मिड डे मील में बच्चों को अब दो दिन ही मिलेगा अंडा, सरकार का फैसला
Mid Day Meal. राज्य सरकार मिड डे मील में अंडों के लिए अब 4 की जगह 6 रुपये देगी। लेकिन मिड डे मील में तीन की जगह सिर्फ दो दिन ही बच्चों को अंडे मिलेंगे ।
रांची, राज्य ब्यूरो। रघुवर कैबिनेट ने राज्य के सरकारी स्कूलों में बच्चों को दिए जाने वाले दोपहर के भोजन, मिड डे मील में अंडों के भुगतान की दर चार रुपये प्रति अंडा से बढ़ाकर छह रुपये कर दी है। हालांकि बजट पर असर पड़ने से बचाने के लिए सरकार ने तीन की जगह दो दिन ही मिड डे मील में अंडा देने का निर्णय लिया है। रविवार को लालखटंगा के बायो डायवर्सिटी पार्क में आयोजित कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया गया है।
माना जा रहा है कि पहले अंडों की दर कम रहने से बच्चों को सप्ताह में तीन दिन अंडा देने में परेशानी हो रही थी। ऐसे में कई विद्यालयों में बच्चों को नियमित अंडा नहीं दिया जा रहा था। अब सरकार के फैसले के बाद उन्हें एक हफ्ते में सिर्फ दो दिन अंडा मिलेगा।
पिकनिक कैबिनेट में पहुंचे कई विभागों के सचिव : मुख्यमंत्री अपनी टीम को बायो डायवर्सिटी पार्क में घुमाने का आश्वासन पहले ही दे चुके थे। पिछले दिनों में पार्क भ्रमण के दौरान उन्होंने एक बार कैबिनेट बैठक के आयोजन की बात कही थी। रविवार को बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों और पिकनिक मनाने को पहुंची भीड़ के बीच ही सीएम ने कैबिनेट की बैठक भी की। इस दौरान मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी, योजना एवं वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, वन विभाग के अपर मुख्य सचिव इंदुशेखर चतुर्वेदी, कार्मिक विभाग के अपर मुख्य सचिव केके खंडेलवाल, नगर विकास विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह, स्वास्थ्य सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी, ऊर्जा सचिव वंदना डाडेल, राजीव लोचन बख्शी आदि कई अधिकारी मौजूद थे।
सबके लिए साइकिल का था प्रबंध : कैबिनेट के सभी मंत्रियों के लिए साइकिल का पहले से प्रबंध किया गया था। एक भवन से दूसरे में जाने के लिए लगभग सौ मीटर की दूरी को मंत्रियों ने पैदल ही तय किया। हालांकि इस बीच मंत्री अमर बाउरी और चंद्रप्रकाश चौधरी दो सीटोंवाली साइकिल चलाते दिखे। इन्होंने यहां दो राउंड पूरे भी किए। मंत्री रणधीर सिंह भी साइकिल चलाते हुए दिखे।
बाहर गढ़खटंगा के ग्रामीण आ डटे लेकिन शांतिपूर्ण प्रदर्शन : कैबिनेट की बैठक में जब सीएम और अन्य मंत्री विभिन्न मुद्दों पर फैसला लेने में मशगूल थे, उसी वक्त गढ़खटंगा के ग्रामीण विभिन्न मांगों को लेकर पार्क के बाहर प्रदर्शन करने पहुंच गए। प्रदर्शन कर रहे लोगों में अधिसंख्य महिलाएं थीं और उन्होंने शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बातें रखीं। वरीय अधिकारी राजीव लोचन बख्शी ने पहले उनकी बातें सुनीं फिर उनमें से कुछ लोगों को मुख्यमंत्री से मिलवा दिया।
इनकी प्रमुख मांगें इस प्रकार थीं : - गढ़खटंगा वासियों को पार्किंग व्यवस्था में बराबर का हिस्सा दिया जाए। - पार्क में प्रहरी के लिए गढ़खटंगा व लालखटंगा के ग्रामीणों को बराबरी का हक मिले। - कैंटील संचालन में महिला समूह की भूमिका तय हो।- पार्क से आमदनी का 33 फीसद हिस्सा गांव के विकास मे खर्च हो।