जल संरक्षण में रेलवे ने दिखाई राह, दो करोड़ खर्च कर बनाई 43 रेन वाटर हार्वेस्टिंग संरचना
रांची जासं शहर में वर्षा जल संरक्षण के लिए रांची रेल मंडल ने सकारात्मक पहल की है। दो करोड़ खर्च कर 43 रेन वाटर हार्वेस्टिंग संरचना का निर्माण कराया है।
जागरण संवाददाता, रांची : शहर में वर्षा जल संरक्षण के लिए रांची रेल मंडल ने सकारात्मक पहल की है। दो करोड़ की लागत से 16-16 हजार लीटर क्षमता के कुल 43 रेनवाटर हार्वेस्टिंग संरचना का निर्माण कराया गया है। रांची रेलवे स्टेशन के मुख्यद्वार के दोनों ओर बनाए गए गार्डेन में 18 हजार लीटर क्षमता के एक-एक रेन वाटर हार्वेस्टिंग संरचना का निर्माण कराया गया है। रेलवे स्टेशन बिल्डिंग की छत से गिरने वाले बारिश के पानी को पीवीसी पाइप से जोड़ कर रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर तक लाया गया है। रेनवाटर हार्वेस्टिंग के लिए गार्डेन परिसर में एक-एक बोरवेल भी कराए गए हैं। इसके अलावा रेलवे अस्पताल, हॉकी स्टेडियम, आरपीएफ बैरक, आरपीएफ कॉलोनी, कम्युनिटी हॉल, ऑफिसर्स क्लब व डीआरएम बिल्डिंग में भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण कराया गया है।
रेलवे अधिकारियों की मानें तो पिछले वर्ष रेलवे कॉलोनी समेत, ट्रेनों की धुलाई व अन्य जरूरतों के लिए पानी की काफी किल्लत हुई थी। इसे देखते हुए ये रेनवाटर हार्वेस्टिंग सरंचना का निर्माण कराया गया है। हटिया रेलवे कॉलोनी में 35 रेनवाटर हार्वेस्टिंग
रांची रेल मंडल ने हटिया रेलवे कॉलोनी स्थित टाइप-1, 2 व 3 में 35 रेन वाटर हार्वेस्टिंग संरचना का निर्माण कराया है। कॉलोनी के एक-एक ब्लॉक में चार-चार जी प्लस भवन हैं। इन भवनों के छत को चार इंच पीवीसी पाइप से जोड़कर सील्ट चेंबर तक लाया गया है। सभी भवनों के ठीक पीछे सील्ट चेंबर का निर्माण कराया गया है। एक सील्ट चेंबर को दूसरे चेंबर से जोड़ने के लिए पांच इंच की पीवीसी पाइप का इस्तेमाल किया गया है। सील्ट चेंबर से रेन वाटर हार्वेस्टिंग संरचना तक बारिश के पानी को लाने के लिए 10 इंच की पीवीसी पाइप का उपयोग किया गया है। रेन वाटर हार्वेस्टिंग संरचना के ठीक बीच में पांच इंच का बोरवेल कराया गया है। बोरवेल में लगे केसिंग पाइप में छोटे-छोटे छिद्र भी किए गए हैं, ताकि इनके माध्यम से बारिश का पानी फिल्टर मीडिया से होते हुए सीधे एक्यूफर तक पहुंच सके।