President Ram Nath Kovind in Jharkhand: बेटियों को गोल्ड मेडल देकर गदगद हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, कहा-झारखंड में बेस्ट टैलेंट
President Ram Nath Kovind in Jharkhand राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रांची विवि के दीक्षा समारोह में शामिल हो रहे हैं। मोरहाबादी मैदान के दीक्षा मंडप में मुख्य समारोह चल रहा है।
रांची, जेएनएन। President Ram Nath Kovind in Jharkhand #PresidentKovind in Ranchi राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि झारखंड में बेस्ट टैलेंट मौजूद हैं। महेंद्र सिंह धौनी की प्रतिभा से झारखंड की प्रतिभा प्रदर्शित होती है। झारखंड में प्रतिभाओं की भरमार होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जयपाल सिंह मुंडा, महेंद्र सिंह धौनी तथा दीपिका कुमारी आदि ने झारखंड का नाम देश-विदेश में रौशन किया। उन्होंने आदिवासियों की संस्कृति और परंपरा की भी सराहना करते हुए कहा कि प्रकृति से तालमेल हमें आदिवासी समाज से सीखना होगा।
उन्होंने अपने तीन दिनों के झारखंड दौर के आखिरी दिन सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रांची विश्वविद्यालय के 33वें दीक्षा समारोह में शामिल हुए। राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान के दीक्षा मंडप के मुख्य समारोह में 11 मेधावी छात्र-छात्राओं को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त करने का गौरव हासिल हुआ। राष्ट्रपति ने झारखंड के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री रघुवर दास का भी रांची विश्विद्यालय से पढ़ाई पूरी करना विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है।
दीक्षा समारोह में राष्ट्रपति ने कहा कि झारखंड में बेस्ट टैलेंट मौजूद है। कहा, इससे झारखंड और भारत का भविष्य झलकता है। उन्होंने कहा, 11 टॉपरों को गोल्ड मेडल देते समय उनमें गजब की प्रतिभा, आत्मविश्वास और उनका बहुमुखी व्यक्तित्व दिखा। उन्होंने उपाधि प्राप्त करनेवाले युवाओं से जॉब क्रिएटर बनने का आह्वान किया। छात्रों से पांच गुना अधिक छात्राओं को गोल्ड मेडल मिलने पर राष्ट्रपति गदगद हुए। जिन विद्यार्थियों को मेडल दिया गया उनमें 9 बेटे और 47 बेटियां हैं।
राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालयों से सीएसआर की तर्ज पर सोशल रिस्पांसिबिलिटी निभाने की अपील करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में पढ़ रहे युवा गांव जाएं और ग्रामीणों को स्वच्छता, स्वास्थ्य, बच्चों के टीकाकरण आदि को लेकर जागरूक करें और केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दें। राष्ट्रपति ने अपने दौरे के क्रम में ट्रैफिक के कारण होनेवाली परेशानी को लेकर रांची की जनता से खेद प्रकट किया। कहा, यह उनकी मजबूरी होती है। वे कोशिश करते हैं कि कम से कम मूवमेंट करें।
राष्ट्रपति ने रामकृष्ण मिशन तथा विकास भारती के कार्यों की सराहना की। कहा, अधिक बारिश के कारण विकास भारती के कार्यों को देखने विशुनपुर नहीं जा सका। वे शीघ्र वहां जाएंगे। राष्ट्रपति ने युवाओं से ई सिगरेट से बचने का भी आह्वान करते हुए कहा कि यह सेहत के लिए काफी हानिकारक है और केंद्र तथा राज्य सरकार ने इसपर प्रतिबंध लगा दिया है। अभी तक 16 राज्य तथा एक केंद्र शासित प्रदेश ई सिगरेट पर प्रतिबंध लगा चुके हैं। राष्ट्रपति ने युवाओं से समाज की सेवा करने तथा चरित्रवान बनने का आह्वान करते हुए कहा कि वे फिजिकल तथा डिजिटल संसाधनों का लाभ उठाते हुए नई ऊंचाई को प्राप्त करें।
राज्यपाल द्रौपदी मूर्मू ने कहा कि प्रत्येक विश्विद्यालय गांवों को गोद लें ताकि उनका विकास हो और केंद्र व राज्य की योजनाएं वहां तक सही ढंग से पहुंच सकें। सीएम रघुवर दास ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए अच्छी शिक्षा और शिक्षक जरूरी हैं। विश्विद्यालय में ऐसी शिक्षा मिले ताकि बच्चों को विश्विद्यालय के द्वार पर नियोजक आकर रोजगार दें।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दीक्षांत समारोह में फर्स्ट लेडी सविता कोविंद के साथ आए। उनके साथ राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री रघुवर दास, शिक्षा मंत्री नीरा यादव भी मौजूद रहीं। इस दीक्षा समारोह में समारोह में राष्ट्रपति के हाथों मेडल पाने के लिए छात्र-छात्राओं के बीच गजब का उत्साह दिख रहा था।
इससे पहले बीते दिन भारी बारिश के कारण राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का गुमला अौर देवघर का दौरा टल गया था। रांची विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुर्मू ने की। बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने समारोह में शिरकत किया। सम्मानित अतिथि मुख्यमंत्री रघुवर दास के साथ शिक्षा मंत्री डॉ. नीरा यादव भी मौजूद रहीं।
रांची विवि के 33वें दीक्षा समारोह के लिए मोरहाबादी स्थित दीक्षांत मंडप में 5000 से अधिक अतिथियों-विद्यार्थियों की भीड़ लगी रही। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यूजी-पीजी के 56 गोल्ड मेडलिस्ट में से 11 को ही गोल्ड मेडल प्रदान किया। इनमें ओवर ऑल बेस्ट ग्रेजुएट और स्ट्रीम के टॉपर शामिल हैं। दीक्षा समारोह में 46 टॉपरों को 56 गोल्ड मेडल मिले। जिसमें 45 गोल्ड छात्राओं को मिला। समारोह में यूजी-पीजी के कुल 31361 डिग्री की स्वीकृति दी गई।