डाक सहायक ने खाता में हेरफेर कर की 40 लाख उड़ाने की कोशिश
प्रधान डाकघर डोरंडा में खातों में हेरफेर कर 40 लाख रुपये की हेराफेरी की कोशिश की गई। 19 हजार में ही पकड़ में आ गया।
जागरण संवाददाता, रांची : प्रधान डाकघर डोरंडा में खातों में हेरफेर कर 40 लाख रुपये की गबन की कोशिश की गई। हालांकि 19 हजार रुपये के गबन के दौरान ही मामला पकड़ में आ गया। इसके बाद दक्षिणी अनुमंडल के डाक अधीक्षक ने डाक घर के सहायक लोकेश कुमार सिंह के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। जिसमें बताया है कि फर्जी तरीके से एक वर्षीय पाच टीडी (टर्न डिपोजिट) खाता खोलकर 40 लाख रुपये गबन करने की तैयारी की थी। खाता खोलने के एवज में उसने कमीशन के तौर पर एजेंट को 19 हजार रुपये का भुगतान भी कर दिया। डाक विभाग के सहायक अधीक्षक विश्वजीत राय की जाच रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। सहायक अधीक्षक ने इस संबंध में डोरंडा थाने में डाक सहायक लोकेश के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। दर्ज प्राथमिकी में आरोप है कि लोकेश पाचों खाते के मैच्यूरिटी के 40 लाख रुपये की निकासी की तैयारी कर रहा था। इसी दौरान मामले का खुलासा हो गया। दिसंबर 2018 में खोले थे पांच खाते :
एफआइआर आवेदन में कहा गया है कि लोकेश विभाग में डाक सहायक के पद पर पदस्थापित है। 12 दिसंबर से 22 दिसंबर 2018 उसने अपने नाम से एक वर्षीय टर्न डिपोजिट के पाच खाते खोले। इसमें तीन खाता दस-दस लाख का है, जबकि दो पाच-पाच लाख रुपये का है। एजेंट ज्योतिष कुमार के माध्यम से तीन, दीनानाथ प्रसाद और सुनील कुमार के जरिये एक-एक खाता खुलवाया। इस एवज में तीनों एजेंटो को कुल 19 हजार रुपये कमीशन के तौर पर विभाग से दिलवाया। लोकेश ने दस-दस लाख रुपये के तीन और पाच-पाच लाख रुपये के दो खाते खोले थे, लेकिन पाचों खाते में उसने न तो चेक और न ही नकद रुपये जमा किए। राशि जमा नहीं होने के बाद मामले की जाच में इसका खुलासा हुआ। इसके बाद विभाग ने पांचों टर्न डिपोजिट खाते को फ्रीज कर दिया।