जेल से छूटकर पीएलएफआइ का एरिया कमांडर रच रहा था व्यवसायी की हत्या की साजिश, पांच धराए
रांची के अनगड़ा इलाके में जेल से छूटकर पीएलएफआइ का एरिया कमांडर व्यवसायी की हत्या की साजिश कर रहा था।
जागरण संवाददाता, रांची/अनगड़ा : रांची के अनगड़ा इलाके में जेल से छूटकर पीएलएफआइ के एरिया कमांडर देव सिंह मुंडा फिर से पांव पसार रहा था। एक व्यवसायी की हत्या की साजिश रच रहा था। इस दौरान एरिया कमांडर सहित पांच उग्रवादियों को पुलिस ने दबोच लिया है। पकड़े गए उग्रवादियों में अनगड़ा का एरिया कमांडर देवसिंह मुंडा, खलारी का एरिया कमांडर गोल्डेन यादव उर्फ गौतम यादव निवासी बाजारटांड़ रामनगर, थाना मैक्लुस्कीगंज, सूरज महतो, मायापुर ओरमांझी, शहजाद अंसारी व असलम अंसारी (दोनों बाजारटांड़ आजाद नगर मैक्लुस्कीगंज) शामिल हैं। आरोपितों के पास से एक नाइन एमएम की एक पिस्टल, तीन कट्टा, तीन मोबाइल, कारबाइन की मैगजीन, चार गोलियां सहित अन्य सामान बरामद किया गया।
उनकी गिरफ्तारी अनगड़ा थाना क्षेत्र के जोन्हा पुड़ीटोला स्थित देवसिंह मुंडा के आवास के बगल से की गई। एसएसपी रांची सुरेंद्र कुमार झा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर ग्रामीण एसपी नौशाद आलम के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इसके बाद सभी आरोपितों को दबोच लिया गया। पुलिस की एक छापामारी टीम ने सभी आरोपितों को गिरफ्तार किया है। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया।
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जेल से छूटने के बाद संगठन को मजबूत कर रहा था देवसिंह मुंडा : जोन्हा निवासी एरिया कमांडर देवसिंह मुंडा हाल ही में जेल से छूटकर आया था। जेल से छूटने के बाद वह अनगड़ा, सिकिदिरी, ओरमांझी, खलारी, मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र सहित अन्य इलाकों में संगठन को मजबूत करने के काम में जुटा था। इन क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि, व्यवसायी, जमीन कारोबारी, क्रशर व्यवसायी, ईंट भट्ठा संचालक से संगठन के नाम पर लेवी वसूलने, धमकी देने, डकैती व हत्या की योजना बनाने पर कार्य कर रहा था। देवसिंह मुंडा के खिलाफ अनगड़ा थाना क्षेत्र में लेवी वसूलने, धमकी देने, उग्रवादी गतिविधियों में लिप्त रहने, आगजनी, आर्म्स एक्ट सहित अन्य मामलों को लेकर कुल सात मामले दर्ज हैं। सिकिदिरी थाने में भी आगजनी व फायरिग को लेकर एक मामला दर्ज है। गोल्डेन यादव के खिलाफ मैक्लुस्कीगंज थाने में पांच व खलारी थाने में दो प्राथमिकी दर्ज है। सभी आरोपित कई बार जेल जा चुके हैं। चान्हो थाना क्षेत्र में हुई रवींद्र गंझू हत्याकांड का पर्दाफाश
चान्हो थाना क्षेत्र के चर्चित रवींद्र गंझू हत्याकांड का भी अनगड़ा पुलिस ने पर्दाफाश किया। रवींद्र गंझू पीएलएफआइ का उग्रवादी था। रवींद्र की हत्या लेवी की रकम बंटवारे को लेकर हुए विवाद के कारण हुई थी। लेवी के रूप में मिले डेढ़ लाख रुपये के बंटवारे के क्रम में रवींद्र का अपने साथी गोल्डेन व सूरज टोप्पो के साथ विवाद हो गया था। इसलिए भी कि रकम के अलावा रवींद्र की एक पिस्टल देव सिंह के पास थी। वह पिस्टल भी रवींद्र लगातार मांग रहा था। लेकिन पिस्टल पुलिस ने पकड़ लिया था। इस पिस्टल और लेवी की रकम को लेकर विवाद बढ़ गया था। इसके बाद गोल्डेन व सूरज ने रवींद्र की गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना 23 मार्च 2021 को चान्हो थाना क्षेत्र के लुकइयांटांढ जंगल में हुई थी। इस घटना में देव सिंह मुंडा भी शामिल था। थाना आकर लगाता था हाजिरी, इधर कर दिया था बंद :
देव सिंह मुंडा को पुलिस ने पिछले साल गिरफ्तार कर जेल भेजा था। तीन महीने पहले ही जेल से छूटा था। जेल से निकलने के बाद वह लगातार थाने में हाजिरी लगा रहा था। लेकिन पिछले एक महीने उसने हाजिरी लगानी बंद कर दी थी। इसी बीच पुलिस को जानकारी मिली कि देव सिंह वापस संगठन में चला गया है। इलाके के कारोबारियों को लेवी के लिए धमका रहा है। जिसके बाद एक टीम का गठन कर सभी उग्रवादियों को धर दबोचा गया। छापेमारी टीम में ये थे शामिल : छापामारी टीम में सिल्ली डीएसपी ºीस्टोफर केरकेट्टा, अनगड़ा इंस्पेक्टर राजकुमार यादव, ओरमांझी थानेदार श्याम किशोर महतो, अनगड़ा थानेदार ब्रजेश कुमार, एसआइ संजय कुमार दास, एसआइ राजबिहारी यादव, एसआइ रितेश लकड़ा सहित सैट के जवान शामिल थे।