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दूसरों ने किसानों को वोट बैंक समझा, हमने अन्नदाता: पीएम

PM Narendra Modi. पलामू में पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व की सरकारों ने किसानों को पहले कर्जदार बनाया और अब कर्ज माफी की बात कर रहे।

By Sachin MishraEdited By: Published: Sun, 06 Jan 2019 11:45 AM (IST)Updated: Sun, 06 Jan 2019 11:54 AM (IST)
दूसरों ने किसानों को वोट बैंक समझा, हमने अन्नदाता: पीएम
दूसरों ने किसानों को वोट बैंक समझा, हमने अन्नदाता: पीएम

राज्य ब्यूरो, रांची। किसानों की समृद्धि के लिए आजादी के बाद से क्या प्रयास हुए इसकी गवाही यह मंडल डैम दे रहा है। आधी सदी गुजर गई और मंडल डैम खंडहर में बदल गया। 1972 से डैम निर्माण हेतु चली फाइल भटकती रही। उसके बाद 25 साल तक यह कार्य पूर्ण रूप से ठप रहा। अगर इस डैम का समय पर निर्माण होता तो क्या यहां का किसान कर्जदार बनता। शायद नहीं। पूर्व की सरकारों ने किसानों को पहले कर्जदार बनाया और अब कर्ज माफी की बात कर रहे। ये लोग किसानों को वोट बैंक के रूप में देखते हैं। झूठ बोलते हैं। हमारे लिए किसान अन्नदाता हैं। उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहीं। वे शनिवार को मेदिनीनगर स्थित चियांकी हवाई अड्डा में उत्तर कोयल (मंडल डैम) के अपूर्ण कार्यो के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे।

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प्रधानमंत्री ने झारखंड व बिहार के मुख्यमंत्रियों समेत चतरा, पलामू व औरंगाबाद के सांसदों को बधाई देते हुए कहा कि इनकी मेहनत से ही मैं मंडल डैम समेत छह सिंचाई और पेयजल आपूर्ति योजनाओं का शिलान्यास कर रहा हूं। इससे पूर्व प्रधानमंत्री ने सभास्थल पर उमड़े जनसैलाब की नब्ज पर हाथ रखते हुए कहा कि वीर प्रभुता की इस धरती को नमन। नीलांबर-पीतांबर को नमन। उमंग उत्साह के साथ आप मुझे आशीर्वाद देने आए लाखों लोगों को नमन। मुख्यमंत्री रघुवर दास की प्रशंसा करते हुए पीएम ने उन्हें ऊर्जावान मुख्यमंत्री बताया।

90 हजार करोड़ की लागत से पूर्ण हो रही हैं 99 अधूरी परियोजनाएं

प्रधानमंत्री ने कहा कि 40 साल से किसानों की समृद्धि की 99 योजनाएं अटकी थीं। जिसे उनकी सरकार द्वारा 90 हजार करोड़ की लागत से पूर्ण किया जा रहा है। यह हमारी कार्यप्रणाली है। किसानों को खुश करने, उनकी एक पीढ़ी को लाभ देने के लिए सरकार उक्त राशि को किसानों के बीच बांट देती लेकिन सरकार ने किसानों की समृद्धि और उनकी आने वाली पीढ़ी के संबंध में सोचा, यही वजह रही कि इन योजनाओं का अमलीजामा पहनाया जा रहा है। ताकि देश का किसान कर्ज लेने वाला नहीं कर्ज देने वाला बन सके। मंडल डैम को लेकर कहा, यह परियोजना वर्षो से लंबित है। 30 करोड़ की योजना की लागत 2391 करोड़ तक पहुंच गई। बताइये जनता का पैसा बर्बाद करने वालों ने अपराध किया कि नहीं किया। कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा उन लोगों को तो पता भी नहीं होगा कि यह कोयल किसी सिंचाई परियोजना का नाम है या पक्षी का।

हमारी सरकार में दलालों-बिचौलियों के लिए जगह नहीं

पीएम ने कहा कि 2014 से पूर्व पांच साल के कार्यकाल के दौरान पूर्व सरकार ने 25 लाख घरों का निर्माण गरीबों के लिए किया, लेकिन 2014 के बाद इस सेवक ने पांच साल में 1.25 करोड़ घरों का निर्माण कराया है। वादा है, 2022 तक सभी गरीबों को गुणवत्तापूर्ण पक्के मकान उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसी परिवार के नाम पर आवास देने की प्रक्रिया हमने बंद की। अब कोई भी सरकार आएगी तो यह प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम से जाना जायेगा। इस सरकार में दलालों और बिचौलियों की कोई जगह नहीं है।

आज झारखंड के 25 हजार गरीबों को गृह प्रवेश करा मैं आह्लादित हूं

पीएम ने देश की महिलाओं के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए कहा कि उनके नाम पर 12 माह के अंदर आवास का निर्माण पूर्ण हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज झारखंड के हजार लाख गरीब लोगों को गृह प्रवेश करा मैं आह्लादित हूं। हमें इस बात की खुशी है कि हमारी माताएं-बहनें अब घर की मालकिन बन रहीं हैं। क्योंकि उनके नाम पर ही आवास का आवंटन ग्राम सभा के माध्यम से किया जा रहा है।

100 दिनों के अंदर सात लाख लोगों को मिला आयुष्मान का लाभ

प्रधानमंत्री ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ झारखंड की धरती से हुआ। योजना के 100 दिन पूरे होने के बाद सात लाख लोगों को योजना का लाभ मिला। रोजाना 10 हजार लोग योजना के दायरे में आ रहे हैं। झारखंड के 28 हजार लोगों ने योजना का लाभ लिया।


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