गैंगस्टर अमन साहू को छोटा भाई बताकर थानेदार ने गेस्ट हाउस में रखवाया, रात में फरार Ranchi News
Jharkhand News रांची पुलिस के हाथों गिरफ्तारी के बाद राज खुल रहा है। एसडीपीओ बरही की छानबीन में खुलासा हो चुका है। अमन साहू की फरारी मामले का अनुसंधान सीआइडी कर रही है।
रांची, राज्य ब्यूरो। हाल ही में रांची पुलिस के हत्थे चढ़ा गैंगस्टर अमन साव उर्फ अमन साहू की पूर्व में हजारीबाग के बड़कागांव थाना से फरारी में वहां के तत्कालीन थानेदार मुकेश कुमार की भूमिका है। 27 सितंबर 2019 को अमन साव थाना के हाजत से नहीं, बल्कि थाना के अतिथि कक्ष से फरार हुआ था। तब थानेदार ने अमन साव को अपना छोटा भाई बताते हुए अतिथि कक्ष में ठहराया था।
थाना के चौकीदार भुनेश्वर पासवान ने एसडीपीओ बरही के सामने अपने बयान में यह बात कही है। भुनेश्वर ने बताया कि 27 सितंबर 2019 को वह शाम पांच बजे ड्यूटी पर आया। पहले से तैनात चौकीदार चंद्रिका पासवान व रमेश्वर पासवान ने ड्यूटी बदलते वक्त बताया कि अतिथि कक्ष में एक कैदी है। जब भुनेश्वर ने उनसे कहा कि कैदी है तो उसे हाजत में बंद करना चाहिए। तब चंद्रिका ने उससे कहा कि थानेदार ने यह कहते हुए कैदी को अतिथि कक्ष में रखवाया है कि वह उनका छोटा भाई है।
इसके बाद भुनेश्वर थानेदार मुकेश कुमार के पास पहुंचा और उसने कैदी को हाजत में बंद करने की बात रखी तो थानेदार ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया और कहा कि थानेदार वे हैं और वह कैदी नहीं, उनका छोटा भाई है। रात में भुनेश्वर ने अतिथि कक्ष के बाहर ताला लगा दिया। सुबह जब कक्ष खोला तो देखा कि कक्ष के वेंटिलेशन से वह कैदी भाग चुका है। अमन साहू की फरारी मामले का अनुसंधान सीआइडी कर रही है।
विवादित हैं थानेदार मुकेश कुमार
बड़कागांव के तत्कालीन थानेदार मुकेश कुमार विवादित रहे हैं। सूचना है कि वे बिना किसी विभागीय स्वीकृति के कुछ जवानों को लेकर भागलपुर गए थे, जहां मारपीट की थी। इस मामले में पूर्व डीजीपी कमल नयन चौबे के आदेश पर जांच भी हुई थी, जिसमें मुकेश कुमार पर गंभीर आरोप की पुष्टि हुई थी।