Farmers Protest: राकेश टिकैत से गाजीपुर बॉर्डर पर मिले झारखंड के कृषि मंत्री बादल, दिल्ली पुलिस पर भड़के
Farmers Protest झारखंड के कृषि मंत्री बादल ने मंगलवार तड़के गाजीपुर बार्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की। बादल ने कहा कि जबसे किसान के आंसू छलके थे तबसे उनका मन व्यथित था। वे टिकैत से मिलने को व्यग्र थे।
रांची, जेएनएन। Farmers Protest, Kisan Andolan झारखंड के कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल ने मंगलवार को गाजीपुर बार्डर पहुंच किसान नेता राकेश टिकैत सहित अन्य आंदोलनरत किसानों से मुलाकात की। बादल ने राकेश टिकैत को झारखंड से लाया गया जल पिलाया और आश्वस्त किया कि रत्नगर्भा झारखंड के निवासी ही नहीं, बल्कि यहां का पवित्र जल, जंगल और जमीन भी अन्नदाताओं के साथ है।
बादल ने कहा कि केंद्र सरकार संवेदनहीन हो गई है। किसानों के दर्द को वह समझ नहीं पा रही है। सड़कों पर लोहे की कीलें, कंटीले तार एवं सीमेंट की दीवार बनाकर अन्याय के विरुद्ध शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे अन्नदाताओं को अपने ही देश में दुश्मन बनाकर प्रताड़ित किया जा रहा है। बिजली, पानी और इंटरनेट सेवाएं बाधित की जा रहीं हैं।
केंद्र सरकार का यह रवैया लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। हम सभी झारखंड के लोग किसान आंदोलन के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं। गोड्डा से देवघर तक लंबी ट्रैक्टर रैली निकाली गई। बादल ने बॉर्डर पर ही किसानों के साथ देर रात खाना भी खाया।
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने मंगलवार तड़के गाजीपुर बार्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की। बादल ने कहा कि जबसे किसान के आंसू छलके थे, तबसे उनका मन व्यथित था। वे टिकैत से मिलने को व्यग्र थे। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक बादल ने कहा कि शुरू से ही झारखंड ने किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। मैं यहां इसलिए आया हूं ताकि मैं उनके साथ नैतिक रूप से खड़ा हो सकूं। दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार की कठपुतली है, जिसे इशारे पर नचाया जा रहा है।
Delhi: Agriculture Minister of Jharkhand, Badal Patralekh, visits Ghazipur border and meets BKU leader Rakesh Tikait
"We support the farmers' movement from the beginning. I'm here to convey my moral support. Delhi police are puppets of the central govt," he(Badal Patralekh) says pic.twitter.com/87OVfvEK4x
— ANI (@ANI) February 2, 2021
बादल पत्रलेख ने ट्विटर पर अपने संदेश में लिखा- जब एक किसान के आंसू छलके थे तबसे मन व्यथित था। आज गाजीपुर बॉर्डर पर धरनारत किसानों के बीच पहुंच कर किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकत की व आंदोलन को नैतिक समर्थन दिया। ये पल मुझे हमेशा याद रहेंगे।
जब एक किसान के आंसू छलके थे तबसे मन व्यतिथ था। आज ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर धरनारत किसानों के बीच पहुँच कर किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकत की व आंदोलन को नैतिक समर्थन दिया। ये पल मुझे हमेशा याद रहेंगे। pic.twitter.com/oBacEwRQ5L
— Badal (बादल) (@Badal_Patralekh) February 3, 2021