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रांची के बाल आश्रय गृह में बच्‍चे के साथ एक माह से अप्राकृतिक यौनाचार कर रहा था सुरक्षा गार्ड, पुलिस ने किया गिरफ्तार

Jharkhand News Ranchi Hindi News दर्द भरी जिंदगी से तंग आकर 12 वर्ष के बच्चे ने अधीक्षक को आपबीती बताई। अब सोमवार को बच्चे का मेडिकल होगा। बाल आश्रय गृह में एक माह से बच्चे का जीवन नर्क बन गया था। सीडब्ल्यूसी और बाल संरक्षण अधिकारी इससे बेखबर रहे।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sun, 10 Oct 2021 01:50 PM (IST)Updated: Sun, 10 Oct 2021 02:20 PM (IST)
रांची के बाल आश्रय गृह में बच्‍चे के साथ एक माह से अप्राकृतिक यौनाचार कर रहा था सुरक्षा गार्ड, पुलिस ने किया गिरफ्तार
Jharkhand News, Ranchi Hindi News पुलिस हिरासत में आरोपी। जागरण

रांची, जासं। बाल कल्‍याण समिति यानि सीडीब्ल्यूसी की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सीडब्ल्यूसी की देखरेख में संचालित हेहल के बाल आश्रय गृह में 12 वर्षीय बच्चे के साथ सुरक्षा गार्ड ने अप्राकृतिक यौन शोषण किया है। करीब एक माह से गार्ड बच्चे के साथ यौनाचार कर रहा था। शुक्रवार की रात भी मौका पाकर गार्ड ने यौनाचार किया। लगातार हो रहे यौन हमले से परेशान और भयभीत बच्चे ने शनिवार को अधीक्षक स्मिता गुप्ता को पूरी आपबीती सुनाई। स्मिता गुप्ता ने गार्ड शंभू प्रसाद लोहरा के खिलाफ पंडरा ओपी में अप्राकृतिक यौनाचार की प्राथमिकी दर्ज कराई है।

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प्राथमिकी दर्ज होते ही पुलिस ने आरोपित गार्ड को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार आरोपित सिल्ली के बिंदी टांड़ का रहने वाला है। बाल आश्रय गृह में दो गार्ड के पद हैं, जबकि एक ही गार्ड कार्यरत था। आरोपित के भरोसे ही दिन और रात की सुरक्षा व्यवस्था थी। पंडरा ओपी प्रभारी ने बताया कि सोमवार को मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद बच्चे का मेडिकल कराया जाएगा। फिलहाल बच्चे को बाल आश्रय गृह में ही रखा गया है।

पिछले एक माह से गार्ड कर रहा था जुल्म, प्रशासन बेखबर

बाल आश्रय गृह में ऐसे बच्चों को रखा जाता है, जिसको आश्रय और सहारा की जरूरत होती है। कोई अपना देखभाल करने वाला नहीं होता है। आश्रय गृह में ही बच्चे वात्सल्य खोजते हैं। वहां के पुरुष कर्मी को चाचा, दादा तो महिला कर्मी में अपनी मां, चाची की मूरत देखते हैं। लेकिन इस बच्चे को प्रशासन की लापरवाही का जरा भी अंदाजा नहीं था। जहां उसे सहारा मिलना चाहिए था, वहीं उसके साथ जुल्म होता रहा।

एक-दो दिन नहीं, बल्कि एक माह से उसके साथ जुल्म होता रहा, लेकिन देखरेख की जिम्मेदार संस्था सीडब्ल्यूसी और जिला बाल संरक्षण पदाधि‍कारी को इसकी भनक तक नहीं लगी। जुल्म जब असहनीय हो गया, तो बच्चा खुद हौसला करके सामने आया।

क्या घटना हुई मुझे नहीं मालूम, अधीक्षक से बात कीजिए

घटना को लेकर जब सीडब्ल्यूसी की अध्यक्षा बसंती और जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी से बात करने का प्रयास किया गया तो दोनों ने ही बात करने से मना कर दिया। बताया कि मुझे कुछ मालूम नहीं है। कहा गया कि बाल आश्रय की अधीक्षक स्मिता गुप्ता ही इस पर कुछ बता पाएंगी। वहीं, बाल आश्रय गृह की अधीक्षक स्मिता गुप्ता का मोबाइल नंबर स्वीच ऑफ बता रहा था।

गार्ड करता था यौनाचार, बताने पर जान मारने की देता धमकी

पुलिस की पूछताछ में पीड़‍ित बच्चे ने बताया कि गार्ड धमकी देकर उसके साथ यौनाचार करता था। वहीं, किसी को इस बारे में बताने पर जान से मारने की धमकी देता था। भय के कारण वह किसी से अपनी आपबीती नहीं बता पा रहा था, लेकिन इस बीच आरोपित की हरकत बढ़ती गई। तब हिम्मत करके इसकी जानकारी अधीक्षक को दी।

50 बच्चों को रखने की है जगह, अभी हैं 24 बच्चे

बाल आश्रय गृह में 50 बच्चों को रखने की क्षमता है। जबकि अभी 24 बच्चे रह रहे हैं। चाइल्ड प्रोटेक्शन एक्ट के तहत इसकी सुरक्षा से लेकर देखभाल तक के लिए पर्याप्त संख्या में कर्मचारी रखने का निर्देश है। यहां तक कि रात में नाइट मदर और नाइट फादर को भी रखना है। नाइट मदर और फादर को रात के समय बच्चों पर विशेष नजर रखनी होती है। जबकि इस बाल आश्रय गृह की व्यवस्था गार्ड के ही भरोसे है।

क्या कहते हैं ओपी प्रभारी

यौनाचार के आरोपित शंभू प्रसाद लोहरा को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके विरुद्ध आइपीसी की धारा 377 व पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच के लिए एसआइ गौतम वर्मा को अनुसंधान पदाधिकारी बनाया गया है। -पंडरा ओपी प्रभारी।


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