Jharkhand Assembly: झामुमो विधायकों का हंगामा, विपक्ष के निशाने पर सीपी सिंह
सदस्यों के हो-हंगामे और शोर-शराबा के बीच गुरुवार को सदन में आर्थिक रूप से पिछड़ों के लिए आरक्षण से संबंधित संशोधन विधेयक के अलावा चार और विधेयक स्वीकृत किए गए।
By Alok ShahiEdited By: Published: Thu, 25 Jul 2019 09:38 AM (IST)Updated: Thu, 25 Jul 2019 08:05 PM (IST)
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र का चौथा कार्यदिवस भी हंगामे की भेंट चढ़ गया गया। नियुक्तियों में स्थानीय लोगों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए झामुमो की ओर से पहली पाली में कार्य स्थगन पेश किया गया। इसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ओर से नारेबाजी हुई। नतीजा यह रहा कि स्पीकर दिनेश उरांव ने सदन को 11:45 बजे तक के लिए स्थगित किया।
दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो कामकाज का कुछ माहौल भी बनता दिखाई दिया। लेकिन, नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन को लेकर तीखी टिप्पणी कर डाली। इससे विवाद बढ़ गया और स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। हालांकि, सदन की दूसरी पाली में स्पीकर ने सीपी सिंह द्वारा कहे गए कड़े शब्दों को विलोपित कर दिया।
मेनहर्ट से जो पैसा खाया है, वह सब निकलवाएंगे : सीपी सिंह
नगर विकास मंत्री सीपी सिंह गुरुवार को विधानसभा में अपने अंदाज में दिखे। तीखी व कटु टिप्पणी से उन्होंने विपक्ष, विशेषकर नेता प्रतिपक्ष पर निशाना साधा। मेनहर्ट, बालू व जमीन से जुड़े मामले उठाए और कहा कि सारे मामले की जांच कराएंगे। स्पीकर के रोकने के बावजूद सीपी सिंह बोलते गए। पहली पाली में सदन की कार्यवाही बाधित होने के बाद जब दोबारा शुरू हुई तो सीपी सिंह स्पीकर की इजाजत से खड़े हुए और सीधे नेता प्रतिपक्ष को निशाने पर लिया।
कहा, नेता प्रतिपक्ष को इन-प्रैक्टिस विशेषाधिकार प्राप्त है, बीच में कुछ भी खड़े होकर बोल सकते हैं, कैसे भी शब्द का प्रयोग कर सकते हैं। हेमंत सोरेन और स्टीफन मरांडी ने जब प्रतिवाद किया तो बोले, हमारे खड़े होते ही इन्हें मिर्ची लग जाती है। कहा, नेता प्रतिपक्ष कह रहे हैं कि 20 करोड़ में एक किलोमीटर सड़क बन रही है, क्या इन लोगों ने स्मार्ट रोड के बारे में कुछ सुना है। नेता प्रतिपक्ष कहते हैं कि उन्हें नगर विकास की सारी बातें पता है, तो चुप क्यों बैठें हैं। क्या कमीशन खाने की फिराक में?
पुराने मामलों को उठाते हुए कहा कि बालू बेच दिया, शर्म आनी चाहिए। एक पैसे का काम नहीं किया, पैसा ले गए। मैं जांच कराऊंगा। मेनहर्ट से जो पैसा खाया है, वह भी निकलवाएंगे। जमीन खरीदे हैं नेता प्रतिपक्ष, सब निकलवाएंगे। इधर सीपी सिंह बोलते रहे, उधर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक विरोध करते रहे। स्पीकर ने सीपी सिंह से बैठ जाने का अनुरोध किया, लेकिन वे बोलते रहे। स्पीकर के निर्देश पर माइक बंद करा दिए गए।
झामुमो विधायक वेल में आकर प्रदर्शन करने लगे। विवाद बढ़ता देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। हां, इस बीच दामोदर घाटी निगम के वार्षिक बजट और झारखंड माध्यमिक शिक्षा परियोजना परिषद के वार्षिक प्रतिवेदन और अंकेक्षण का लेखाजोखा प्रभारी मंत्रियों ने जरूर रखा। हालांकि, सदन की दूसरी पाली में स्पीकर दिनेश उरांव ने सीपी सिंह द्वारा कहे गए कड़े शब्दों को विलोपित कर दिया।
हमने चूडिय़ां नहीं पहनी, दो-दो हाथ हम भी कर सकते हैं : हेमंत सोरेन
नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने सदन के बाहर नगर विकास मंत्री सीपी सिंह के साथ-साथ सरकार पर जमकर निशाना साधा। मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे भी गालीगलौज की भाषा आती है। दो-दो हाथ हम भी कर सकते हैं, हमने चूडिय़ां नहीं पहनी। लेकिन हम सदन की मर्यादा रखते हैं। समय आने पर जवाब देंगे, किसी की गीदड़भभकी से डरने वाले नहीं हैं। हेमंत ने सदन के भीतर के प्रकरण की चर्चा करते हुए कहा कि स्पीकर रास्ता निकालने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन न जाने मंत्री को कौन-से कीड़े ने काटा था।
