पीएम तक पहुंची हजारीबाग के किसानोंं की उपलब्धि, एक को फुलेश्वर व अशोक से बात करेंगे मोदी
Jharkhand Hazaribagh News PM Modi News हजारीबाग बाजार समिति की यह बड़ी उपलब्धि है। लगातार प्रयास से किसान उत्साहित हुए। ई-नाम पोर्टल के माध्यम से किसानों की पैदावार की खरीद-बिक्री के डिजिटल भुगतान मामले में हजारीबाग देश में अव्वल रहा है।
हजारीबाग, [विकास कुमार]। ई-नाम और एफपीओ यानि किसान उत्पादक संगठन के जरिए हजारीबाग के किसानों की सफलता की कहानी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंच गई है। एक जुलाई को स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हजारीबाग के किसान अशोक मेहता और फुलेश्वर महतो से बात करेंगे। इसकी सूचना हजारीबाग बाजार समिति तक पहुंच गई है। जानकारी के मुताबिक देश भर में चार किसानों से प्रधानमंत्री एक जुलाई को बात करेंगे। इनमें दो किसान झारखंड के हजारीबाग जिले के हैं। वहीं, दो अन्य किसानों में एक महाराष्ट्र व एक हिमाचल प्रदेश के हैं। बताते चलें कि ई-नाम पोर्टल के माध्यम से किसानों की पैदावार की खरीद-बिक्री के डिजिटल भुगतान के मामले में हजारीबाग देश में अव्वल रहा है। इसमें हजारीबाग बाजार समिति का विशेष योगदान है।
ई-नाम के जरिए अशोक मेहता ने बेचा 821 क्विंटल गेहूं
लाॅकडाउन के दौरान जब किसानों के लिए बाजार का संकट था। इसी दौरान बरकाखुर्द इचाक के अशोक कुमार मेहता ने 821 क्विंटल गेहूं की बिक्री की। अशोक बिना बाजार गए खेत में रहकर ही अपने उत्पाद को बेचने में सफल रहे। इसके साथ ही इन्होंने दूसरे किसानों को भी ई-नाम से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। मालूम हो कि राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) कृषि उपजों को देश भर में बिक्री के लिए इलेक्ट्रॉनिक पोर्टल है। वर्तमान में इस पोर्टल से 20 राज्यों की 1000 बाजार समितियां जुड़ी हुई हैं।
760 किसानों को फुलेश्वर ने जोड़ा, लाखों का हुआ भुगतान
उग्रवाद प्रभावित चुरचू प्रखंड में चुरचू वाडी सब्जी प्रोड्यूसर कंपनी (एफपीओ) चलाने वाले फुलेश्वर महतो ने इसकी शुरुआत 2016 में की थी। उन्होंने इस संगठन से 760 किसानों को जोड़ लिया। एफपीओ से जुड़े किसानों को ई-नाम के माध्यम से बाजार उपलब्ध कराया। अप्रैल 2020 से अब तक करीब 1732 क्विंटल तरबूज की बिक्री की। इससे करीब 27 लाख रुपये का कारोबार किया है। वे लगातार एफपीओ को बढ़ा रहे हैं। इससे किसानों को जोड़ रहे हैं।
'हजारीबाग के दो किसानों से प्रधानमंत्री एक जुलाई को बात करेंगे। ई-नाम और एफपीओ के माध्यम से व्यापार करने में दोनों किसान देश के रोल मॉडल रहे हैं। यह हजारीबाग समेत पूरे राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि है।' -राकेश कुमार सिंह, सचिव, हजारीबाग बाजार समिति।