Move to Jagran APP

रिम्स में रिसर्च पर बढ़ावा देने के लिए शुरू हुआ पीएचडी कोर्स, 15 तक कर सकते हैं आवेदन

Jharkhand News रिम्‍स के नए निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ने पदभार ग्रहण करते ही कहा था रिसर्च पर जोर दूंगा। पदभार के चौथे दिन ही पीएचडी कोर्स शुरू करा दी। पीएचडी कोर्स शुरू होने से रिम्स में लगातार विभिन्न टॉपिक पर शोध होते रहेंगे।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sun, 22 Nov 2020 04:19 PM (IST)Updated: Sun, 22 Nov 2020 04:22 PM (IST)
रिम्स में रिसर्च पर बढ़ावा देने के लिए शुरू हुआ पीएचडी कोर्स, 15 तक कर सकते हैं आवेदन
रिम्स के डॉक्टरों ने कहा कि यह काफी अच्छा प्रयास है।

रांची, जासं। रिम्स झारखंड का सबसे पुराना मेडिकल कॉलेज है। यहां फिलहाल पीजी तक की पढ़ाई होती है। लेकिन अब रिम्स ने इस सत्र से पीएचडी कोर्स भी शुरू कर दिया है। नवनियुक्त निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद इसे एम्स से भी बेहतर बनाना चाहते हैं। पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद उन्होंने मीडिया से कहा था कि रिसर्च उनकी पहली प्राथमिकता में शामिल होगी। पदभार ग्रहण करने के चौथे ही दिन उन्होंने संस्‍थान में इसी सत्र से पीएचडी कोर्स की शुरुआत कर दी।

loksabha election banner

इसके लिए रिम्स लंबे समय से प्रयासरत था। पीएचडी कोर्स शुरू होने से रिम्स में लगातार विभिन्न टॉपिक पर शोध होते रहेंगे। पीएचडी आमतौर पर शोध पर ही आधारित कोर्स है। रिम्स में पीएचडी कोर्स के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 15 दिसंबर है। रिम्स के डॉक्टरों ने कहा है कि यह काफी अच्छा प्रयास है। अलग-अलग विषयों पर अब लगातार शोध होते रहेंगे। रिम्स की ओर से हर साल दर्जनों रिसर्च पब्लिकेशन, जर्नल्स आदि प्रकाशित किए जा सकेंगे।

इससे ना सिर्फ रिसर्च में बढ़ावा मिलेगा बल्कि शोध का फायदा मरीजों को मिलेगा। बताते चलें कि झारखंड में यह पहला मेडिकल कॉलेज है जहां पीएचडी कोर्स शुरू किए गए हैं। अब भी कई राज्यों के मेडिकल कॉलेज में पीएचडी कोर्स नहीं है। रिम्स के नवनियुक्त निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद वर्ल्ड हैल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्लयूएचओ) के एक्सपर्ट कमेटी के सदस्य भी हैं। पहले एम्स नई दिल्ली में भी इन्होंने विभिन्न विषयों में सैकड़ों शोध किए हैं। रिम्स ज्वाइन करने से पहले भी वे एम्स में शोध कार्यों में लगे थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.