रांची नगर निगम में कलमबंद हड़ताल, इधर-उधर भटकते रहे लोग
रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा द्वारा निगम के कर्मचारियों एवं पदाधिकारियों पर की गई टिप्पणी के खिलाफ सभी हड़ताल पर हैं।
जागरण संवाददाता, रांची : रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा द्वारा निगम के कर्मचारियों एवं पदाधिकारियों पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ गुरुवार को निगम के लगभग 200 कर्मचारी एवं पदाधिकारी हड़ताल पर रहे। निगम के इंजीनियरिग विभाग, स्वास्थ्य विभाग, स्वच्छता विभाग, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र काउंटर सहित अन्य विभागों ने कर्मचारी एवं पदाधिकारियों ने उपस्थिति तो दर्ज कराई। लेकिन काम नहीं हुआ। फाइलें आगे नहीं बढ़ीं। काउंटर बंद रहने से कई आवश्यक काम नहीं हुए। कामकाज बंद रहा, तो विभिन्न कामों से आए लोग भी इधर-उधर भटकते रहे। लेकिन बिना काम के वापस लौटना पड़ा। इस वजह से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। रांची के अलावा लोहरदगा सहित अन्य स्थानों से भी लोग अपने कार्यों को लेकर पहुंचे थे। किसी को जन्म प्रमाण पत्र निकलवाना था, तो कोई मृत्यु प्रमाण पत्र लेने के लिए आया था। लेकिन काम न होने से वे हैरान-परेशान रहे। लोगों का कहना रहा कि पदाधिकारियों की आपसी लड़ाई में आखिर जनता क्यों पिसे। काला बिल्ला लगाकर काम करते हुए भी कर्मचारी अपना विरोध जता सकते थे। कलमबंद हड़ताल से तो हमारी ही परेशानी बढ़ी है। आज गणेश चर्तुथी का अवकाश, निगम रहेगा बंद शुक्रवार को नगर निगम में गणेश चर्तुथी का अवकाश है। शनिवार को निगम में कामकाज होगा। लेकिन रविवार को साप्ताहिक अवकाश की वजह से कामकाज फिर नहीं होगा। कुल मिलाकर अब निगम का काम सोमवार से ही सुचारु तरीके से शुरू होगा। ये है मामला विगत चार सितंबर को रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा ने नगर निगम के कर्मचारियों एवं पदाधिकारियों पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि निगम के कर्मचारी एवं पदाधिकारी मोटी चमड़ी वाले हो गए हैं। ये लोग औरंगजेब का शासन चलाते हैं। मेयर द्वारा की गई इस टिप्पणी के विरोध में रांची नगर निगम कर्मचारी संघ एवं निगम के पदाधिकारियों द्वारा गुरुवार को कलमबंद हड़ताल का आह्वान किया गया। ये कहते हैं कर्मचारी संघ के पदाधिकारी मेयर द्वारा निगम के कर्मचारियों एवं पदाधिकारियों के संबंध में प्रेस के समक्ष जो वक्तव्य दिया गया है। ऐसे आपत्तिजनक शब्दों की कर्मचारी संघ घोर निदा करता है। मेयर के उसी बयान के विरोध में एकदिवसीय कलमबंद हड़ताल बुलाई गई।
- नरेश राम, अध्यक्ष, रांची नगर निगम कर्मचारी संघ ये कहते हैं पदाधिकारी मेयर ने जो टिप्पणी की थी, वह काफी अभद्र और अमर्यादित थी। इससे निगम के पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के मनोबल को आघात पहुंचा है। हम सब सभ्य समाज में रहते हैं। ऐसी अमर्यादित टिप्पणी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
- रजनीश सिंह, उपनगर आयुक्त, रांची नगर निगम लोगों की प्रतिक्रिया :- में बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र निकलवाने के विषय में जानकारी लेने के लिए आया था। लेकिन यहां आकर पता चला कि कर्मचारी हड़ताल पर हैं। पहले से पता नहीं था, तो परेशानी हुई।
- रमेश यादव, खेलगांव कर्मचारियों के हड़ताल के विषय में पहले से जानकारी नहीं थी। पता चला है कि शुक्रवार को भी गणेश चर्तुथी का अवकाश है। सोमवार को आने को कहा गया है। काम नहीं होने से परेशानी बढ़ी है।
- रितेश यादव, खेलगांव मैं अपने दिवंगत पति का मृत्यु प्रमाण पत्र लेने के लिए आई थी। लेकिन यहां आकर पता चला कि कर्मचारी हड़ताल पर हैं। काम नहीं हुआ। दूर से आई हूं। परेशानी और बढ़ गई है, क्योंकि दोबारा आना पड़ेगा।
- राजमनी उरांव, लोहरदगा बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र लेने के लिए आवेदन किया था। दस दिन के बाद बुलाया गया था। यहां आने पर पता चला कि हड़ताल के कारण काम नहीं होगा। इनकी आपसी लड़ाई में आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। जो सरासर गलत है।
- रंजीत चौधरी, मेन रोड