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Ranchi Coronavirus Update: कोराेना की जांच रिपोर्ट लेने खुद रिम्‍स पहुंचा युवक, रिपोर्ट देख दंग रह गए डॉक्‍टर

Ranchi Coronavirus News Update. सैंपल की जांच रिपोर्ट 2 दिन पहले ही आयी थी। लेकिन इसकी सूचना युवक को नहीं दी गई थी। रिपोर्ट लेने के लिए वह कई चक्‍कर लगाता रहा।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sun, 19 Jul 2020 11:15 AM (IST)Updated: Sun, 19 Jul 2020 11:15 AM (IST)
Ranchi Coronavirus Update: कोराेना की जांच रिपोर्ट लेने खुद रिम्‍स पहुंचा युवक, रिपोर्ट देख दंग रह गए डॉक्‍टर
Ranchi Coronavirus Update: कोराेना की जांच रिपोर्ट लेने खुद रिम्‍स पहुंचा युवक, रिपोर्ट देख दंग रह गए डॉक्‍टर

रांची, जासं। Ranchi Coronavirus News Update रिम्स में शनिवार को एक पॉजिटिव मरीज खुद रिपोर्ट लेने पहुंच गया। रिपोर्ट मांगने पर जब डॉक्टर ने उसी रिपोर्ट देखी तो दंग रह गए। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव थी। डॉक्टर के पूछने पर संक्रमित ने बताया कि शुक्रवार को उसे जब रिपोर्ट की जानकारी नहीं मिली तो वह ऑटो से खुद रिम्स आया, रिम्स में पता चला कि डेंटल कॉलेज में रिपोर्ट मिलेगी तो वह डेंटल कॉलेज पहुंचा।

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मरीज को रिपोर्ट देने के बाद डॉक्टर खुद अधीक्षक के पास पहुंचे। उन्होंने बताया कि मरीज की रिपोर्ट शुक्रवार को ही पॉजिटिव आई थी। लेकिन उसे न तो कोविड सेंटर में भर्ती कराया गया, न ही उसे कोई जानकारी दी गई थी। डॉक्टर ने बताया कि रिपोर्ट के चक्कर में वह मरीज न जाने कितने लोगों के संपर्क में आया होगा। अब तो उसकी कांटैक्ट ट्रेसिंग भी नहीं हो पाएगी।

कंटेनमेंट जोन में जिला प्रशासन चिपका रहा पोस्टर, प्रवेश व निकास निषेध

लगातार बढ़ रहे कोरोना के पॉजिटिव मामलों के बीच जिला प्रशासन द्वारा कंटेनमेंट जोन एरिया में पोस्टर चिपका कर लोगों का आगाह किया जा रहा है। खेलगांव के हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में भी लगातार पॉजिटिव मामले मिलने के बाद शनिवार को पोस्टर चिपकाया गया है। पोस्टर में आवश्यक सेवाओं के लिए कॉन्टेक्टलेस डिलेवरी लेने के शिवाय प्रवेश व निकास निषेद है।  साथ ही माइक्रो कंटेनमेंट जोन के नियमो की अवहेलना करने पर कार्रवाई की जाएगी।

निजी लैब जांच रिपोर्ट पहले जिला प्रशासन को दें फिर मरीज को : उपायुक्त

रांची के उपायुक्त छवि रंजन ने कोरोना जांच करने वाले निजी लैब संचालकों के साथ बैठक की। उपायुक्त ने लैब संचालकों से कहा कि कोरोना संदिग्ध की जांच करने से पहले दिए गए अल्टरनेट फोन नंबर पर कॉल कर जांच कर लें। साथ ही मरीज द्वारा दिए गए पते को भी अपने स्तर से वेरिफाई करें। सैंपल देने वाले व्यक्ति के पते में लैंडमार्क का आवश्यक रूप से उल्लेख करें।

हर मरीज का रिकार्ड रखें कि वो सैंपल देने के दौरान कहां रह रहा है। कोरोना जांच करने वाले निजी लैब संचालक जांच रिपोर्ट की जानकारी पहले जिला प्रशासन को दें, उसके बाद मरीज को। सभी लैब मरीज से जांच रिपोर्ट आने तक होम आइसोलेशन में रहने से संबंधित अंडरटेकिंग भी लें। बैठक में उपायुक्त ने निजी लैब संचालकों को जांच क्षमता बढ़ाने को कहा।

उन्होंने सभी लैब संचालकों को हर दिन जांच के हेतु लिए गए सैंपल, की गई जांच और बैकलॉग की रिपोर्ट देने को कहा। उपायुक्त कार्यालय में आयोजित बैठक में उपविकास आयुक्त अनन्य मित्तल, सिविल सर्जन डॉ. वीबी प्रसाद एवं शहर के विभिन्न लैब संचालक मौजूद थे। इस अवसर पर मेडिकल हॉस्पीटल प्राइवेट लिमिटेड से हर्ष दारुका, पैथकाइंड लैब से डॉ. अमित आनंद, डॉ. अमित कुमार सिन्हा, माइक्रोपैरक्सिस लैब से डॉ. पूजा सहाय, लाल पैथोलैब से रवि रंजन सिन्हा उपस्थित थे।


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