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रिम्स के डॉक्टरों ने सात दिन के भीतर हार्ट ट्यूमर की सर्जरी कर दो लोगों की बचाई जान

रिम्स के सीटीवीएस विभाग में एक सप्ताह में दो कार्डियक ट्यूमर की सर्जरी की गई है। दोनों ही काफी जटिल सर्जरी थी जिसे सीटीवीएस विभाग के हेड डा. अंशुल ने नेतृत्व में उनकी टीम ने पूरा किया है। डा. अंशुल ने बताया कि दोनों काफी जटिल सर्जरी थी।

By Vikram GiriEdited By: Published: Wed, 27 Jan 2021 10:58 AM (IST)Updated: Wed, 27 Jan 2021 10:58 AM (IST)
रिम्स के डॉक्टरों ने सात दिन के भीतर हार्ट ट्यूमर की सर्जरी कर दो लोगों की बचाई जान
रिम्स के डॉक्टरों ने सात दिन के भीतर हार्ट ट्यूमर की सर्जरी कर दो लोगों की बचाई जान। जागरण

रांची, जासं । रिम्स के सीटीवीएस विभाग में एक सप्ताह में दो कार्डियक ट्यूमर की सर्जरी की गई है। दोनों ही काफी जटिल सर्जरी थी, जिसे सीटीवीएस विभाग के हेड डा. अंशुल ने नेतृत्व में उनकी टीम ने पूरा किया है। डा. अंशुल ने बताया कि एक ट्यूमर हार्ट की बायीं ओर और दूसरा हार्ट के दायीं ओर था। इस ट्यूमर को मायक्सोमा कहा जाता है। एक मरीज जिसे ऑपरेट किया गया उसे लेफ्ट आर्टियल मायक्सोमा ट्यूमर था। इसे निकालने के बाद उस जगह पर पैच लगाकर उसे ठीक किया गया। ऑपरेशन के बाद मरीज की स्थिति पहले से काफी बेहतर है।

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इधर, सोमवार को ही दूसरा ऑपरेशन किया गया। इस मरीज को राइट आर्टियल मायक्सोमा था। इसे भी ऑपरेशन कर ट्यूमर को बाहर निकाला गया। मरीज की स्थिति इतनी गंभीर थी कि अलग समय रहते ऑपरेशन नही किया जाता तो उसकी जान भी जा सकती थी। मरीज को ऑपरेशन के बाद आइसीयू में ही रखा गया है।

पहले भी विभाग में हो चुकी है मायक्सोमा की सर्जरी

डा. अंशुल ने बताया कि रिम्स के सीटीवीएस विभाग में पहले भी मायक्सोमा की सर्जरी हो चुकी है। लेकिन यह पहली सर्जरी थी, जिसमें हार्ट के दोनों तरफ के ट्यूमर का ऑपरेशन किया गया। दोनों मरीजों को सांस फूलने और छाती में दर्द की शिकायत थी। पहले दोनों ने ओपीडी में परामर्श लिया। स्थिति देखने के बाद कई जांच किए गए। इसमें ट्यूमर का पता चला। यह महिलाओं में अधिक देखने को मिलता है। ऑपरेशन नही होने पर ट्यूमर दिमाग, किडनी व शरीर के दूसरे भागों में जा सकता है। मरीज के जान जाने का खतरा बना रहता है। दोनों की सर्जरी आयुष्मान योजना के तरह किया गया। ऑपरेशन टीम मेें विभाग के हेड डा. अंशुल कुमार, डा. राकेश चौधरी, डा. नितेश, डा. मुकेश, डा. प्रतिभा का सहयोग रहा।


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