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पहाड़ी मंदिर में धार्मिक आयोजन की अनुमति नहीं

अनुमंडल पदाधिकारी लोकेश मिश्रा की अध्यक्षता में शनिवार को पहाड़ी मंदिर को ले कर बैठक हुई।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 01:51 AM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2020 01:51 AM (IST)
पहाड़ी मंदिर में धार्मिक आयोजन की अनुमति नहीं
पहाड़ी मंदिर में धार्मिक आयोजन की अनुमति नहीं

जागरण संवाददाता, रांची : अनुमंडल पदाधिकारी लोकेश मिश्रा की अध्यक्षता में शनिवार को पहाड़ी मंदिर समिति के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई। समाहरणालय ब्लॉक बी में स्थित अनुमंडल पदाधिकारी के कार्यालय कक्ष में हुई बैठक में मंदिर संचालन को लेकर सर्वसम्मति से कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। कोरोना की रोकथाम हेतु निर्णय लिया गया कि सावन के महीने में पहाड़ी मंदिर में किसी भी प्रकार का धार्मिक आयोजन नहीं होगा। मंदिर के पुजारी के अलावा किसी भी अन्य व्यक्ति को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। मंदिर के पुजारी ही केवल भगवान शंकर की पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना करेंगे। पूर्व की भांति ही श्रृंगारी पूजा भी पुजारी के माध्यम से की जाएगी। पहाड़ी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद जरूर रहेगा, परन्तु वे ऑनलाइन बाबा भोले के दर्शन कर पाएंगे। घर बैठे ही श्रद्धालु भगवान शंकर का दर्शन कर पाएंगे।

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इस सावन में शिव मंदिरों में जलाभिषेक के लिए नहीं लगेगी कतार

जागरण संवाददाता, रांची : सोमवार से भगवान शिव का महीना सावन शुरू हो जाएगा। इस बार सावन में कई विशेष योग भी बन रहे हैं। इस बार सावन महीना सोमवार से ही शुरू हो रहा है और इस महीने का अंतिम दिन भी सोमवार को ही होगा। वहीं सावन के महीने में सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने के साथ ही विष्णु की पूजा का भी विशेष फल मिलता है। सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से जीवन से सभी तरह की परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है। इस साल सावन के महीने में कई बड़े योग बनेंगे। इन संयोग में पूजा और जाप का भी विशेष फल भक्तों को मिलेगा। वहीं बाजार में महिलाएं सावन को लेकर चूड़ी, लहटी व साड़ी की खरीदारी कर रही हैं।

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मंदिरों में नहीं होगा जलाभिषेक::

कोरोना के संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा फैसला किया गया है कि मंदिरों में सोमवार को जलाभिषेक की इजाजत नहीं दी जाएगी। हालांकि पहाड़ी मंदिर में बाबा का लाइव दर्शन भक्त ऑनलाइन कर सकेंगें। पहाड़ी मंदिर के पुजारियों के द्वारा शिवभक्तों से आग्रह किया गया है कि वो कोरोना संक्रमण को देखते हुए घर पर ही पूजा करें। घर में पूरी आस्था और विश्वास के साथ पूजा करना का भी उतना ही फल है जितना मंदिर में पूजा का है।

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सावन की शिवरात्रि का महत्व::

सावन के महीने में शिवरात्रि आने पर इसका विशेष महत्व होता है। हिदू कैलेंडर के अनुसार हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर शिवरात्रि मनाई जाती है, लेकिन फाल्गुन और सावन के महीने की शिवरात्रि विशेष फलदायी मानी जाती है। इस बार सावन महीने की शिवरात्रि 18 जुलाई को मनाई जाएगी।

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भगवान शिव की पूजा विधि::

- इस महीने में सुबह जल्दी उठें और स्नान करके साफ कपड़े पहनकर भगवान शिव की पूजा करें।

- पूजा स्थान की अच्छी तरह साफ-सफाई करें, और वहां गंगाजल का छिड़काव करें।

- आसपास के मंदिर में जाकर शिवलिग पर जल व दूध का अभिषेक भी करें।

- इसके बाद भगवान शिव और शिवलिग को चंदन का तिलक लगाएं।

- इसके बाद भगवान शिव को सुपारी, पंच अमृत, नारियल, बेल पत्र, धतूरा, फल, फूल आदि अर्पित करें।

- अब दीपक जलाएं और भगवान शिव का ध्यान लगाएं।

- इसके बाद शिव कथा व शिव चालीसा का पाठ कर, महादेव की आरती करें।

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कब है सोमवार व्रत::

- 06 जुलाई 2020 को पहली सोमवारी सावन

- 13 जुलाई 2020 को दूसरी सोमवारी

- 20 जुलाई 2020 को तीसरी सोमवारी

- 27 जुलाई 2020 को चौथी सोमवारी

- 03 अगस्त 2020 को पांचवीं सोमवारी

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इस सावन में विशेष योग::

रवि योग:: 11,12,23,24,25,26,28,30,31

सिद्धि योग:: 6,12,14,15,20,21

अभिष्ट योग:: 16,26,29


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