झारखंड के गढ़वा में बायोमेट्रिक मशीन में अंगूठा लगाकर निकाल ली राशि, कई लोगों से की ठगी
Jharkhand News झारखंड के गढ़वा जिले के डंडई प्रखंड के लोरा गांव निवासी हरखू सिंह के वृद्धा पेंशन का पैसा बॉयोमैट्रिक मशीन के जरिए के एक व्यक्ति ने अंगूठा लगवा निकाल लिया और पेंशन का पैसा भुगतान नहीं किया।
डंडई (गढ़वा), संसू । झारखंड के गढ़वा जिले के डंडई प्रखंड के लोरा गांव निवासी हरखू सिंह का वृद्धा पेंशन का पैसा बॉयोमैट्रिक मशीन के जरिए एक दुकानदार ने अंगूठा लगवा निकाल लिया और पेंशन का पैसा भुगतान नहीं किया। इसके बाद हरखू सिंह पेंशन के पैसे को लेकर आधार बैंकिंग दुकान का चक्कर काट रहा है। उसने बताया कि राजेश उर्फ छोटू तिवारी गांव में घर-घर जाकर पीएम किसान सहित पेंशन की राशि निकासी कर रहा था।
इस दौरान उन्होंने भी अपने पेंशन राशि निकासी के लिए अंगूठा लगाया। लेकिन अंगूठा लगाने के बाद राजेश ने बाद में पैसा देंगे बोलकर लौटा दिया और अभी तक पैसा का भुगतान नहीं किया गया। प्रखंड के कई लोगों से इस तरह की ठगी की जा रही है। जानकारी के मुताबिक आधार बैंकिंग के माध्यम से घर-घर जाकर अंगूठा लगवा कर पैसा निकासी करने में विधवा, वृद्धा पीएम किसान के लाभुकों का पैसा गबन किया जा रहा है।
ग्रामीण इलाके के बेसहारा विधवा वृद्धा पेंशन के लाभुकों को बहला-फुसलाकर पैसा निकासी के लिए अंगूठा तो लगवा देते हैं। लेकिन किसी को खाते में पैसा नहीं रहने व दो माह के बजाए एक माह का आया है कि बात बोल पैसा की हेराफेरी की जा रही है। अगर आधार बैंकिंग दुकानदार द्वारा लाभुकों का पैसा का निकासी कर भी लिया जाता है तो उन्हें पैसा तुरंत नहीं मिलता लोगों को निकासी की पैसा के लिए कई सप्ताह व महीनों तक का दुकानदार के घर चक्कर काटना पड़ता है। इसका शिकार विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के लोग हो रहे है। वृद्धा, विधवा, विकलांग, आदिम जनजाति पेंशन, पीएम किसान का पैसा तथा लेबर कार्ड का पैसा का निकासी में 20 से 120 रुपए प्रति हजार के हिसाब से वसूली भी किया जा रहा है।
वहीं कई लाभुकों के द्वारा बताए गए की आधार बैंकिंग के दुकानदार द्वारा लाभुकों के पेंशन का पैसा बिना जानकारी के भी निकासी कर लिया जाता हैं। जिसका लाभुकों को पता तक नहीं चल पाता है। वहीं चकरी, लोरा सहित कई गांव के ग्रामीणों ने बताया कि आधार कार्ड से पैसे निकालने वाले दुकानदार इन दिनों बैलेंस चेक करवाने के दौरान भी कुछ पैसों की निकासी कर लेते हैं। जब लाभुक पैसा निकलवाने के लिए अंगूठा लगाते हैं उस दौरान भी अधिक पैसा दुकानदार निकासी कर लेते हैं। ऊपर से कमीशन और आने जाने का खर्चा भी लेते हैं।