अपने क्षेत्र में बिजली कटौती से परेशान हैं मंत्री जगरनाथ महतो, ऊर्जा संचरण निगम के एमडी को किया तलब
power cut in mnister jagaranath mahto area राज्य के कई जिलों में घंटो हो रही बिजली कटौती से एक तरफ जहां आम जनता परेशान है वहीं अब अपने गृह नगर में बिजली कटौती से मंत्री जगरनाथ महतो भी परेशान हो गए हैं
रांची, राज्य ब्यूरो। दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) द्वारा की जा रही बिजली कटौती से परेशानी बढ़ रही है। अपने क्षेत्र के लोगों की इस बाबत मिल रही शिकायतों से परेशान राज्य सरकार के स्कूली शिक्षा एवं उत्पाद एवं मद्यनिषेध मंत्री जगरनाथ महतो ने मंगलवार को अपने आवास पर ऊर्जा संचरण निगम के प्रबंध निदेशक केके वर्मा को तलब किया। मंत्री डीवीसी की कारस्तानी से गुस्से में नजर आए। वे कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। उन्होंने एमडी से स्पष्ट कहा कि डीवीसी पर नकेल कसने का उपाय बताइए। यह भी पूछा कि इस समस्या का समाधान क्या है। जगरनाथ महतो ने करीब दो घंटे तक एमडी से बिजली व्यवस्था को लेकर सवाल पूछा। इसके बाद उन्होंने कहा कि वे इस मसले को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के समक्ष उठाएंगे।
कार्रवाई की तैयारी में मंत्री जगरनाथ महतो
बताते चलें कि डीवीसी की बिजली कटौती को लेकर मंत्री जगरनाथ महतो कंपनी का बिजली-पानी बंद करने से लेकर देशद्रोह का मुकदमा तक करने की तैयारी में हैं। डीवीसी द्वारा लगातार राज्य के सात जिलों में बिजली की कटौती की जा रही है। इसमें मंत्री जगरनाथ महतो का गृह जिला गिरिडीह और बोकारो भी है। उनके विधानसभा क्षेत्र डुमरी में इससे समस्या पैदा हो गई है। क्षेत्र के दौरे पर उन्हें अक्सर लोगों से शिकायतें मिलती है। संचरण निगम के एमडी केके वर्मा ने डीवीसी को किए जा रहे भुगतान की भी जानकारी मंत्री को दी।
डीवीसी कमांड एरिया के जिला उपायुक्तों को करेंगे तलब
डीवीसी के कमांड एरिया में कोडरमा, धनबाद, बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग, चतरा, गिरिडीह जिला आता है। डीवीसी अपने कमांड एरिया के जिलों में वाटर सेस, परिवहन सेस, इलेक्ट्रिक ड्यूटी, माइङ्क्षनग सेस आदि का भुगतान नहीं कर रहा है। मंत्री जगरनाथ महतो इन जिलों के उपायुक्तों को बुलाकर उनसे इस संबंध में अद्यतन स्थिति की जानकारी लेंगे। एक आकलन के मुताबिक विभिन्न मद में राज्य सरकार का डीवीसी पर 400 करोड़ से अधिक का बकाया है।
मंत्री बोले, टूट सकता है जनता का सब्र
मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा है कि डीवीसी पर नकेल कसना बहुत जरूरी है। वे डीवीसी के खिलाफ जंग का एलान पूर्व में ही कर चुके हैं। जबतक डीवीसी को रास्ते पर नहीं लाएंगे, वे चैन से नहीं बैठेंगे। कहा कि जनता को बहुत ज्यादा दिनों तक भरोसे में नहीं रखा जा सकता, किसी भी दिन जनता के सब्र का बांध टूट सकता है।