रफ्तार में कोरोना, मिले रिकॉर्ड 72 मरीज, 38 हुए स्वस्थ
रांची झारखंड में कोरोना के संक्रमण ने अब रफ्तार पकड़ ली है। प्रवासियों के आने के बाद से ंसख्या में बढ़ोतरी तेजी से हो रही है। शनिवार को मात्र एक दिन में रिकॉर्ड 72 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए।
रांची : झारखंड में कोरोना के संक्रमण ने अब रफ्तार पकड़ ली है। प्रवासियों के आने के बाद से मरीजों की संख्या में वृद्धि के रोज नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। शनिवार को भी राज्य में रिकॉर्ड 72 मरीज मिले। एक दिन पूर्व शुक्रवार को भी 46 मरीज मिले थे। शनिवार को मिले मरीजों में सर्वाधिक 43 लोग पूर्वी सिंहभूम के हैं। वहीं अबतक कोरोना से अछूते रहे साहिबगंज में भी एक मरीज मिलने के बाद कोविड-19 का संक्रमण राज्य के हर जिले में पहुंच गया है। इस बीच राहत की बात यह है कि शनिवार को ही झारखंड में 38 मरीज कोरोना को मात देते हुए स्वस्थ भी हुए। राज्य में अबतक 258 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। शनिवार को स्वस्थ होनेवालों में रांची के पांच, कोडरमा के 19, गढ़वा के 13 तथा पश्चिमी सिंहभूम के एक मरीज शामिल हैं।
शनिवार को मिले नए मरीजों में पूर्वी सिंहभूम के 43, धनबाद के 13, हजारीबाग तथा सिमडेगा में चार-चार, गढ़वा तथा खूंटी में दो-दो और गुमला, पाकुड़, साहिबगंज व पलामू के एक-एक मरीज शामिल हैं। ये सभी प्रवासी मजदूर हैं और मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, दिल्ली व अन्य शहरों से आए हैं। राज्य में अब कोरोना के 332 सक्रिय केस हो गए हैं। वहीं अबतक कोरोना से संक्रमित हुए मरीजों की कुल संख्या 575 तक पहुंच गई है। राज्य में अबतक कोरोना से पांच लोगों की मौत हो चुकी है।
पूर्वी सिंहभूम में थम नहीं रही रफ्तार
राज्य में पहली बार किसी जिले में एक दिन में 43 मरीज मिले हैं। इसी के साथ संक्रमण के मामले में पूर्वी सिंहभूम रांची के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। दो दिनों में यहां 58 मरीज मिल चुके हैं, जबकि शनिवार को एक दिन में सबसे अधिक रिकार्ड 43 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए। इसमें सबसे अधिक घाटशिला के धालभूमगढ़ निवासी हैं। प्रवासियों में ज्यदातर चेन्नई, मुंबई, कोलकाता, लखनऊ, आसनसोल आदि स्थानों से लौटे है। वहीं इस जिले में कुल मरीजों की संख्या 94 तक पहुंच चुकी है।
जेल में बंद है साहिबगंज का मरीज
साहिबगंज में कोरोना पॉजिटिव पाया गया युवक राजमहल इलाके का है। उसने कुछ दिन पहले क्वारंटाइन सेटर में हंगामा किया था। इस कारण उसे गिरफ्तार कर राजमहल उपकारा भेज दिया गया था। खबर लिखे जाने तक जेल से उसे कोविड अस्पताल भेजने की तैयारी चल रही थी। इसी तरह खूंटी के दो मरीजों में एक युवक मुरहू तथा दूसरा रनिया प्रखंड का निवासी है। दोनों मुंबई से पहुंचे थे, जिसके बाद दोनों को क्वारंटाइन करते हुए जांच कराई गई थी। दवा दुकानों को रखना होगा सर्दी-खासी, बुखार के मरीजों का ब्योरा
रांची : राज्य सरकार सर्दी-खांसी वाले सभी मरीजों की पहचान करने की कवायद में जुटी है, ताकि उनकी जांच हो सके। लेकिन, अक्सर देखा जा रहा है कि सर्दी-खांसी या बुखार होने पर मरीज सीधे केमिस्ट की दुकान में जाकर दवा खरीद लेते हैं। डॉक्टर के पुर्जे के बिना भी ऐसे मरीजों को दवा दे दी जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह धड़ल्ले से हो रहा है।
राज्य सरकार ने अब ऐसे मरीजों की पहचान करने के लिए सभी दवा दुकानों को ऐसे सभी मरीजों का पूरा ब्योरा रखने का आदेश दिया है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने निदेशक, औषधि को पत्र लिखकर ड्रग इंस्पेक्टरों के माध्यम से इसका सख्ती से अनुपालन कराने को कहा है। इसके तहत दवा दुकानदारों को सर्दी-खांसी तथा बुखार के लिए दवा खरीदने वाले ग्राहकों का नाम, पता एवं मोबाइल नंबर अनिवार्य रूप से रखना होगा। ड्रग इंस्पेक्टर दुकानों से ऐसे मरीजों की सूची प्राप्त कर औषधि निदेशालय को उपलब्ध कराएंगे, ताकि ऐसे मरीजों की शीघ्र पहचान की जा सके। औषधि निदेशालय इसे स्वास्थ्य विभाग की आइडीएसपी शाखा को उपलब्ध कराएगा तथा आइडीएसपी द्वारा ऐसे मरीजों की जांच कराई जाएगी।