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Indian Railwayः रांची-नई दिल्ली गरीब रथ को पुन: चालू करें, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन से सांसद संजय सेठ ने रखी मांग

Indian Railwayः रांची के सांसद संजय सेठ ने दिल्ली में रेलवे बोर्ड के नवनियुक्त चेयरमैन सुनीत शर्मा से मुलाकात कर रांची क्षेत्र में रेलवे से संबंधित विभिन्न सुविधाओं और समस्याओं पर चर्चा की। रांची नई दिल्ली गरीब रथ को पुन चालू कराने की मांग की।

By Kanchan SinghEdited By: Published: Wed, 06 Jan 2021 09:43 AM (IST)Updated: Wed, 06 Jan 2021 09:43 AM (IST)
Indian Railwayः रांची-नई दिल्ली गरीब रथ को पुन: चालू करें, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन से सांसद संजय सेठ ने रखी मांग
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन से सांसद संजय सेठ ने रखी रेल सुविधा बढ़ाने की मांग।

रांची,जासं। रांची के सांसद संजय सेठ ने दिल्ली में रेलवे बोर्ड के नवनियुक्त चेयरमैन सुनीत शर्मा से मुलाकात कर रांची क्षेत्र में रेलवे से संबंधित विभिन्न सुविधाओं और समस्याओं पर चर्चा की। सांसद ने रांची के लोगों की असुविधा को देखते हुए रांची नई दिल्ली गरीब रथ को पुन: चालू करने तथा रांची नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस (02453) ट्रेन को सप्ताह में दो दिन लोहरदगा टोरी होते हुए चलाने की मांग रखी।

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सांसद सेठ ने बताया इस रूट से ट्रेन के परिचालन से दिल्ली जाने में तीन घंटे के समय की बचत होगी। उन्होंने बताया कि लोहरदगा को टीएसएस पिछले दिसंबर माह में ही कमीशंड हो गया है और रांची लोहरदगा टोरी का इलेक्ट्रिकफिकेशन भी हो गया है। इसलिए इस रूट पर ट्रेन चलाने की अनुमति दी जाए।

उन्होंने कहा कि लपरा-रांची मुख्य पथ के बीच लपरा रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज का निर्माण किया जाए। मैकलुसकीगज रेलवे स्टेशन के फुट ओवरब्रिज को राय साइडिंग के पास बाजार से जुड़े मुख्य पथ तक जोड़ा जाए। सांसद सेठ ने कहा कि ईचागढ़ के अंतर्गत चांडिल कालेज के पास रेलवे फाटक को बंद न किया जाए। वहां कालेज के साथ-साथ बड़ी आबादी की बस्ती है। फाटक बंद हो जाने से स्थानीय लोगों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।

पर्यटन का एक बड़ा केंद्र है रांची

रांची टाटा वाया मुरी के लिए शटल ट्रेन/मेमो ट्रेन (तीन या चार) बोगी चलाई जाए, क्योंकि रांची पर्यटन का एक बड़ा केंद्र है। पूरे देश भर के पर्यटक यहां आते हैं। यहां कई तरह के जलप्रपात एवं ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल हैं। पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए शटल ट्रेन चलाई जाए। ज्ञात हो कि टाटा भी एक औद्योगिक क्षेत्र है। इसलिए पर्यटक के साथ व्यापार से संबंधित लोगों का भी आना जाना लगा रहता है।

रांची के आसपास दर्जनों बड़ी-बड़ी खदानें हैं, जिसमें लाखों क्यूबिक पानी जमा रहता है। इस पानी का उपयोग रेल नीर के रूप में सीसीएल के साथ समन्वय से बनाकर किया जा सकता है। इससे पानी का उपयोग भी हो पाएगा और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। रामगढ़ में इसका प्लांट भी प्रस्तावित है। मुरी बरकाकाना रेलखंड का दोहरीकरण का जल्द से जल्द शिलान्यास किया जाए। हटिया एनाकुलम, हटिया पुणे, रांची सासाराम, रांची जयनगर ट्रेनों को जल्द चालू किया जाए, जो कोविड के कारण बंद हैं।


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