रांंची नगर निगम में पांच महीने से नहीं हुई बोर्ड की बैठक,भड़के वार्ड पार्षद, जानें क्या कहा
रांची नगर निगम कि निगम बोर्ड की बैठक मार्च के बाद से नहीं हुई है। बोर्ड की मीटिंग जल्द कराने के लिए 11 पार्षदों ने 19 अगस्त को नगर आयुक्त से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा गया था। आग्रह किया गया कि 48 घंटे के अंदर बोर्ड की बैठक बुलाई जाए।
रांची,जासं। रांची नगर निगम कि निगम बोर्ड की बैठक मार्च के बाद से नहीं हुई है। पांच माह गुजर गए हैं। बोर्ड की मीटिंग जल्द कराने के लिए 11 पार्षदों ने 19 अगस्त को नगर आयुक्त से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा गया था। उनसे आग्रह किया गया था कि 48 घंटे के अंदर बोर्ड की बैठक बुलाई जाए। इसके बावजूद बोर्ड की बैठक नहीं बुलाई गई। इससे वार्ड पार्षदों में काफी नाराजगी है वार्ड पार्षदों का आरोप है कि रांची नगर निगम में अब मनमानी की जा रही है वार्ड पार्षदों की नहीं सुनी जा रही। वार्ड पार्षदों का कहना है कि बोर्ड की बैठक बुलाने संबंधी आवेदन की प्रति मेयर एवं डिप्टी मेयर को भी दी गई थी कि निगम परिषद की बैठक समय पर कर दी जाए। मगर, नगर आयुक्त ने इस पर किसी प्रकार का विचार नहीं किया और मेयर व डिप्टी मेयर ने दबाव नहीं बनाया। नगर निगम में कानून का पालन नहीं किया जा रहा है। झारखंड म्युनिसिपल एक्ट में पार्षदों को प्राप्त अधिकार की रक्षा नहीं हो पा रही है। इसके कारण बैठक नहीं हो पाई है। यह कहीं ना कहीं यह बताता है कि नगर निगम में अव्यवस्था का आलम पराकाष्ठा पर है। यहां लोग अपने मन से काम कर रहे हैं। किसी प्रकार के कानून का पालन नहीं हो पा रहा है। गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में आयोजित हुई बोर्ड की बैठक में तय किया गया था कि अब बोर्ड की बैठक हर महीने होगी। लेकिन, इसके बावजूद हर महीने बोर्ड की बैठक नहीं हो पा रही है। वार्ड पार्षद बोर्ड की बैठक में ही अपने इलाके की समस्या रखते हैं और योजनाओं का खाका तैयार किया जाता है। लेकिन बोर्ड की बैठक नहीं होने की वजह से वार्ड पार्षद अपनी बात नहीं रख पा रहे हैं। बोर्ड की बैठक नहीं होने से यह भी पता नहीं चल पा रहा है कि किस मोहल्ले में क्या समस्या है। इससे राजधानी का विकास प्रभावित हो रहा है।