सदन में जो बातें रखी गईं, वह दुर्भाग्यपूर्ण हैं। नगर विकास मंत्री उम्र में बड़े हैं, लेकिन हम शरीरिक और जुबानी रूप से कम ताकत नहीं रखते हैं। बहुत कुछ बोल सकते हैं। कहा, सरकार में अहंकार का भाव आ गया है। कई मौकों पर सदन के नेता की बातें भी लोगों ने सुनी। पांच साल में दिख गया कि यह सरकार आदिवासी-मूलवासी विरोधी है। मेनहर्ट पर कहा कि फाइल लेकर बैठ जाएं। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
नगर विकास मंत्री ने शहर को नरक बना दिया है, खुद इनके ही सहयोगी कह रहे हैं। इनके पास क्या जवाब है। क्या पैसा इनके घर से आता है, सरकार जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे को लुटा रही है। इनके एक-एक घोटाले का पर्दाफाश करेंगे। रांची में बच्ची की मौत पर कहा कि बच्ची की मौत पर यह ठहाका लगा रहे थे। मंत्री की संवेदनशीलता सबने देखी। कल थोड़ी देर की बारिश ने पोल खोल दी। इन्हें शर्म आनी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष पर मंत्री व्यक्तिगत हमला नहीं कर सकते : राजकुमार यादव
माले विधायक राजकुमार यादव ने मीडिया से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन पर मंत्री सीपी सिंह की टिप्पणी को अनुचित बताया। कहा, वह कह रहे थे बाप के नाम पर बेटा कलंक हैं, श्रवण नहीं। आप मंत्री हैं ऐसा कैसे बोल सकते हैं। नगर विकास मंत्री को माफी मांगनी चाहिए। बच्ची की मौत पर जवाब देना चाहिए। भाजपा लोकतंत्र की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। कोई भी जनता से जुड़ा सवाल आने नहीं दिया जा रहा है।
धान का सूखा बिचड़ा लेकर पहुंचे इरफान अंसारी, रणधीर सिंह बोले जोकर
कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी गुरुवार को विधानसभा में किसान की वेशभूषा में धान का सूखा बिचड़ा लेकर पहुंचे। धान का बिचड़ा लेकर उन्होंने विधानसभा परिसर में अकेले ही प्रदर्शन भी किया। कुछ देर बार कृषि मंत्री रणधीर सिंह के पहुंचने पर इरफान ने उन्हें सूखा बिचड़ा सौंपना चाहा। रणधीर सिंह विधायक से मुखातिब तो हुए लेकिन बिचड़ा नहीं लिया। इतना ही नहीं, उन्होंने यहां तक कहा कि ये विधायक नहीं, जोकर हैं। सदन के भीतर भी इरफान अंसारी ने इस मामले को उठाना चाहा, लेकिन स्पीकर के हस्तक्षेप के कारण वे अपनी पूरी बात नहीं रख सके। इतना अवश्य कहा कि बारिश न होने से पूरे राज्य में सुखाड़ है, कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जा रही है।
दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो कामकाज का कुछ माहौल भी बनता दिखाई दिया। लेकिन, नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन को लेकर तीखी टिप्पणी कर डाली। इससे विवाद बढ़ गया और स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। हालांकि, सदन की दूसरी पाली में स्पीकर ने सीपी सिंह द्वारा कहे गए कड़े शब्दों को विलोपित कर दिया।
मेनहर्ट से जो पैसा खाया है, वह सब निकलवाएंगे : सीपी सिंह
नगर विकास मंत्री सीपी सिंह गुरुवार को विधानसभा में अपने अंदाज में दिखे। तीखी व कटु टिप्पणी से उन्होंने विपक्ष, विशेषकर नेता प्रतिपक्ष पर निशाना साधा। मेनहर्ट, बालू व जमीन से जुड़े मामले उठाए और कहा कि सारे मामले की जांच कराएंगे। स्पीकर के रोकने के बावजूद सीपी सिंह बोलते गए। पहली पाली में सदन की कार्यवाही बाधित होने के बाद जब दोबारा शुरू हुई तो सीपी सिंह स्पीकर की इजाजत से खड़े हुए और सीधे नेता प्रतिपक्ष को निशाने पर लिया।
कहा, नेता प्रतिपक्ष को इन-प्रैक्टिस विशेषाधिकार प्राप्त है, बीच में कुछ भी खड़े होकर बोल सकते हैं, कैसे भी शब्द का प्रयोग कर सकते हैं। हेमंत सोरेन और स्टीफन मरांडी ने जब प्रतिवाद किया तो बोले, हमारे खड़े होते ही इन्हें मिर्ची लग जाती है। कहा, नेता प्रतिपक्ष कह रहे हैं कि 20 करोड़ में एक किलोमीटर सड़क बन रही है, क्या इन लोगों ने स्मार्ट रोड के बारे में कुछ सुना है। नेता प्रतिपक्ष कहते हैं कि उन्हें नगर विकास की सारी बातें पता है, तो चुप क्यों बैठें हैं। क्या कमीशन खाने की फिराक में?
