पार्क शून्य, आपदा शून्य, क्या है रांची नगर निगम के बजट में
शुक्रवार को नगर निगम स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए बजट पेश किया गया। इसमें पार्किग एवं आपदा पर कुछ भी राशि नहीं खर्च की गई। मेयर ने फटकार लगाई।
जागरण संवाददाता, रांची : शुक्रवार को नगर निगम स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में वित्तीय वर्ष 2019-20 के बजट पर मेयर, डिप्टी मेयर समेत पार्षदों ने कई सवाल खड़े किए। मेयर आशा लकड़ा ने बजट को आधा-अधूरा और विसंगतियां से भरा बताया। उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देश देते हुए कहा कि बजट में विसंगतियों व त्रुटियों को दूर कर स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में लाएं।
पार्षद अरूण कुमार झा ने कहा कि बजट को अंग्रेजी भाषा में तैयार किया गया है। पार्षद ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं। अधिकारियों द्वारा तैयार किया गया बजट पार्षदों के समझ से परे है। लिहाजा बजट की कॉपी ¨हदी भाषा में उपलब्ध कराएं। तभी बजट पारित किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पब्लिक वेलफेयर के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं है। सिर्फ विभिन्न प्रकार के टैक्स मद में वृद्धि कर दी गई है। टॉयलेट मेंटनेंस मद में एक करोड़ रुपये का प्रावधान है जबकि पार्क व मैदानों का मेंटनेंस शून्य है। आपदा प्रबंधन मद भी शून्य है, जबकि पिछले वर्ष ही ¨हदपीढ़ी क्षेत्र में महामारी फैल गई थी।
सरप्लस बजट किया है तैयार : नगर निगम के अधिकारियों ने सरप्लस बजट तैयार किया है। बजट में आय 2121 करोड़ और खर्च 1519 करोड़ बताया गया है। छह सौ करोड़ का सरप्लस बजट किस आधार पर तैयार किया गया है। मेयर, डिप्टी मेयर व पार्षदों को मिलने वाले भत्ता मद में 50 लाख रुपये की राशि बढ़ा दी गई है। अब सवाल यह है कि क्या इस बजट को अधिकारियों व कर्मचारियों के वेतन के लिए पास किया जाए। इस अवसर पर डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, नगर आयुक्त मनोज कुमार, अपर नगर आयुक्त गिरिजा शंकर प्रसाद समेत कई अधिकारी व स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य उपस्थित थे। लाभुकों को नहीं मिल रही राशि, आवास आधे-अधूरे
स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में पार्षद अर्जुन यादव व ओम प्रकाश ने प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाइ) में अधिकारियों द्वारा की जा रही गड़बड़ियों पर जमकर हंगामा किया। उन्होंने कहा कि पीएमएवाइ के लाभुकों को पहली किस्त की राशि के बाद सीधे तीसरे किस्त की राशि भेजी जा रही है। कई लाभुक राशि भी खर्च कर चुके हैं। अब पीएमसी के साइट इंजीनियर लाभुकों से कह रहे हैं कि तृतीय किस्त की राशि लौटाने के बाद ही दूसरे किस्त की राशि उनके बैंक खाता में भेजी जाएगी। पूर्व में सभी वार्डो में 15-20 लाभुकों को आवास निर्माण के लिए किस्त की राशि भेजी जाती थी, लेकिन अब मुश्किल से तीन-चार लाभुकों के खाता में ही किस्त की राशि भेजी जा रही है। ऐसी परिस्थिति में आवासों का निर्माण नहीं हो पा रहा है। बैठक में उपस्थित अधिकारी ने बताया कि सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी है। लाभुकों के खाता में गलती से तृतीय किस्त की राशि हस्तांतरित हो गई है। न्यूक्लियस मॉल के पार्किग शुल्क की जांच करेंगे पार्षद
स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में पार्षद ओमप्रकाश ने न्यूक्लियस मॉल की महंगी पार्किग व्यवस्था पर सवाल उठाया। कहा, नगर निगम चार पहिया वाहनों से 30 रुपये पार्किग शुल्क ले रहा है, जबकि न्यूक्लियस मॉल में 40 रुपये। नगर निगम क्षेत्र में पार्किग शुल्क एकसमान होना चाहिए। बैठक में निर्णय लिया गया कि स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों (पार्षद) की टीम न्यूक्लियस मॉल में लिए जा रहे पार्किग शुल्क की जांच करेंगे।
विलंब से पहुंचीं मेयर, बिफरे पार्षद
शुक्रवार को नगर निगम स्टैंडिंग कमेटी की बैठक एक बजे से थी। डिप्टी मेयर समेत सभी पार्षद लगभग एक बजे तक सभा कक्ष में पहुंच चुके थे। लेकिन मेयर विलंब से पुहंचीं। इस पर सभी पार्षद सभाकक्ष से बाहर आ गए। लगभग एक घंटे तक मान-मनौव्वल का दौर भी चला। उसके बाद स्टैंडिंग कमेटी की बैठक शुरू हुई। माफ किया गया बकाया जल शुल्क
बैठक में वार्ड नंबर-31/28 स्थित शिव दुर्गा मंदिर लेन निवासी संजीव कुमार का जल शुल्क 21,242 रुपये माफ किया गया। मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि कैंसर की बीमारी के कारण आवेदक संजीत कुमार की मौत हो चुकी है। उनकी मां बिल भरने में असमर्थ है। पूर्व में वेवर कमेटी की बैठक में विचार करते हुए इस मामले को स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में रखने का निर्णय लिया गया था।