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शपथ पत्र दाखिल कर रिम्‍स के डाॅक्‍टर बोले, नहीं करते प्राइवेट प्रैक्टिस; जांच में सही पाए जाने पर मिलेगा यह लाभ

Jharkhand News RIMS Ranchi News एफिडेविट जमा कराने को लेकर रिम्स प्रबंधन की ओर से डाॅक्टरों को पत्र जारी किया गया था। शिकायत मिली थी कि रिम्स के कुछ डाॅक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं। साथ ही एनपीए भी छोड़ना नहीं चाहते हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sun, 04 Jul 2021 04:14 PM (IST)Updated: Sun, 04 Jul 2021 04:21 PM (IST)
शपथ पत्र दाखिल कर रिम्‍स के डाॅक्‍टर बोले, नहीं करते प्राइवेट प्रैक्टिस; जांच में सही पाए जाने पर मिलेगा यह लाभ
Jharkhand News, RIMS Ranchi News एफिडेविट जमा कराने को लेकर प्रबंधन की ओर से पत्र जारी किया गया था।

रांची, जासं। रिम्स के करीब 350 डाॅक्टरों में से 230 डाॅक्‍टरों ने एफिडेविट जमा कर बताया है कि वे रिम्स के अलावा कहीं भी प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं करते हैं। इनमें कुछ ऐसे भी डाॅक्टर हैं जो जून माह तक सेवानिवृत्‍त भी हो चुके हैं। रिम्‍स प्रबंधन के जन संपर्क पदाधिकारी डाॅ. डीके सिन्हा ने बताया कि‍ सभी आवेदन की जांच होगी। उसके बाद ही एफिडेविट के आधार पर उनके एनपीए के एरियर का भुगतान का रास्ता साफ हो सकेगा। मालूम हो कि एफिडेविट जमा कराने को लेकर रिम्स प्रबंधन की ओर से डाॅक्टरों को पत्र जारी किया गया था।

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शिकायत मिली थी कि रिम्स के कुछ डाॅक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं। साथ ही एनपीए भी छोड़ना नहीं चाहते हैं। ऐसे डॉक्टरों से सख्ती से निपटने के लिए पत्र लिखा गया था। सीनियर डाॅक्टरों की संख्या में प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर और सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर शामिल हैं। इन्हें दिसंबर 2012 से अक्टूबर 2014 तक का एनपीए का भुगतान किया जाना है। एफिडेविट मिलने के बाद एनपीए पर फैसला होगा। डाॅक्टरों के प्राइवेट प्रैक्टिस करने का मामला लंबे समय से चल रहा है।

ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल जूनियर विंग में ऑनलाइन वन महोत्सव

ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल जूनियर विंग में ऑनलाइन वन महोत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कक्षा नर्सरी से पांचवीं तक के बच्चों ने हिस्सा लिया और अपने विचार रखे। विद्यालय की शिक्षिकाओं के नेतृत्व में कक्षा नर्सरी से पांचवीं तक के बच्चों ने पौधारोपण करना सीखा। साथ ही बच्चों ने आकर्षक चित्रकारी, स्लोगन, हिंदी एवं अंग्रेजी में कविता पाठ, भाषण एवं गीत के माध्यम से पर्यावरण सरंक्षण का संदेश दिया।

इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाध्यापिका शिल्पी सिंह राठौर ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से बच्चे प्रकृति के साथ समन्वय स्थापित करना सीखते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रकृति के साथ खिलवाड़ उचित नहीं है। यदि हम प्रकृति का सम्मान करेंगे, तो प्रकृति भी हमें अपना सकारात्मक रूप दिखाएगी। उन्होंने बच्चों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम की सराहना की। वन महोत्सव के आयोजन को सफल बनाने में विद्यालय के कोऑर्डिनेटर विकास रंजन, विक्की गांधी एवं समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं का विशेष योगदान रहा।


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