मानव तस्करों पर नकेल कसेगी पुलिस, कोयला खनन में गुंडागर्दी रोकने को बनेगा टास्क फोर्स
Jharkhand. पुलिस मुख्यालय में डीजीपी ने जिलों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की। इसमें उन्होंने टास्क दिए। अफीम की फसलें नष्ट करने पर योजना बनी।
रांची, राज्य ब्यूरो। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कमल नयन चौबे ने सोमवार को सभी जिलों के एसपी, रेंज डीआइजी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की। तीन विषयों पर पूरी कांफ्रेंसिंग थी, जिसमें मानव तस्करी रोकने के लिए प्रभावित जिलों में की जा रही कार्रवाई, अफीम की खेती रोकने के लिए प्रभावित जिलों में की जा रही कार्रवाई और कोयला खनन क्षेत्रों में विधि-व्यवस्था, रंगदारी व कोयला चोरी की समीक्षा शामिल थी। निर्णय हुआ कि मानव तस्करों पर पुलिस नकेल कसेगी, अफीम की फसलें नष्ट करेगी और कोयला क्षेत्र में गुंडागर्दी करने वालों को सलाखों तक पहुंचाएगी।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान पुलिस मुख्यालय में डीजीपी के साथ एडीजी (विशेष शाखा) अजय कुमार सिंह, एडीजी (सीआइडी) अनुराग गुप्ता, एडीजी (अभियान) मुरारी लाल मीणा, आइजी (मानवाधिकार) नवीन कुमार सिंह, आइजी (अभियान) साकेत कुमार सिंह, आइजी (प्रोविजन) अरुण कुमार सिंह, डीआइजी (विशेष शाखा) अखिलेश कुमार झा व एसपी (अभियान) मोहम्मद अर्शी मौजूद थे।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में इसपर हुआ विचार
- मानव तस्करी : मानव तस्करी पर रोक के लिए राज्य में पुलिस के आठ एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) संचालित हैं। चार अन्य एएचटीयू थाने खुलने जा रहे हैं। इन्हें और सक्रिय किया जाएगा। जिन जिलों से मानव तस्करी ज्यादा हो रही है, वहां के नए-पुराने तस्करों की सूची तैयार कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। जो तस्कर जेल में बंद हैं, उनका नए सिरे से ट्रायल कराया जाएगा।
- अफीम तस्करी : राज्य में जहां भी अफीम की तस्करी की सूचना मिलेगी, वहां की खेती को पुलिस नष्ट करेगी। इसके लिए सेटेलाइट चित्र से भी ऐसे खेत चिह्नित किए जाएंगे। वहां की फसलें नष्ट होंगी। इतना ही नहीं, अफीम के तस्कर जो बाहर से राज्य में पहुंचते हैं, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा और उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।
- कोयला खनन क्षेत्र में विधि व्यवस्था, क्राइम व तस्करी : कोयला खनन क्षेत्र में जो भी गिरोह सक्रिय हैं, उन्हें चिह्नित कर उनके सदस्यों के खिलाफ ठोस कार्रवाई होगी। इसके लिए टास्क फोर्स गठित होगी। वहां के झगड़ा-झंझट रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। कोयला क्षेत्र में सक्रिय नक्सल-उग्रवादी संगठन के खिलाफ एक रणनीति के तहत अभियान चलाया जाएगा। यहां होने वाली गुंडागर्दी, लेवी व रंगदारी को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।