चल रहे शब्दों के बाण, झारखंड राजद में मचा घमासान Ranchi News
Jharkhand. झारखंड में नए सिरे से जमीन की तलाश कर रहा राजद दो गुटों में बंट गया है। एक गुट पूर्व अध्यक्ष गौतम सागर राणा का है जबकि दूसरा नए अध्यक्ष अभय कुमार सिंह का।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में नए सिरे से जमीन की तलाश कर रहा राजद दो गुटों में बंट गया है। एक गुट पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा और उनके समर्थकों का है, जबकि दूसरा गुट नव मनोनीत अध्यक्ष अभय कुमार सिंह का। दोनों गुटों में घमासान मचा है। एक-दूसरे के विरुद्ध जमकर शब्दों के बाण चल रहे हैं। गौतम सागर राणा गुट ने राष्ट्रीय नेतृत्व को वर्तमान अध्यक्ष के मामले में पुनर्विचार करने को कहा है।
ऐसा नहीं होने पर बगावती तेवर अपनाने का संकेत दिया है। इससे इतर अभय सिंह गुट का दावा है कि राष्ट्रीय नेतृत्व उसके साथ है और राज्य में राजद जल्द ही नए तेवर में दिखेगा। गौतम सागर राणा गुट का आरोप है कि प्रदेश युवा अध्यक्ष रहते हुए अभय कुमार सिंह अैर उनके सहयोगियों का आचरण पार्टी विरोधी रहा है। पार्टी की अनुशासन समिति ने इस कृत्य के लिए अभय सिंह समेत तीन को छह वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित कर रखा है।
इससे इतर निष्कासन के एक पखवाड़े के अंदर बिना किसी पूर्व सूचना के प्रदेश की पुरानी कमेटी को भंग कर उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाना पार्टी की नीति और सिद्धांतों के विरुद्ध है। बताते चलें कि आपसी तालमेल के अभाव में राजद की सांगठनिक मजबूती राज्य गठन के बाद क्रमिक रूप से कमजोर होती चली गई। अविभाजित बिहार में जहां झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों से राजद के नौ विधायक हुआ करते थे। 2004 में यह संख्या घटकर सात और 2009 में पांच रह गई।
2014 में राज्य से राजद का सूपड़ा ही साफ हो गया। वक्त के साथ-साथ प्रदेश नेतृत्व की कमान गिरिनाथ सिंह से वापस लेकर गौतम सागर राणा को दी गई। फिर राष्ट्रीय नेतृत्व ने अन्नपूर्णा देवी पर भरोसा जताया, जो गत लोकसभा चुनाव में भाजपा की हो गई। इसके बाद गौतम सागर राणा को एक बार फिर प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया। इस बीच अचानक बिना किसी पूर्व सूचना के इस पद पर अभय कुमार सिंह की ताजपोशी कर दी गई। अभय सिंह इससे पूर्व प्रदेश युवा अध्यक्ष थे।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा बोले, 21 के बाद बनाएंगे नया राजद
युवा राजद अध्यक्ष अभय सिंह को प्रदेश राजद अध्यक्ष बनाए जाने का विवाद अब चरम पर पहुंच गया है। रामगढ़ पहुंचे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा ने साफ तौर पर कह दिया कि अभय सिंह को नहीं हटाया गया तो 21 जून के बाद प्रदेश में नए राजद की घोषणा कर दी जाएगी। इस मसले पर पार्टी के 18 जिलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं से बात हो चुकी है।
झारखंड में पहले से कमजोर राजद के लिए यह बड़ा झटका है। लोकसभा चुनाव के दौरान ही प्रदेश राजद अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी ने भाजपा का दामन थाम लिया था। उनकी विदाई के बाद 25 मार्च को राणा को प्रदेश राजद की कमान सौंपी गई थी। इसके पहले भी वे राजद के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। गौतम सागर राणा अब सीधे बगावत पर उतर आए हैं। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के फैसले पर ही सवाल उठा दिया है।
सोमवार को रामगढ़ पहुंचे गौतम सागर राणा ने बिजुलिया में पत्रकारों से अपनी पीड़ा शायराना अंदाज में जाहिर दी। कहा कि मझधार में नैया डूबे तो मांझी पार लगाए, मांझी जो नैया डूबोए तो उसे कौन पार लगाए। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि लालू प्रसाद अब पुराने लालू प्रसाद नहीं रहे। लालू संदेश देते थे कि अन्याय बर्दाश्त नहीं करो। आज लालू प्रसाद अपने आचरण के उलट हो गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश कमेटी ने छह वर्ष के लिए अभय सिंह को निलंबित करने की अनुशंसा की।
इससे इतर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने अभय सिंह को प्रदेश अध्यक्ष का पद सौंप दिया। कहा कि इससे कार्यकर्ताओं सहित वरीय नेताओं में भारी क्षोभ है। राणा ने कहा कि अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के अपने निर्णय पर दोबारा विचार नहीं करते हैं तो 21 जून के बाद बैठक कर नई पार्टी का गठन किया जाएगा। इस दौरान प्रदेश राजद के महासचिव अरुण कुमार राय भी मौजूद थे।
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