रिम्स में सोमवार से मरीजों को 85 प्रतिशत कम कीमत पर मिलेंगी सस्ती दवाइयां
jharkhand news झारखंड हाईकोर्ट की कड़ी फटकार के बाद सोमवार से रांची रिम्स में जन औषधि केंद्र का शुभारंभ हो जाएगा। मरीजों को यहां बहुत कम कीमत पर दवाएं मिलने लगेंगी। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता इस केंद्र का सोमवार को शुभारंभ करेंगे।
रांची, जागरण संवाददाता। लंबे इंतजार के बाद रांची रिम्स में 24 जनवरी 2022 से जन औषधि केंद्र खुल जाएगा। जन औषधि केंद्र खुलने की सारी तैयारियां कर ली गई हैं। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता इस नए जन औषधि केंद्र का उद्घाटन करेंगे।
85% तक कम कीमत पर मिलेंगी दवाइयां
उद्घाटन के बाद यहां मरीजों को 85% तक कम कीमत पर दवाइयां उपलब्ध हो सकेंगी। इससे गरीब मरीजों को काफी राहत मिलेगी। नई एजेंसी को रिम्स की ओर से यह केंद्र सिपुर्द कर दिया गया है। नई एजेंसी ने भी सभी कागजी कार्रवाई पूरी कर ली है। इसके बाद ही यह केंद्र उसके हवाले किया गया है।
झारखंड हाईकोर्ट ने भी लगाई थी फटकार
मालूम हो कि झारखंड हाईकोर्ट ने रिम्स में जन औषधि केंद्र नहीं खोले जाने पर कड़ी नाराजगी जताई थी। अदालत ने कहा था कि लोग दो-तीन माह से बाहर से दवाएं खरीद रहे हैं, उन्हें आर्थिक हानि उठानी पड़ रही है। कोर्ट के आदेश के बाद भी रिम्स की ओर से अभी तक जन औषधि नहीं खोला जाना काफी दुखद है। इस टिप्पणी के बाद रिम्स निदेशक ने आश्वस्त किया था कि वह जनवरी तक जन औषधि केंद्र खोलने की प्रक्रिया पूरी कर लेंगे।
दवा पर मरीजों को 7 प्रतिशत छूट देगी एजेंसी
रिम्स स्थित जन औषधि केंद्र का संचालन बिंध्या मेडिको को दिया गया है। यह एजेंसी मरीजों को सात प्रतिशत तक की छूट देगी। जेनरिक दवा पहले से ही सस्ती दर पर आती है। इसमें भी सात प्रतिशत तक की छूट से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। एजेंसी का चयन तकनीकी और फाइनेंसियल बिड के आधार पर किया गया है। इस पर रिम्स की शाषी परिषद ने मुहर लगाई थी।
केंद्र खुलने में निकल गया डेढ़ माह का समय
एजेंसी चयन के बाद भी जन औषधि केंद्र खुलने में करीब डेढ़ माह का समय निकल गया। इस बीच एजेंसी को केंद्र से अनुमति लेनी पड़ी और इसके बाद ड्रग लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। इसके बाद ड्रग विभाग की ओर से सारे डॉक्यूमेंट का सत्यापन किया गया, तब जाकर एजेंसी को क्लीन चिट मिली।
एजेंसी के चयन को लेकर भी उठते रहे सवाल
इस बीच एजेंसी के चयन को लेकर भी सवाल उठते रहे। यही कारण है कि पिछली बार भी एजेंसी के चयन को लेकर टेंडर निकाला गया था, लेकिन टेंडर में कई खामियां होने और किसी खास एजेंसी की मदद करने को लेकर सवाल उठा था, जिसके बाद प्रबंधन ने उस टेंडर को रद्द कर नया टेंडर निकाला, जिसके बाद नई एजेंसी का चयन हुआ।