शराब पीने के दौरान गोली मारने की धमकी पर की गई थी अमित की हत्या, पांच गिरफ्तार
अमित की हत्या शराब पीने के दौरान हुए विवाद में कर दी गई थी। पुलिस ने हत्या में शामिल पांच अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है।
खास बातें
- मुड़ला पहाड़ में ही छोड़ दिया था शव, पहचान न हो इसलिए दो दिन बाद पेट्रोल डालकर जला डाला था
- 18 अक्टूबर को मिली थी अधजली लाश, कुतों ने नोच लिया था हाथ-पैर
- कई दोस्तों से हुई थी पूछताछ, पुलिस ने तकनीकी सेल की मदद से हत्यारों को दबोचा
रांची, जासं। रातू रोड लक्ष्मीनगर निवासी अमित श्रीवास्तव हत्याकांड की पुलिस ने गुत्थी सुलझा ली है। मामले में करीब ढाई महीने बाद हत्या में शामिल पांच अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी को जेल भेज दिया गया है। जेल भेजे गए आरोपितों में सुखदेव नगर इलाके के जयप्रकाश नगर पहाड़ीटोला निवासी गणेश खलखो, हेहल टंगराटोली निवासी इंदुवा तिर्की, पहाड़टोली निवासी रोहित तिर्की, बुंडू के बीचाहातू निवासी सुभाष सेठ वर्तमान पता बिरला मैदान काठपुल और मांडर करगे निवासी रवि गोप वर्तमान पता सीसीएल कॉलोनी पंडरा शामिल है।
कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार विमल के अनुसार अमित की हत्या शराब पीने के दौरान हुए विवाद में कर दी गई थी। शराब पीने के दौरान अमित ने आरोपितों को गोली मारने की धमकी दी थी। इसलिए उसकी पहले पिटाई की थी। पिटाई से गिरने के बाद सिर को पत्थर से कूच डाला था। इससे मौके पर ही मौत हो गई थी। दो दिनों के बाद दोबारा सभी आरोपित शव को जलाने मुड़ला पहाड़ पहुंचे थे। शव देखकर पहचान न हो इसलिए, शव में पेट्रोल डालकर जला दिया था।
14 अक्टूबर को अपने घर से निकला था अमित
14 अक्टूबर 2019 की सुबह अपने घर से अमित निकला था। इसके बाद से गायब था। 18 अक्टूबर को सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के मुड़ला पहाड़ से अधजली स्थिति में शव बरामद किया गया था। अमित की हत्या पत्थर से कूच कर की गई थी, हत्या के बाद उसके शव को जलाने की कोशिश की गई थी। घटनास्थल से पुलिस ने जांच के दौरान शराब की बोतले, डिस्पोजल ग्लास और अमित का चप्पल बरामद किया था।
अमित के बेचे गए मोबाइल से हत्यारों तक पहुंची पुलिस
अमित की हत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए उसके कई दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला था। इसी बीच अमित के पास रखे गायब मोबाइल के बारे में पुलिस को जानकारी मिली। अमित का मोबाइल घटना के बाद से गायब था। पुलिस ने तकनीकी सेल की मदद से उसका लोकेशन खंगाला। इससे पता चला कि मोबाइल को एक युवक इस्तेमाल कर रहा है। संबंधित मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे युवक से जब पूछताछ की गई, तो उसने बताया कि गणेश खलखो ने उसे मोबाइल बेचा है।
पुलिस ने जब गणेश को हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की तो उसने अमित की हत्या में अपनी संलिप्तता को स्वीकार करते हुए पूरी घटना की जानकारी दी। गणेश ने ही हत्या में शामिल अपने साथियों का नाम भी बताया। गणेश के अनुसार उसने अपने चार साथियों के साथ मिलकर अमित की हत्या की थी और उसके शव को पहाड़ पर ही जला दिया था, लेकिन बारिश होने की वजह से अमित का शव पूरी तरह से नहीं जल पाया था। इसी वजह से उसके शव की पहचान हो गई थी।
एक बार विवाद सुलझा, दोबारा अमित से मारपीट कर की हत्या
अमित की हत्या के आरोपित गणेश ने बताया कि हर दिन अमित पहाड़ी पर शराब पीने साथ जाया करता था। वहां गणेश भी अपने साथियों के साथ शराब पीने जाता था। 14 अक्टूबर की रात भी अमित शराब पीने के लिए गया था। इस दौरान अमित ज्यादा नशे में था। गणेश और उसके दोस्तों ने भी बहुत ज्यादा शराब पी रखी थी। शराब पीने के दौरान ही अमित और गणेश में विवाद हो गया, इस दौरान दोनो एक दूसरे को धमकी देने लगे। अमित ने गोली मारने की धमकी दे डाली।
हालांकि इस विवाद के दौरान वहां मौजूद अन्य दोस्तों ने सुलझा दिया। फिर सभी जुटकर हेसल पहाड़ी पहुंचे। वहां भी शराब पी। वहां पीने के बाद मुड़ला पहाड़ पहुंचे। वहां एक बार फिर शराब पी। इसके बाद दोबारा विवाद शुरू हो गया। इस विवाद के दौरान गणेश ने कहा गोली मारकर दिखाओ। इतने में विवाद बढ़ा, तो मारपीट शुरू हो गई। मारपीट के बीच अमित नीचे गिर गया। इसके बाद गणेश ने अपने साथियों के साथ मिलकर अमित को पत्थर से कूच-कूच कर हत्या कर दी।
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