Hemant Soren Oath Ceremony: ...तो मंत्री पद की शपथ लेते सुखदेव भगत और जनार्दन पासवान
Jharkhand. शपथ ग्रहण समारोह में इस बात की चर्चा होती रही कि सुखदेव भगत व जनार्दन को हराने वाले रामेश्वर उरांव व सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली है।
रांची, राज्य ब्यूरो। शपथ ग्रहण समारोह में भले ही पूर्व विधायक सुखदेव भगत और जनार्दन पासवान शामिल नहीं हुए हों, लेकिन उनकी चर्चा खूब होती रही। जैसे ही मंत्री के रूप में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक रामेश्वर उरांव और राजद के विधायक सत्यानंद भोक्ता के मंत्री पद की नियुक्ति और उनके शपथ लेेने की बातें सामने आने लगीं, लोग तरह-तरह की चर्चाएं करने लगे। उनकी बातों में दम भी था।
दोनों नेताओं ने मतदाताओं के मूड-मिजाज भांपने में गलती नहीं की होती, तो शायद रविवार को रामेश्वर उरांव और सत्यानंद भोक्ता की जगह ये ही मंत्री पद की शपथ ले रहे होते। दरअसल, दोनों नेता चुनाव से पूर्व अपनी-अपनी पार्टियों को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए और भाजपा के टिकट पर ही विधानसभा चुनाव लड़े। लेकिन, दोनों नेताओं की हार हो गई।
दूसरी तरफ, उनकी सीटें खाली होने के बाद रामेश्वर उरांव और सत्यानंद भोक्ता को क्रमश: लोहरदगा और चतरा से टिकट मिला। दोनों ने जीत भी दर्ज की और मंत्री पद भी मिला। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे सुखदेव भगत चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में चले गए थे। वहीं, लोकसभा चुनाव से पहले जनार्दन पासवान राजद छोड़ भाजपा में चले गए थे। शपथ ग्रहण समारोह में यह चर्चा होती रही कि शायद दोनों अपने-अपने दलों से ही चुनाव लड़ते, तो जीत भी मिलती और शायद मंत्री पद भी। हालांकि, जीत या हार तो जनता ही तय करती है।