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रांची में कोरोना मरीजों के लिए कम पड़ सकते हैं बेड, हर दिन दोगुनी रफ्तार से बढ़ रहे पॉजिटिव मामले

Ranchi Coronavirus News Update संक्रमित बढ़ेंगे तो फिर बेड कम पड़ जाएगी। संक्रमित 2075 व बेड की संख्या 2240 है। 2240 बेड में से 1900 भर चुके हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Mon, 10 Aug 2020 01:09 PM (IST)Updated: Mon, 10 Aug 2020 04:46 PM (IST)
रांची में कोरोना मरीजों के लिए कम पड़ सकते हैं बेड, हर दिन दोगुनी रफ्तार से बढ़ रहे पॉजिटिव मामले
रांची में कोरोना मरीजों के लिए कम पड़ सकते हैं बेड, हर दिन दोगुनी रफ्तार से बढ़ रहे पॉजिटिव मामले

रांची, अमन मिश्रा। Ranchi Coronavirus News Update राजधानी में जिस रफ्तार से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं ऐसे में एक बार फिर बेड की संख्या कम पड़ सकती है। वर्तमान में सरकारी अस्पताल, कोविड केयर सेंटर, निजी अस्पतालों को मिलाकर 2240 बेड ही उपलब्ध हैं। जबकि संक्रमित मरीजों की संख्या 2075 (कुल एक्टिव केस) के करीब पहुंच चुकी है। जब राजधानी में संक्रमण के मामले कम थे तब सरकार व स्वास्थ्य विभाग के पास पूरा समय था कि बेड की संख्या और उपकरणों की उपलब्धता बढ़ाई जाए।

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लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अब जिस तरह से पॉजिटिव मामले बढ़ रहे हैं, इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि एक सप्ताह के भीतर कितनी बेड की जरूरत पड़ेगी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में 7 दिनों के अनुपात में ग्रोथ रेट 5.24 परसेंट हैं। जबकि दोगुना होने की दर 13.57 है। पिछले चार दिनों का आंकड़ा देखें तो  6 अगस्त को 267 पॉजिटिव मामले मिले थे, जबकि 104 संक्रमित रिकवर हुए थे।

वहीं 7 अगस्त को 160 मामले मिले और 369 संक्रमित स्वस्थ हुए थे। इसी तरह 8 अगस्त को 412 संक्रमित मिले, वहीं 104 स्वस्थ हुए। जिस तरह से संक्रमण के मामले में तेजी से वृद्धि हो रही है, इसके बावजूद बेड की संख्या नहीं बढ़ाई गई तो जिला प्रशासन के लिए मुसीबत का सबब बन सकता है।

होम आइसोलेशन है उपाय

पिछले महीने अचानक से बढ़ते मामले और बेड की कमी को देखते हुए सरकार व स्वास्थ्य विभाग ने बिना लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन की छूट दे दी। इससे बेड की कमी तो दूर हो गई, लेकिन घर में संक्रमित कैसा है ये पूछने वाला तक कोई नहीं। अब भी होम आइसोलेशन में ऐसे कई संक्रमित हैं जो 20 दिनों से रिपीट टेस्ट के इंतजार में पड़े हैं। नियम है कि किसी में संक्रमण की पुष्टि हुई है और उसमें किसी तरह का लक्षण नहीं है तो 7 से 9 दिनों के भीतर उसका रिपीट टेस्ट किया जाना है।

  • गंभीर मरीजों को अब भी सिर्फ रिम्स और पारस अस्पताल का ही सहारा, रिम्स पर गंभीर मरीजों का अतरिक्त दबाव
  • कोविड केयर सेंटर के अलावा गंभीर मरीजों के लिए अस्पताल भी चाहिए, रिम्स और पारस में भी कम पड़ रहे बेड

कहां कितने बेड

कोविड अस्पताल/सेंटर - बेड

रिम्स - 172

पारस - 50

खेलगांव - 710

सीसीएल अस्पताल - 60

एमएच नामकुम - 48

रिसलदार बाबा अस्पताल - 90

कल्पना चावला महिला छात्रावास, महिला पॉलीटेक्निक - 130

विस्थापित आवासीय कॉलोनी, जगन्नाथपुर - 200

सर्द हेहल - 68

टाना भगत गेस्ट हाउस - 80

सीएचसी सिल्ली - 10

सीएचसी बेडो - 10

सीएचसी रातू - 10

सब डिविजनल हॉस्पिटल बुंडू - 10

सीएचसी मांडर - 10

सीएचसी बुढ़मू - 10

सीएचसी सोनाहातू - 10

सीएचसी अनगड़ा - 10

पिथोरिया आइसोलेशन सेंटर - 10

ज्यूडिशियल एकेडमी धुर्वा - 10

जज बंगलो - 5

निजी अस्पताल व होटल

मेडिका अस्पताल - 70

मेदांता अस्पताल - 45

आलम नर्सिंग होम - 25

सैमफोर्ड - 45

हैल्थ प्वाइंट, बरियातू - 10

समर हॉस्पिटल, सिंह मोड़ - 10

राज हॉस्पिटल - 25

गुरुनानक अस्पताल - 25

ऑर्किड हॉस्पिटल - 15

देवकमल हॉस्पिटल - 29

सेवा सदन - 24

सेंटेविटा हॉस्पिटल - 20

पल्स हॉस्पिटल - 10

मां राम प्यारी हॉस्पिटल - 10

गुलमोहर हॉस्पिटल - 10

रानी हॉस्पिटल - 10

अंजुमन इस्लामिया - 10

होटल रॉयल रिट्रीट (मेडिका) - 30

होटल लैंडमार्क (ऑर्किड) - 28

आमंत्रण बैंक्वेट हॉल (देवकमल) - 45

होटल पार्क स्ट्रीट - 18

कुल - 2240

यहां बेड बढ़ाने की तैयारी

खेलगांव - 1500

सरला बिरला स्कूल - 200


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