राज्यसभा चुनाव स्थगित, राजनीतिक दलों ने ली राहत की सास
राची कोरोना के सर्तकर्ता के मद्देनजर चुनाव आयोग ने राज्यसभा चुनाव स्थगित कर दिए हैं। चुनाव की अगली तिथि बाद में घोषित की जाएगी। पूर्व का नामांकन ही वैध रहेगा।
राची : कोरोना के सर्तकर्ता के मद्देनजर चुनाव आयोग ने राज्यसभा चुनाव स्थगित कर दिए हैं। झारखंड में राजनीतिक दलों ने राज्यसभा चुनाव टलने से राहत की सास ली है। चुनाव स्थगित होने की सूचना मिलने के बाद शाम पाच बजे मुख्यमंत्री आवास में होने वाली यूपीए विधायकों की बैठक को टाल दिया गया है। वहीं भाजपा ने भी अपने विधायकों को अपने क्षेत्र में वापस लौटने की अनुमति दे दी है। बता दें कि राज्यसभा चुनाव के अंतर्गत झारखंड समेत सात राज्यों की 18 सीटों के लिए 26 मार्च को वोट डाले जाने थे। इनमें झारखंड कोटे से खाली हो रही दो सीटें भी शामिल हैं।
राज्यसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री आवास में झामुमो और काग्रेस के विधायकों की बैठक बुलाई गई थी। वहीं, भाजपा ने विधानसभा का बजट सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के बाद भी अपने विधायकों को 26 तक राची में रहने का निर्देश दिया था। सोमवार को विधानसभा में हुई एनडीए विधायक दल की बैठक में यह निर्णय लिया गया था। बैठक में आजसू प्रमुख सुदेश महतो और निर्दलीय विधायक अमित यादव भी उपस्थित थे।
दरअसल, भाजपा को यह आशंका थी कि कोरोना को लेकर यदि प्रशासनिक स्तर पर सख्ती बरती गई तो पार्टी विधायकों को राची पहुंचने में परेशानी हो सकती है। ऐसी स्थिति में जीत का पर्याप्त आकड़ा जुटने के बावजूद पार्टी को जोखिम का खतरा महसूस हो रहा था। उल्लेखनीय है कि झारखंड कोटे से खाली हो रही दो सीटों के लिए तीन उम्मीदवार मैदान में हैं। झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन और काग्रेस के शहजादा अनवर यूपीए खेमे से उम्मीदवार हैं जबकि भाजपा ने अपने प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को उम्मीदवार बनाया है।
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बनी रहेगी नामाकन की वैधता
झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों पर 26 मार्च को होनेवाला चुनाव स्थगित हो गया है। भारत निर्वाचन आयोग ने कोरोना को लेकर उत्पन्न स्थिति को देखते हुए झारखंड सहित 17 राज्यों की 55 सीटों पर होनेवाले चुनाव स्थगित करने की अधिसूचना मंगलवार को जारी कर दी। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, चुनाव की नई तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी। साथ ही पूर्व में हो चुके नामाकन की वैधता बनी रहेगी। दिल्ली लौटे पुनिया, कहा- कांग्रेस उम्मीदवार की जीत की जिम्मेदारी हेमंत की
राज्य ब्यूरो, रांची : राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के पर्यवेक्षक सांसद पीएल पुनिया मंगलवार को नई दिल्ली लौट गए। राज्यसभा चुनाव टलने के कारण उन्होंने ऐसा किया। हालांकि, लौटने के पूर्व उन्होंने पूर्व सीएम दिशोम गुरु शिबू सोरेन से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया। पुनिया के साथ प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव व विधायक दल के नेता आलमगीर आलम भी मौजूद थे।
नेताओं ने दिन मे 11:30 बजे शिबू सोरेन से मुलाकात की। मुलाकात के बाद पुनिया ने कहा कि दिशोम गुरु प्रदेश के सर्वमान्य नेता हैं। झारखंड में आकर उनसे मिले बिना और उनका आशीर्वाद लिए बिना लौटने से यात्रा में अधूरेपन का एहसास होता है। उन्होंने आगे यह भी कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गठबंधन दल के नेता हैं, इसलिए यह उनकी जिम्मेदारी है कि दोनों सीटों पर विजय सुनिश्चित हो।
प्रदेश कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उराव ने कहा कि झारखंड में राज्यसभा चुनाव का परिणाम दलगत आकड़ों के विपरीत आते रहे हैं। जो भी खड़ा होता है, वह चुनाव जीतने के लिए ही खड़ा होता है। उन्होंने राज्यसभा के चुनाव स्थगित होने पर कहा कि यह वक्त की जरूरत थी, इसके लिए चुनाव आयोग को मैं धन्यवाद देता हूं। जब स्थिति अनुकूल हो, तभी चुनाव कराया जाना चाहिए।
विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि चुनाव आयोग का बेहतर फैसला आया है और विधायकों की ओर से चुनाव आयोग को धन्यवाद देता हूं। जब भी चुनाव होंगे, विजय हमारी ही होगी। प्रदेश काग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि मंगलवार दोपहर दो बजे राज्यसभा चुनाव के लिए नियुक्त कांग्रेस के पर्यवेक्षक पीएल पुनिया नई दिल्ली लौट गए। वे काग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाधी को यहां के हालात से अवगत कराएंगे। चुनाव की तिथि की घोषणा होने पर पार्टी अपनी रणनीति तय करेगी। इस बाबत झारखंड प्रदेश कंाग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह स्थिति अनुकूल होने पर झारखंड का दौरा करेंगे।