इजराइल जाने वालीं महिला किसानों से मिले CM रघुवर दास, दिखाई हरी झंडी
Raghubar Das. सीएम रघुवर दास ने इजराइल जाने वाली 24 महिला किसानों के दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
रांची, राज्य ब्यूरो। इजराइल जाने वाली महिला किसानों ने मुख्यमंत्री रघुवर दास से रविवार को मुलाकात की। उन्नत खेती के गुर सीखने के लिए झारखंड सरकार 24 महिला किसानों को इजराइल भेज रही है। सोमवार को रामगढ़ की उपयुक्त राजेश्वरी बी के नेतृत्व में महिला किसानों की टीम इस विशिष्ट यात्रा पर रवाना होंगी। उन्नत खेती के गुर सीखने के लिए झारखंड से इजराइल जा रही इन महिला किसानों से मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि वे अब नई तकीनकें सीख कर झारखंड में कृषि क्रांति की अगुआ बनेंगी।
सीएम आवास में मुलाकात के बाद इन्हें हरी झंडी दिखाकर सीएम ने रवाना किया। महिला किसानों की टीम 18 जनवरी को वापस लौटेगी। रामगढ़ की उपायुक्त राजेश्वरी बी के नेतृत्व में जाने वाले 28 सदस्यीय दल में खूंटी की डीडीसी अंजली यादव, लोहरदगा की डीडीसी रोनिता रमैया, साहिबगंज की डीडीसी नैंसी सहाय और जमशेदपुर की डीएफओ पी भार्गवी भी शामिल हैं। देवघर, दुमका, जामताड़ा, साहिबगंज, पाकुड़ और पश्चिम सिंहभूम की 24 महिला किसान इजराइल जा रहीं हैं।
सीएम रघुवर दास ने महिला किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि आज झारखंड के लिए बेहद गौरव का दिन है। महिला किसान बहनों का दल कृषि की उन्नत तकनीक सीखने के लिए इजरायल रवाना हो रहा है। पारिवारिक जिम्मेदारियां संभालते हुए हमारी बहनों ने कृषि के क्षेत्र में भी उम्दा प्रदर्शन किया है। नारी शक्ति को नमन। महिला किसानों के दल से संवाद करते हुए कहा कि ये बहनें हमारे राज्य की आन-बान और शान हैं। इजरायल में इन बहनों को उन्नत खेती की ट्रेनिंग दी जाएगी और फिर ये अपने-अपने जिलों में मास्टर ट्रेनर बनकर अन्य किसानों को प्रशिक्षण देंगी।
सीएम ने कहा कि झारखंड के सभी किसान भाई-बहनों की मेहनत का ही नतीजा है कि जहां हमारी सरकार बनने के पहले कृषि फ़सल विकास दर -4.5% थी,आपने मेहनत करके 4 वर्ष के अंदर झारखण्ड की कृषि फ़सल विकास दर 14% तक पहुंचा दी है। 4 वर्ष में जो लंबी छलांग आपने लगाई वो देश के अन्य किसानों के लिए प्रेरणास्रोत है।
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि अगर हमें देश को आगे बढ़ाना है तो महिलाओं को आगे बढ़ाना होगा। अगर हम उन्नत तकनीक का उपयोग करें तो हमारी आय दोगुनी नहीं चौगुनी होगी। जिंदगी में लक्ष्य हमेशा बड़ा रखना चाहिए। उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होगी। हमने संथाल परगना के कार्यक्रम में घोषणा की थी कि किसान बहनों को इस बार इजरायल भेजा जाएगा।आप जब इजरायल जाएं तो सीखें की वहां ड्रीप इरिगेशन के माध्यम से कैसे खेती होती है। सूक्ष्म सिंचाई योजना से इजरायल कैसे हरा-भरा देश हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षों तक आपको बहकाया गया, सिर्फ नारे और वादे दिये गये लेकिन जमीन पर कोई काम नहीं किया गया। हर गरीब का सपना होता है कि उसके सिर पर भी छत हो। उस सपने को भी पूरा करने का काम मोदी जी कर रहे हैं इसीलिए आप ये ज़रूर सोचिये की कौन देश और राज्य को आगे ले जा सकता है। आप सब मेहनती हैं , आप इजरायल से तकनीक सीखकर आएं। दुग्ध उत्पादन में हम काफी पीछे हैं। मत्स्य पालन की तरह हमें वहां भी कामयाबी हासिल करनी है। इजरायल जाने वाली सभी बहनों को पुन: हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।