बिजली कटौती से परेशान ग्रामीणों ने कर्मचारियों को बनाया बंधक, लगाए गंभीर आरोप
Hazaribagh News विद्युत कर्मियों ने मांग किया है कि बेहतर बिजली सप्लाई के लिए कटकमसांडी पावर सब स्टेशन में नया ब्रेकर की व्यवस्था की जाय। इधर आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि 24 घंटे में सिर्फ पांच छह घंटे बिजली मिलने से बच्चो की पढ़ाई चौपट हो गई है।
हजारीबाग, जागरण संवाददाता। अनियमित बिजली कटौती को लेकर शनिवार को लोग उग्र हो गए। विरोध में उतरे लोगों ने पावर सब स्टेशन में गलगभग चार घंटे बिजलीकर्मियों को बंधक बनाकर बवाल काटा। सूचना मिलने के बाद कटकमसांडी पुलिस ने ग्रामीणों के चंगुल से विद्युतकर्मियों को मुक्त कराया। बंधक बने सरकारी आपरेटर अभय कुमार पाठक, जूनियर लाईन मैन मुमताज शाह आलम, चंदन कुमार दास, बढ़न प्रसाद, बिजली मिस्त्री दीपक कुमार दास व हेल्पर दिनेश पासवान ने बताया कि एक तो डीवीसी द्वारा रोज ढाई घंटे बिजली काट दी जाती है। वहीं दूसरी ओर गिद्धौर (चतरा) में 33 हजार का ब्रेकर खराब होने से बिजली सीधे सिंदूर पावर सब स्टेशन ट्रिप कर जाता है।
जान हथेली पर रखकर काम करते हैं विद्युतकर्मी
विद्युतकर्मियों ने यह भी बताया कि सिंदुर पावर स्टेशन से कटकमसांडी पावर सब स्टेशन के बाद छह पावर सब स्टेशन चतरा जिले में स्थापित की गई है, जहां सिंदूर पावर सब स्टेशन से बिजली सप्लाई होती है। गिद्धौर पावर सब स्टेशन के 33 हजार का ब्रेकर खराब होने से बिजली सीधा सिंदूर में ट्रिप कर जाती है और कटकमसांडी क्षेत्र में अंधकार छा जाता है। वहीं दूसरी ओर कटकमसांडी पावर सब स्टेशन में डीसी (बैट्री) व्यवस्था फेल हो गई है। ब्रेकर जल चुका है। विद्युतकर्मी जान हथेली पर रखकर काम करते हैं।
अंधेरे में जिंदगी गुजर बसर करने को मजबूर
विद्युत कर्मियों ने मांग किया है कि बेहतर बिजली सप्लाई के लिए कटकमसांडी पावर सब स्टेशन में नया ब्रेकर की व्यवस्था की जाय। इधर आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि 24 घंटे में सिर्फ पांच छह घंटे बिजली मिलने से बच्चो की पढ़ाई चौपट हो गई है। बिजली व्यवस्था खराब रहने से अंधेरे में जीवन बसर करना पड़ रहा है। बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं होने से पावर सब सटेशन में अनिश्चितकालीन ताला जड़ दी जाएगी और चतरा जा रही लाइन को भी काट दी जाएगी।
ग्रामीणों ने अभियंता को लिखा पत्र
इस सम्बन्ध में ग्रामीणों ने सहायक विद्युत अभियंता को पत्र लिखकर आगाह किया है। विरोध करने वालों में मुखिया सरिता देवी, अशोक सिंह, शंभु यादव, मुकेश कुमार, नागेश्वर सिंह भोक्ता, सुनील कुमार यादव, विकास कुमार सिंह, मुबारक अंसारी, मो. यासीन सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे।