कोरोना काल में आसमान छू रहे फलों के दाम, सेब 240 रुपये पार
महंगाई की मार चारों ओर है। खाद्य सामग्री से लेकर फलों तक के दामों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। कोरोना के इस संक्रमणकाल में संतरा क मांग बहुत अधिक है। परिणाम यह है कि चतरा के बाजार से संतरा गांव हो गया है।
चतरा, जासं । महंगाई की मार चारों ओर है। खाद्य सामग्री से लेकर फलों तक के दामों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। कोरोना के इस संक्रमणकाल में संतरा क मांग बहुत अधिक है। परिणाम यह है कि चतरा के बाजार से संतरा गांव हो गया है। यदि जब कभी नजर भी आ रहा है, तो दाम में दुगने की बढ़ोत्तरी है। पिछले एक महीना में संतरा और सेब का दाम में जबर्दस्त उछाल देखा जा रहा है। दूसरे फलों के दामों में बढ़ोत्तरी हुई है। मूल्य वृद्धि का दो कारण बताया जा रहा है। एक तो वैश्विक महामारी के कारण बड़े मंडियों से फलों का खेप पर्याप्त मात्रा में नहीं आ रहा है। दूसरा रमजान का महीना है। रमजान में फलों की बिक्री बढ़ जाती है। लेकिन इस बार समस्या यह है कि सर्दी और खासी को लेकर फलों का बहुत अधिक डिमांड नहीं है।
यदि है भी, तो उसमें संतरा और सेब की मांग अधिक है। यही वजह है कि सेब 240 से 250 रुपये और संतरा 150 से 160 रुपये किलो बिक रहा है। जबकि एक महीना पहले सेब 120 से 130 रुपये प्रति किलो तथा संतरा 70 से 80 रुपये किलो था। फल विक्रेता मो. तौकिर कहते हैं कि कोरोना के कारण फलाें का बहुत अधिक मांग नहीं है। दूसरी ओर दाम बहुत बढ़ रहे हैं। पिछले एक महीना यदि तारबूज को छोड़ दीजिए, तो उसके बाद सभी फसलों के दाम बढ़ें हैं। फल विक्रेता मो. जमाल कहते हैं कि बिक्री बहुत हद तक प्रभावित है। रमजान के कारण सेब, पपीता और संतरा की मांग अधिक है। कुछ फलों के दाम दुगना हो गया है। संतरा की मांग अधिक है। लेकिन मिल नहीं रहा है। मंडियों से कम मात्रा में आ रहा है।
फलों का वर्तमान एवं एक महीना पूर्व का दाम
फल नाम वर्तमान दर पूर्व का दर
सेब 240 140
अंगूर 140 80
केला 50 40
संतरा 140 100
अनार 160 140
माल्टा 160 140
मोसम्मी 80 40
तरबूज 15 20