पुराने मामलों को उठाते हुए कहा कि बालू बेच दिया, शर्म आनी चाहिए। एक पैसे का काम नहीं किया, पैसा ले गए। मैं जांच कराऊंगा। मेनहर्ट से जो पैसा खाया है, वह भी निकलवाएंगे। जमीन खरीदे हैं नेता प्रतिपक्ष, सब निकलवाएंगे। इधर सीपी सिंह बोलते रहे, उधर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक विरोध करते रहे। स्पीकर ने सीपी सिंह से बैठ जाने का अनुरोध किया, लेकिन वे बोलते रहे। स्पीकर के निर्देश पर माइक बंद करा दिए गए।
झामुमो विधायक वेल में आकर प्रदर्शन करने लगे। विवाद बढ़ता देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। हां, इस बीच दामोदर घाटी निगम के वार्षिक बजट और झारखंड माध्यमिक शिक्षा परियोजना परिषद के वार्षिक प्रतिवेदन और अंकेक्षण का लेखाजोखा प्रभारी मंत्रियों ने जरूर रखा। हालांकि, सदन की दूसरी पाली में स्पीकर दिनेश उरांव ने सीपी सिंह द्वारा कहे गए कड़े शब्दों को विलोपित कर दिया।
हमने चूडिय़ां नहीं पहनी, दो-दो हाथ हम भी कर सकते हैं : हेमंत सोरेन
नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने सदन के बाहर नगर विकास मंत्री सीपी सिंह के साथ-साथ सरकार पर जमकर निशाना साधा। मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे भी गालीगलौज की भाषा आती है। दो-दो हाथ हम भी कर सकते हैं, हमने चूडिय़ां नहीं पहनी। लेकिन हम सदन की मर्यादा रखते हैं। समय आने पर जवाब देंगे, किसी की गीदड़भभकी से डरने वाले नहीं हैं। हेमंत ने सदन के भीतर के प्रकरण की चर्चा करते हुए कहा कि स्पीकर रास्ता निकालने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन न जाने मंत्री को कौन-से कीड़े ने काटा था।
सदन में जो बातें रखी गईं, वह दुर्भाग्यपूर्ण हैं। नगर विकास मंत्री उम्र में बड़े हैं, लेकिन हम शरीरिक और जुबानी रूप से कम ताकत नहीं रखते हैं। बहुत कुछ बोल सकते हैं। कहा, सरकार में अहंकार का भाव आ गया है। कई मौकों पर सदन के नेता की बातें भी लोगों ने सुनी। पांच साल में दिख गया कि यह सरकार आदिवासी-मूलवासी विरोधी है। मेनहर्ट पर कहा कि फाइल लेकर बैठ जाएं। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
नगर विकास मंत्री ने शहर को नरक बना दिया है, खुद इनके ही सहयोगी कह रहे हैं। इनके पास क्या जवाब है। क्या पैसा इनके घर से आता है, सरकार जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे को लुटा रही है। इनके एक-एक घोटाले का पर्दाफाश करेंगे। रांची में बच्ची की मौत पर कहा कि बच्ची की मौत पर यह ठहाका लगा रहे थे। मंत्री की संवेदनशीलता सबने देखी। कल थोड़ी देर की बारिश ने पोल खोल दी। इन्हें शर्म आनी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष पर मंत्री व्यक्तिगत हमला नहीं कर सकते : राजकुमार यादव
माले विधायक राजकुमार यादव ने मीडिया से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन पर मंत्री सीपी सिंह की टिप्पणी को अनुचित बताया। कहा, वह कह रहे थे बाप के नाम पर बेटा कलंक हैं, श्रवण नहीं। आप मंत्री हैं ऐसा कैसे बोल सकते हैं। नगर विकास मंत्री को माफी मांगनी चाहिए। बच्ची की मौत पर जवाब देना चाहिए। भाजपा लोकतंत्र की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। कोई भी जनता से जुड़ा सवाल आने नहीं दिया जा रहा है।
धान का सूखा बिचड़ा लेकर पहुंचे इरफान अंसारी, रणधीर सिंह बोले जोकर
कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी गुरुवार को विधानसभा में किसान की वेशभूषा में धान का सूखा बिचड़ा लेकर पहुंचे। धान का बिचड़ा लेकर उन्होंने विधानसभा परिसर में अकेले ही प्रदर्शन भी किया। कुछ देर बार कृषि मंत्री रणधीर सिंह के पहुंचने पर इरफान ने उन्हें सूखा बिचड़ा सौंपना चाहा। रणधीर सिंह विधायक से मुखातिब तो हुए लेकिन बिचड़ा नहीं लिया। इतना ही नहीं, उन्होंने यहां तक कहा कि ये विधायक नहीं, जोकर हैं। सदन के भीतर भी इरफान अंसारी ने इस मामले को उठाना चाहा, लेकिन स्पीकर के हस्तक्षेप के कारण वे अपनी पूरी बात नहीं रख सके। इतना अवश्य कहा कि बारिश न होने से पूरे राज्य में सुखाड़ है, कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जा रही है।
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