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आदेश का पालन किये बिना फाइनल खतियान भेज दिया अभिलेखागार में, रैयत संघ ने जताई आपत्ति

रांची बांदोबस्त कार्यालय द्वारा लोहरदगा व गुमला जिला के ग्रामीण क्षेत्रों का सर्वे कर 27 वर्ष पूर्व रैयतों का फाइनल खतियान बनाया गया। सर्वे में त्रुटी पाये जाने पर रैयतों ने दफा 87 के तहत बन्दोबस्त पदाधिकारी के समक्ष शिकायत दर्ज कराया।

By Vikram GiriEdited By: Published: Sun, 04 Apr 2021 12:02 PM (IST)Updated: Sun, 04 Apr 2021 12:02 PM (IST)
आदेश का पालन किये बिना फाइनल खतियान भेज दिया अभिलेखागार में, रैयत संघ ने जताई आपत्ति
आदेश का पालन किये बिना फाइनल खतियान भेज दिया अभिलेखागार में। जागरण

रांची, जासं । रांची बांदोबस्त कार्यालय द्वारा लोहरदगा व गुमला जिला के ग्रामीण क्षेत्रों का सर्वे कर 27 वर्ष पूर्व रैयतों का फाइनल खतियान बनाया गया। सर्वे में त्रुटी पाये जाने पर रैयतों ने दफा 87 के तहत बन्दोबस्त पदाधिकारी के समक्ष शिकायत दर्ज कराया। शिकायत मिलने पर रांची, गुमला एवं लोहरदगा में कैंप कोर्ट लगाया गया। फैसला हुआ की रैयतों के आपत्ति के अनुरूप खतियान में संशोधन कर इसे अभिलेखागार भेजा जाये।

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लेकिन बिना संशोधन किये ही रिपोर्ट भेज दिया गया। भू बंदोबस्त ताईद एवं रैयत संघ के सचिव जाकिर अंसारी ने इसको लेकर रांची के उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा है। जाकिर के अनुसार जल्दबाजी में अधूरा खतियान जमा कर दिया गया। अनुमान के मुताबिक दफा 87 के तहत स्वीकृत केसों में से  50 प्रतिशत में भी कार्य नहीं हुए हैं। जबकि 10 वर्ष पूर्व ही अभिलेखागार में खतियान जमा किया गया था। त्रुटी में सुधार नहीं होने के कारण रैयत काफी परेशान हैं। संघ ने उपायुक्त से अविलंब सुधार कार्य पूर्ण करने का आग्रह किया है।


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