जानें-जिस्मफरोशी के लिए कैसे फंसाई जातीं हैं लड़कियां, रजरप्पा से बरामद पटना की युवती बोली-प्रियंका दीदी ने हमें नाश किया
लड़कियों ने बताया कि पटना सिटी की रहने वाली प्रियंका दीदी उन्हें यहां लेकर आई हैं। यहां आने पर उनसे जबरन देह व्यापार और शारीरिक संबंध बनाने के लिए कहा गया। एक अंकल के साथ संबंध बनाने के लिए तैयार नहीं होने पर उनसे होटल में मारपीट भी की गई।
रांची, जेएनएन। Minor Girls Rescued पटना, बिहार की 2 लड़कियां देह व्यापार गिरोह के हाथों बेची गई, लेकिन किस्मत ने उनका साथ दिया और वे दलदल में धकेले जाने के पहले ही बचा ली गईं। दोनों नाबालिगों को रजरप्पा में सुरक्षित बरामद कर लिया गया है। उन्हें पटना के पीरबहोर इलाके से लाकर यहां 2 दिनों से बंधक बनाकर रखा गया था। उन्हें रजरप्पा मंदिर क्षेत्र के एक होटल में रखा गया था। दलाल इन्हें स्कॉर्पियो से पटना से रजरप्पा लेकर आए थे। इनमें एक महिला और एक पुरुष शामिल हैं। इन्हें रजरप्पा में ही नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया था।
मामला खुलते ही दोनों लड़कियों को पटना से रजरप्पा लाने वाले महिला और पुरुष फरार हो गए हैं। गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पहल पर दोनों नाबालिगों को रजरप्पा थाने की पुलिस को सौंप दिया गया है। इसके बाद जिला बाल कल्याण समिति और चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने दोनों किशोरियों को अपने कब्जे में ले लिया है। मुख्यालय डीएसपी प्रकाश सोय, बाल कल्याण समिति के आकाश शर्मा और प्रोटेक्शन अफसर दुखहरण महतो ने होटल केसरीकुंज और देवलोक में पहुंचकर इन लड़कियों से पूरे मामले की जानकारी ली। बताया गया कि रजरप्पा मंदिर के समीप इसी होटल में बिना परिचय पत्र लिए ही होटल प्रबंधक ने दलालों को कमरा उपलब्ध करा दिया था।
पुलिस की मानें तो इन दोनों लड़कियों से जांच-पड़ताल में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। इन्हें सेक्स रैकेट में धकेला जा रहा था। इसके तार पटना, रांची, कोलकाता और मुंबई से जुड़े हैं। लड़कियों ने बताया कि पटना सिटी की रहने वाली प्रियंका दीदी उन्हें यहां लेकर आई हैं। यहां आने पर उनसे जबरन देह व्यापार और शारीरिक संबंध बनाने के लिए कहा गया। एक अंकल के साथ संबंध बनाने के लिए तैयार नहीं होने पर उनसे होटल में मारपीट भी की गई।
बहरहाल, बाल कल्याण समिति और चाइल्ड हेल्पलाइन के सदस्यों ने दोनों लड़कियों की मेडिकल जांच सदर अस्पताल, रामगढ़ में कराई है। फिलहाल दोनों को सुरक्षित जगह पर रखा गया है। पूछताछ में लड़कियों ने बताया कि पहले बहला-फुसलाकर और फिर अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देकर पटना से रजरप्पा, रामगढ़ लाया गया। यहां से दोनों को कोलकाता भेजने की तैयारी थी। इस बीच शनिवार शाम को दोनों लड़कियां होटल की दीवार फांदकर मौके से भाग निकली।
रजरप्पा मंदिर के समीप के एक दुकान में पटना जाने वाली बस के बारे में पूछने पर लोगों को शक हुआ, तो इन्हें मदद के लिए सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के पास ले गए। रामगढ़ के पुलिस उपाधीक्षक प्रकाश सोय ने बताया कि मामले की गहनता से छानबीन की जा रही है। दोनों लड़कियों से दलालों और देह व्यापार गिरोह के बारे में विस्तार से पूछताछ की गई है। महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।