कभी भी सेवाएं बाधित हो सकती है।

इधर, किचेन संचालकों के अनुसार, जीबी में मरीजों के भोजन के लिए प्रतिदिन के हिसाब से निर्धारित 93.84 रुपए को बढ़ाकर 150 किया गया है। लेकिन जब तक प्रबंधन पेमेंट का भुगतान नहीं करेगा तो कैसे काम चलेगा। वर्तमान में मरीजों को यह दिया जाता है।

डायट

नाश्ता :: इडली सांभर, चटनी, दूध 250 एमएल, फल 200 ग्राम, अंडा 1, ब्रेड बटर, कॉर्नफ्लेक्स, उपमा (हर दिन के हिसाब से अलग अलग)दोपहर का भोजन :: चावल-डाल, सब्जी, कर्ड, पनीर, अंडा करीरात का खाना :: रोटी, डाल सब्जी, सोया बड़ी, तड़का सब्जी।


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