रामगढ़ विधायक ममता देवी ने कोयला तस्करी के खिलाफ खोला मोर्चा, महागामा विधायक का भी मिला साथ
Jharkhand Politics Coal Smuggling Hindi News ममता देवी लगातार पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहीं हैं। 30 जनवरी को अपने तीनों अंगरक्षक वापस कर दिए थे। कांग्रेस की ही विधायक दीपिका पांडेय सिंह भी उनके साथ खड़ी दिखीं।
रामगढ़, [देवांशु शेखर मिश्र]। रामगढ़ विधायक ममता देवी लगातार पुलिस-प्रशासन पर जनप्रतिनिधियों की बात नजरअंदाज करने का आरोप लगाती रही हैं। छह महीने पहले 30 जनवरी की रात को अपने तीन अंगरक्षकों को वापस पुलिस लाइन भेजकर वह चर्चा में आई थीं। यह बात लोगों के गले से आसानी से इसलिए भी नहीं उतर रही थी, क्योंकि ममता देवी उस पार्टी से विधायक हैं, जो राज्य में झामुमो के साथ सत्ता में है।
इसके बाद उन्होंने कोयला के अवैध कारोबार को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाकर नई हलचल मचा दी। इस मामले में कांग्रेस की ही विधायक दीपिका पांडेय सिंह भी उनके साथ खड़ी दिखीं। मामले की जानकारी मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक को भी दी गई। डीजीपी के आदेश पर रामगढ़ एसपी ने मामले की जांच कर जो रिपोर्ट सौंपी, उसमें पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कोयला तस्करी को संरक्षण देने की बात सामने आई है।
ये था मामला
कोयला तस्करी का मामला 29 जून का है। इस दिन कुजू ओपी क्षेत्र में पुलिस ने कोयला लदे सात ट्रकों को पकड़ा था। इन सभी ट्रकों को बाद में छोड़ दिया गया। ट्रकों को छोड़ दिए जाने की जानकारी मिलने पर विधायक ममता देवी ने एक जुलाई को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व पुलिस महानिदेशक को ट्वीट किया।
इसमें उन्होंने उल्लेख किया कि कोयला लदे ट्रक रांची-खलारी से लोड कर आइपीएल पावर प्लांट गोला भेजने की बात कहकर रवाना किए गए थे, लेकिन गोला के बजाय सातों ट्रक श्रीराम पावर प्लांट कुजू में कोयला गिराने जा रहे थे। पुलिस द्वारा सातों ट्रकों को पकड़े जाने के बाद भी बिना कार्रवाई के छोड़ दिया गया। ऐसे में यह अवैध कोयला तस्करी का मामला लगता है। इस मामले में उन्होंने पुलिस महानिदेशक से कार्रवाई की मांग की।
महागामा विधायक का मिला साथ
इसके बाद तीन जुलाई को महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने भी विधायक ममता देवी के ट्वीट को टैग करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व पुलिस महानिदेशक को ट्वीट किया। इसमें विधायक दीपिका ने कहा कि यह पुलिस की निष्क्रियता है या जान-बूझ कर किसी के इशारे पर इन अवैध कोयला लदे ट्रकों की निकासी कराई जा रही है। खुद विधायक ने संज्ञान लेकर जानकारी दी फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। क्या यह पुलिस को निर्देश है कि वह विधायकों की न सुनें। झारखंड पुलिस की ओर से ट्वीट कर जानकारी दी गई कि मामले की जांच कराई जा रही है।
पुलिस पर सवाल
विधायक ममता देवी जब से विधायक बनी हैं, कई बार पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल चुकी हैं। जिले में कोयला, लोहा, पत्थर, बालू सहित रेलवे साइडिंग, पत्थर क्रशर व कबाड़ी के माध्यम से अवैध धंधे संचालित होने का आरोप लगा उन्होंने एसपी से कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यह सवाल भी पूछा है कि अगर अवैध कार्य नहीं चल रहा है तो लोग अवैध खदानों में दब कर कैसे मर रहे हैं।